दिनांक 25 मई 2023
सतलोक आश्रम फरीदपुर फरीदाबाद के माध्यम से जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सत्संग का आयोजन तिगांव( शिव मंदिर) में हुआ।
सत्संग की आधी घड़ी, तप के बरस हजार।
तो भी बराबर है नहीं, कहे कबीर विचार।।
वर्तमान कलयुग में सत्संग का मिलना बड़ा ही दुर्लभ है ऐसे समय में कबीरपंथी तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने सत्संग के द्वारा गांव के लोगों को अध्यात्मिक लाभ प्रदान किया।
वहां उपस्थित सभी लोगों ने सत्संग को शांतिपूर्वक ध्यान से सुना।
सत्संग में गीता जी में सच्चिदानंद घनब्रह्म का रहस्य उजागर किया।
बिना सच्चे गुरु के परमात्मा को प्राप्त नहीं किया जा सकता और धर्म ग्रंथों के गूढ़ रहस्य को समझाया। उन्होंने एक सच्चे ईश्वर (कबीर परमेश्वर) की भक्ति पर जोर दिया। उन्होंने बताया आरंभ में केवल सनातन धर्म था अन्य कोई धर्म नहीं था।
संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य समाज में फैली बुराइयों को दूर करना जैसे नशा, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या, पाखंडवाद, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार इत्यादि।
सत्संग के दौरान चाय बिस्किट के प्रसाद का प्रबंध किया गया।
संत रामपाल जी महाराज के अनुयाई संत के वचनों का पालन करते हैं और मर्यादा में रहकर शास्त्रों के अनुकूल भक्ति करते हैं वह किसी प्रकार की कोई सामाजिक बुराई नशा इत्यादि नहीं करते हैं।
सतलोक आश्रम के मुख्य सेवादारों में राम दत्त शर्मा, नरेश अधाना, कंवरपाल छाबड़ी, महावीर नागर और अन्य सेवादार उपस्थित थे।