डीपीएसजी सीकरी फरीदाबाद द्वारा आयोजित एक ‘मेगा एजुकेशन समिट’ में प्रख्यात शिक्षाविदों ,कॉर्पोरेट लीडर्स और चिकित्सकों ने एनईपी और छात्रों के लिए इसके लाभों पर विचार –विमर्श किया

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) | दिल्ली पब्लिक स्कूल गाज़ियाबाद सोसायटी द्वारा संचालित एक प्रमुख स्कूल डीपीएसजी सीकरी फरीदाबाद(42.5 किमी. माइल स्टोन ,दिल्ली मथुरा रोड ) ने अपने परिसर में एक मेगा एजुकेशन समिट का आयोजन किया ,जिसमें प्रख्यात शिक्षाविदों .कॉर्पोरेट लीडर्स और चिकत्सकों ने नई शिक्षा नीति और छात्रों के लिए इसके लाभों पर विचार विमर्श किया ||श्री ओम पाठक जी पूर्व आईएएस ,डी पी एस जी और सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल के अध्यक्ष द्वारा इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की गई |


आईएएस यशपाल यादव (आयुक्त ,फरीदाबाद नगर निगम) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे |अपने वक्तव्य में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माता –पिता और शिक्षकों के रूप में हमें यह समंझना चाहिए कि बच्चा अपने करियर को अपनी पसंद के अनुसार चुने |हमें अपने बच्चों के करियर विकल्पों को साकार करने में अधिकतम सहायता करनी चाहिए|एनईपी के बारे में बात करते हुए उन्होंने इसके चार सिद्धांतों को दोहराया(access, equity, quality & accountability) आंकलन ,इक्विटी ,गुणवत्ता और उत्तरदायित्व |श्री ओम पाठक जी ने डीपीएसजी के मूल्यों को साझा किया |उन्होंने अपने अद्वितीय पाठयक्रम डिज़ाइन (जिसको डीपीएसजी स्कूलों के 650 + शिक्षकों द्वारा एक साथ नई शिक्षा नीति के सिद्धान्तों के साथ संरेखित किया गया | ) के बारे में विस्तार से बात की |यह उल्लेखनीय है कि डीपीएसजी पाठयक्रम पूछताछ आधारित है ,जहाँ बच्चों को उन पाठयक्रमों को चुनने की स्वंत्रता दी जाती है, जिनमे वह आगे बढ़ना चाहता है |


‘नई शिक्षा नीति: इसका बच्चे को कैसे लाभ होगा ‘ ,पर पहले सत्र में डॉ. दिनेश कुमार, कुलपति, गुरुग्राम विश्वविद्यालय; डॉ. कृष्णकांत गुप्ता, प्राचार्य, अग्रवाल पीजी कॉलेज, बल्लभगढ़; सुश्री दीप्ति जगोटा, प्राचार्य, डीएवी, सेक्टर 37, फरीदाबाद; डॉ. शबदा बेदी, निदेशक, शिक्षा अनुसंधान एवं विकास, डीपीएसजीएस; और सुश्री मीनू चोपड़ा, प्राचार्य, डीपीएसजी सुशांत लोक। पैनलिस्टों ने न केवल उच्च उपलब्धि हासिल करने वाले बल्कि अच्छे इंसानों के निर्माण में और स्कूलों और विश्वविद्यालयों में एक मजबूत शोध संस्कृति(रिसर्च कल्चर ) के निर्माण में शिक्षा की भूमिका पर जोर दिया। सम्मानित वार्ताकारों ने शिक्षा और प्रौद्योगिकी के बीच संबंध पर चर्चा की।


“करियर और प्लेसमेंट के लिए छात्रों को तैयार करना”विषय पर दूसरे सत्र में कॉर्पोरेट लीडर्स का एक विशिष्ट पैनल शामिल था, जिसमें सुश्री नीरज शर्मा, निदेशक, संपदा प्रबंधन, आईजीआई एयरपोर्ट; श्री गौरव वोहरा, पार्टनर, केपीएमजी; श्री राकेश सिंह, संस्थापक, एसोसिएटेड एचआर सॉल्यूशंस; डॉ वीना सिंह, कॉस्मेटोलॉजिस्ट, लावण्या एस्थेटिक्स एंड ब्यूटी क्लिनिक; श्री सौरभ नागपाल और सुश्री श्रीविद्या श्रीधर, प्राचार्य, डीपीएसजी पालम विहार ने हिस्सा लिया । सत्र के दौरान छात्रों को भविष्य में नौकरियों के लिए किन –किन कौशलों की आवश्यकता होगी विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। अग्रणी डॉक्टरों के तीसरे पैनल ने उभरते बाहरी वातावरण में छात्रों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए माता-पिता और शिक्षकों का मार्गदर्शन किया। पैनल में डॉ जी पी सिंह, सीनियर वीपी, मैक्स हेल्थकेयर, साकेत; डॉ स्मिता श्रीवास्तव, बाल रोग विशेषज्ञ, क्यूआरजी अस्पताल; डॉ सिम्मी मनोचा, हृदय रोग विशेषज्ञ, एकॉर्ड अस्पताल; डॉ तनुश्री सिंह, मनोवैज्ञानिक; डॉ रंजीता गुप्ता, सीनियर कंसल्टेंट, रिप्रोडक्टिव मेडिसिन, गायनोकोलॉजी एंड ऑब्सटेट्रिक्स, मेडिचेक ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स और सुश्री रितु कोहली, प्रिंसिपल, डीपीएसजी फरीदाबाद शामिल रहे ।

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