‘जुनून’ में होने वाले सांस्कृतिक प्रस्तुति ने डीएलएफ प्रोमेनेड में श्रोताओं को किया प्रेरित 

Posted by: | Posted on: March 1, 2018

नई दिल्ली ( विनोद वैष्णव ): डीएलएफ प्रोमेनेड, वसंत कुंज में महाबोधी अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केंद्र (MIMC) के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन कर दर्शकों को मंत्रमुग्द किया। इस कार्यक्रम की शुरुआत एक सम्मानित शार्ट फिल्म ‘भिक्कू संघसेना’ की स्क्रीनिंग के साथ की गई | इसके बाद लद्दाखी कल्चरल डांस का आयोजन तथा डीएलएफ फाउंडेशन की एक प्रस्तुति का आयोजन किया गया|दर्शकों को लद्दाखी नृत्य ने बखूबी रोमांचित किया । नर्तकों ने अपनी सुरुचिपूर्ण और शानदार प्रदर्शन से दर्शकों काफी प्रभावित किया ।डीएलएफ फाउंडेशन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कर्नल प्रकाश तिवारी ने इस अवसर पर कहा कि – “महाबोधी अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केंद्र के छात्रों की मेजबानी करना हमारे लिए सम्मान की बात हैI दर्शकों से इस तरह की बेहतरीन प्रतिक्रिया मिलना हमारे लिए गर्व की बात है I इनका प्रदर्शन वाकई काबिले तारीफ़ रहा |”इस अवसर पर एक परिदर्शक रमेश ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि – “मैं डीएलएफ फाउंडेशन की इस अनूठी पहल की सराहना करता हूंI ऐसे कार्यक्रम से न केवल कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच मिलता है बल्कि यह दर्शकों को भलीभांति मनोरंजित भी करता हैIमहाबोधी अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केन्द्र (MIMC) एक मानवीय तथा गैर-लाभकारी संस्थान हैI  एमआईएमसी (MIMC) हिमालय क्षेत्र की सबसे बड़ी एनजीओ में से एक है और वह लद्दाख के दूरस्थ और दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रहा है जो गरीब, वंचित और उपेक्षित लोगों के जीवन में सुधार लाने हेतु कार्यरत है|महाबोधि विद्यालय के छात्रों को अपने पाठ्यक्रम के एक महत्वपूर्ण भाग के रूप में लद्दाखी पारंपरिक और लोक नृत्य अपने विद्यालय में ही सीखाते हैंI इन्होने स्कूल परिसर के साथ देश के अन्य हिस्सों में आयोजित विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। शैक्षिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के लिए भारत के विभिन्न स्कूलों का भी दौरा करते हैं और दर्शकों को उनके प्रदर्शन के साथ मज़बूत करते हैं जो संस्कृति और आध्यात्मिकता में निहित हैं।  वे कई मानवीय गतिविधियों को भी संचालित करते हैं जैसे मुफ्त चिकित्सा प्रदान करना,सतत विकास परियोजनाओं को संचालित करना, लद्दाख की विरासत को बचाने और बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक परियोजनाओं एवं इस तरह के अन्य गतिविधियों के लिए कार्य करना |’जूनून’ कार्यक्रम कला और सांस्कृतिक को उजागर करने हेतु डीएलएफ फाउंडेशन की एक पहल है I अपनी प्रतिभा को उजागर करने हेतु दिल्ली-एनसीआर के निवासियों को एक मंच प्रदान करना है ही इस पहल का उद्देश्य है |इसके अंतर्गत इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध संगीत और नृत्य अकादमी जैसे स्टार नृत्य कंपनी, ब्रिज संगीत अकादमी, मेट्रोपॉलिटन स्कूल ऑफ म्यूजिक, सेंट्रल कंटेम्परेरी बैले कलाओं को शामिल किया गया है। अब तक इसमें व्यक्तिगत संगीत कलाकारों में मैक फाउंडेशन, सुरीला संगीत संस्थान, स्वर्णजली संगीत और नृत्य अकादमी तथा ग्लोबल कल्चरल फाउंडेशन की भागीदारी रही। आईआईटी खड़गपुर के वार्षिक महोत्सव’स्प्रिंगफैस्ट’ की प्रारंभिक दौर ‘हिच हाइक’ का भी आयोजन इसके ही दौरान हुआ।





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