फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | आर्य समाज मंदिर एन. एच. 4 में आर्य बंधुओं माताओं, बहनों और बच्चों द्वारा होली के शुभ अवसर पर वैदिक यज्ञ एवं होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यज्ञ उपरांत कर्मचंद शास्त्री ने बताया होली शब्द “हो लक” से बना है। जिस प्रकार होला में चने का दाना सुरक्षित रहता है उसी प्रकार उसी प्रकार परमपिता परमात्मा की भक्ति करने वाला भी उनकी शरण में सुरक्षित रहता है।
हवन सत्संग के बाद भजनों और होली गीतों के साथ एक दूसरे को चंदन का टीका लगाकर फूलों की होली खेली गई। हर्षोल्लास और उमंग से सबको शुभकामनाएं देकर होली पर्व मनाया गया। इस अवसर पर कुलभूषण सखूजा, कर्मचंद शास्त्री, वसु मित्र सत्यार्थी, कुलदीप गोयल, मनोज कुमार, जोगेन्दर कुमार, सुरेश चौधरी, मनोज वोहरा, संजय सखूजा, कौशल वोहरा, शीला देवी, रश्मि चौधरी, रितू गोयल, साधना शर्मा, पुष्पा कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।