शिक्षकों की शौचनीय स्तिथि

फरीदाबाद (दीपक शर्मा) :- रायन इंटरनेशनल स्कूल फरीदाबाद के अध्यापकों के साल 2016 से चले आ रहे लंबित अधिकार हनन की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं । युग निर्माता की तथाकथित उपाधि से पुकारे जाने वाले शिक्षकों की वास्तविक स्थिति क्या है। प्राइवेट स्कूलों को भी सीबीएससी तथा शिक्षा विभाग के दिशा निर्देशों का पूर्ण तरह पालन करना होता है । परंतु विद्यालय में शिक्षकों को दिए जाने वाले मानदेय तथा कार्य स्थल वातावरण संबंधी नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है । कोविड -19 की विषम परिस्थितियों में अपने स्वयं के सीमित संसाधनों के साथ भी शिक्षकों ने छात्रों की पढ़ाई में कोई व्यवधान नहीं आने दिया ।

विद्यालय की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए शिक्षकों द्वारा किए गए सहयोग की तथा योगदान की कोई कीमत नहीं है । परंतु खेद का विषय यह है कि विद्यालय को दिए जाने वाले इस सहयोग के बदले में शिक्षकों को केवल मानसिक व आर्थिक शोषण ही प्राप्त हो रहा है । नियमानुसार पदोन्नति , महंगाई भत्ते , वार्षिक आय वृद्धि , मानवीय दृष्टि से निर्मित टाइम टेबल तथा कार्यभार जैसे आधारभूत अधिकारों पर भी कोई ध्यान देने या बात करने के लिए तैयार नहीं है । विद्यालय प्रबंधकों से बार – बार बात करने का शांति पूर्ण आग्रह करने के बावजूद भी उनके सहयोग पूर्ण रवैये तथा शिक्षकों के साथ बैठकर समस्या का समाधान करने के स्थान पर उन्हें विभागीय कार्यवाही का भय दिखाते हुए नोटिस दिए जा रहे हैं ।

शिक्षकों द्वारा अपने हक की आवाज उठाने के विरोध में प्रबंधक द्वारा उन्हें उनकी तनख्वाह काटे जाने के धमकी भरे मेल भेजे जा रहे हैं । शिक्षकों तथा छात्रों की आधारभूत आवश्यकताओं जैसे स्वच्छ पेयजल तथा स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था की ओर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस अव्यवस्था के प्रति अपनी आवाज उठाते हुए शिक्षकों के स्वाभिमान तथा सम्मान के लिए 9 नवंबर 2021 से सत्याग्रह आरंभ किया गया है । इस समस्या के त्वरित समाधान के लिए प्रबंधकों से लिखित आश्वासन की प्राप्ति की अपेक्षा करते हैं ताकि शिक्षण कार्य निर्बाध गति से आरंभ किया जा सके । इसके लिए आप सबका सहयोग अपेक्षित है।

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