पुरुषोत्तम लाल डॉक्टर ऑफ साइंस ( मेडिसिन) की उपाधि से सम्मानित।
राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेस जयपुर ने शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम में मेट्रो ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल को राजस्थान के राज्यपाल एवं एवं राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के चांसलर डॉक्टर कलराज मिश्रा ने डॉक्टर ऑफ साइंस मेडिसिन की उपाधि से सम्मानित किया
पद्मभूषण पद्मभूषण एवं डॉक्टर बी सी राय नेशनल अवार्ड से सम्मानित डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल को भारत में हृदय रोग के उपचार के क्षेत्र में 20 नई तकनीकों जैसे कि स्लो रोटेशनल एंजोप्लास्टिक, डायमंड ड्रिलिंग , नॉनसर्जिकल क्लोजर ऑफ हार्ट होल, नॉनसर्जिकल ऑर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट इत्यादि शामिल है।
गौरतलब है कि कुछ ही महीनों पहले विश्व प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर अदनान कसतराती ने डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल को भारत के फादर ऑफ इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के सम्मान से सम्मानित किया था।
इस उपलक्ष पर डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल ने राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के चांसलर डॉ कलराज मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री श्री प्रसादी लाल मीणा, वाइस चांसलर डॉ सुधीर भंडारी, बोर्ड मेंबर्स का आभार व्यक्त किया एवं विनम्रता पूर्वक डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि को स्वीकार किया।
डॉक्टर लाल ने इस उपलक्ष पर राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के चांसलर, वॉइस चांसलर को यूनिवर्सिटी द्वारा सफलतापूर्वक चलाए जा रहे विभिन्न रिसर्च प्रोग्राम पर बधाई दी।
डॉक्टर लाल ने इस उपलक्ष पर बोलते हुए कहा कि किसी भी देश की तरक्की में रिसर्च का अहम योगदान होता है। भारत में ग्रामीण क्षेत्र में रिसर्च की बहुत जरूरत है। बहुत कोशिशों के बाद भी गांव में डॉक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ की कमी है। डॉक्टर लाल ने बताया कि उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में डॉक्टरों एवं स्टाफ की उपलब्धता कराने के लिए 3 पॉइंट प्रोग्राम तैयार किया है जिससे स्पेशलिस्ट एवं सुपर स्पेशलिस्ट गांव में काम करने के लिए तैयार किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि वह इस 3 पॉइंट फार्मूला को बहुत ही जल्द सरकार के समक्ष रखने वाले हैं।
उन्होंने बताया कि यूं तो उनका जीवन कार्डियोलॉजी एवं हृदय हृदय रोगों के उपचार के लिए समर्पित है परंतु मैं भी गांव से आते हैं। उन्होंने व्यक्तिगत बातों को साझा करते हुए बताया कि उन्हें अभी भी याद है कि गांव में संसाधनों की कमी के कारण जीवन किस तरीके से मुश्किल होता था। उन्होंने अपने पिताजी को गांव में डॉक्टर एवं समय पर उपचार न होने के कारण खो दिया। परंतु अब समय बदल गया है। सरकार , यूनिवर्सिटी एवं हम हम सब मिलकर गांव को बदल सकते हैं।
राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज ने कार्यक्रम में भारत के 2 बड़े डॉक्टरों को डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि से सम्मानित किया किया गया जिसमें एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया एवं मेट्रो ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल शामिल है।