जानिए एसीपी राजेश चेची के किस क्रांतिकारी कदम से बढ़ा हरियाणा पुलिस का सम्मान

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव /ब्रजेश भदौरिया )। अब तक हरियाणा पुलिस में लोगों से रिश्वत लेते हुए तो सुना होगा लेकिन किसी ने यह नहीं सुना होगा कि कोई अफसर अपनी मेहनत की कमाई को भी समाज के लिए खर्च करता हो। खासतौर पर अगर किसी पुलिस अफसर के घर में शादी है तो माना जाता है कि ज्यादा से ज्यादा शगुन इकट्ठा करने के लिए थोक के भाव में मोटे आसामियों को निमंत्रित किया गया है। निमंत्रण तो छोडि़ए कई भ्रष्ट पुलिस अफसर तो शादी के नाम पर पहले से ही बाजार में उगाही शुरू कर देते हैं कि उनके घर में शादी है और उसे फलां-फलां सामान गिफ्ट में चाहिए। आपको हैरानी होगी कि इस सारे मिथक को तोड़ते हुए हरियाणा पुलिस के एसीपी राजेश चेची ने अपनी बेटी की शादी में पूरे समाज व देश के सामने जो मिसाल कायम की है उस पर हरियाणा पुलिस के सभी अधिकारियों को गर्व होना चाहिए और इसके लिए प्रादेशिक स्तर पर एसीपी राजेश चेची को सम्मानित भी किया जाना चाहिए। जिससे अन्य अफसर भी इसी रास्ते पर आगे बढ़ सकें।
फरीदाबाद में एसीपी क्राइम राजेश चेची ने पिछले दिनों हरियाणा पुलिस के सम्मान को बढ़ाने के लिए दो महत्वपूर्ण कार्य किए। सबसे पहले उन्होंने उस केस के अभियुक्तों को कुछ ही दिनों में गिरफ्तार कर लिया जिन्होंने मथुरा रोड पर राजीव चौक के पास युवती का अपनी स्कार्पियो गाड़ी में अपहरण कर लिया और उसके साथ चलती गाड़ी में ही बलात्कार करके उसे सीकरी के पास लूटकर फेंक गए। यह मामला हरियाणा सरकार के ऊपर एक बदनुमा दाग था जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की इतनी किरकिरी हुई कि उन्होंने पुलिस कमिश्नर हनीफ कुरैशी का तबादला ही कर दिया। इस मामले में एसीपी क्राइम राजेश चेची ने तुरंत कार्यवाही करते हुए दोषियों को मेवात से ढूंढ़ निकाला और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, तब जाकर सरकार विरोधियों के मुंह बंद हुए। इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी की शादी में एक ऐसी मिसाल कायम की जिसकी चर्चा पूरे एनसीआर में है।
एनसीआर में गुर्जर समुदाय अपने शादी विवाह में भारी लेन-देन के लिए जाना जाता है। इस समुदाय के अच्छे लोग इस बात से परेशान है कि उनके समाज के शादी विवाह में दिखावा इतना ज्यादा होने लगा है कि ईमानदार लोगों के लिए अपने बच्चों को ब्याहना काफी मुश्किल हो गया है जबकि समाज के प्रतिष्ठित सांसद, विधायक एवं मंत्री सामाजिक बुराईयों पर लगाम कसने की जगह इन बुराईयों को ओर ज्यादा बढ़ावा दे रहे हैं। इन परिस्थितियों में एसीपी राजेश चेची ने अपनी बेटी की शादी में लोगों को जो निमंत्रण भेजा उसमें लोगों से स्पष्ट कहा गया कि वे वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए आएं लेकिन कोई लिफाफा लेकर नहीं आएं। किसी भी प्रकार का कोई गिफ्ट अथवा रुपया स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसके अलावा इस शादी में तिकोना पार्क स्थित एक अनाथालय के करीब 100 बच्चों को निमंत्रित किया गया था जिन्हें सोफों पर बैठाकर उनका विधिवत आदर सत्कार करके उन्हें खाना परोसा गया। बच्चों ने दुल्हा-दुल्हन के साथ फोटो भी खिंचवाए और डीजे पर खूब धमाल मचाया। इन बच्चों के लिए उनके जीवन का यह पहला नया अनुभव था।
एसीपी राजेश चेची द्वारा लोगों के मना करने के बावजूद भी लोग शगुन का लिफाफा देने से खुद को नहीं रोक पाए और उन्होंने श्री चेची पर दबाव बनाकर उन्हें शगुन के लिफाफे सौप दिए। लोगों के दबाव में उन्होंने कन्यादान तो स्वीकार कर लिया लेकिन कन्यादान के रूप में इकट्ठा हुए 10 लाख 75 हजार रुपए की पूरी धनराशि उन्होंने गरीब बच्चों को शिक्षित कर रही संस्था प्रयास को दान में दे दिए। प्रयास संस्था के अध्यक्ष ने एसीपी क्राइम को भरोसा दिलाया कि इस मदद से झुग्गी-झोपडिय़ों के 7 हजार बच्चों को शिक्षा दिलाने में काफी मदद मिलेगी। इतना ही नहीं एसीपी ने नचौली गांव से आए वधु के मामा द्वारा भात की रस्म में दिए गए 2 लाख 51 हजार रुपए वापस लौटा दिए और भात के रूप में केवल एक रुपया ही स्वीकार किया। लगन-सगाई और खांड कटोरा में मात्र 300 रुपए का लेन-देन हुआ और वधु पक्ष ने केवल फर्नीचर ही बतौर कन्यादान के रूप में वधु पक्ष को दिया। इस शादी की चर्चा पूरे एनसीआर में है और कहा जा रहा है कि एसीपी के इस कदम के लिए हरियाणा पुलिस को सामुहिक रूप से उनका सम्मान करना चाहिए, जिससे अन्य लोगों को भी इससे प्रेरणा मिल सके।
एसीपी राजेश चेची द्वारा बेटी की शादी में कायम की गई इस मिसाल से प्रेरित न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूर्व बार प्रेसिडेंट एडवोकेट एल.एन. पाराशर ने कहा है कि वे इस बात की सराहना करते हैं कि हरियाणा पुलिस में अभी भी ऐसे अफसर हैं जो देश व समाज का मान-सम्मान बढ़ा रहे हैं। वे खुद भी एसीपी के इस कदम से खुश हैं कि वे अपने बेटे और भतीजे की शादी में कोई दहेज नहीं लेंगे और एसीपी की तरह दिखावा रहित शादी करके समाज में शुरू हुई इस नई मुहिम का हिस्सा बनेंगे। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी विजय कौशिक ने एसीपी क्राइम को उनकी बिटिया की शादी की मुबारकबाद देते हुए कहा कि उन्होंने समाज के लिए जो मिसाल कायम की है वह काबिले तारीफ है और इसका संदेश पूरे देश में जाना चाहिए जिससे देश के सभी लोग प्रेरणा ले सकें कि अगर समाज इन बुराईयों से खुद को दूर कर ले तो बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा सार्थक हो सकेगा।

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