पिछले 20 वर्षों में बदलाव, (सफर हरियाणा रोडवेज का) बात है हरियाणा रोडवेज बस की नंबर 1 . पहले जब बस में जब सफर करते थे तो कुछ सावरिया चढ़ते ही बीड़ी या सिगरेट लगा लेते थे आसपास की सवारियां उनको पीने से मना करती फिर बीडी सिगरेट पीने वाले बुरा सा मुंह बनाकर फेंक देते। लेकिन आज ऐसा कुछ नहीं है कोई नहीं पीता। नंबर 2. बस का कंडक्टर ऑनलाइन जो टिकट बनती है उसमें किसी भी तरह से चोरी की संभावना खत्म हो जाती है आप जिस स्थान से बस में सवारी करोगे उसका भी नाम दर्ज होता है और जहां आपने उतरना है उसका भी टिकट के अंदर नाम होता है इसी बीच जो आपका सफर की दूरी है वह भी उसमें चढ़ी होती है टिकट के पैसे तुरंत रोडवेज के खाते में चले जाते हैंनंबर 3 मेरा अपना एक सुझाव है के पैसेंजर को खुले पैसे जरुर लेकर चलना चाहिए मैंने देखा कई सवारियां कंडक्टर को बड़ा नोट पकड़ा देते हैं और वह कहां तक खुले पैसे दे आपको इसलिए खुले पैसे साथ लेकर चलना चाहिए और बस से उतरते वक्त अपनी टिकट वापस कंडक्टर को ना दें
