दिल्ली/फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी चांदनी चौक, के सभागार में मेयारी शायरी को समर्पित संस्था “परवाज़े ग़ज़ल ” का पाँचवाँ वार्षिक उत्सव संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर के के ऋषि जी ने की और मुख्य अतिथि रहे, देहरादून से पधारे नामचीन उस्ताद शायर अंबर खरबंदा जी। विशिष्ट अतिथि के रूप में फरीदाबाद के प्रसिद्ध साहित्यकार और आलोचक हरे राम समीप जी ने भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम मे, “हरियाणा के गजलकारों की प्रतिनिधि गजलें” नाम की पुस्तक का लोकार्पण हुआ। साथ ही एक साझा ग़ज़ल संग्रह “हम कलाम” पुस्तक का भी लोकार्पण किया गया।कार्यक्रम में दिल्ली एनसीआर के अलावा दूर दूर से भी कई वरिष्ठ शायर उपस्थित हुए। सभी सम्मानित सदस्यों का सम्मान संस्था के संस्थापक अजय अज्ञात , अध्यक्ष रीता अदा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रमोद शर्मा असर ,उपाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा देव ,महासचिव डॉ श्रद्धा निकुंज भारद्वाज ‘अश्क’ एवं सचिव मधुबाला मधु द्वारा पुष्पमाला,मोमेंटो,मेडल ,शॉल और पुस्तकों इत्यादि से किया गया।
कुशल मंच संचालन ब्रज माहिर और रीता अदा ने किया। सम्मानित अतिथि शायरों को नूर ए ग़ज़ल और शान ए ग़ज़ल से भी सम्मानित किया गया। देहरादून के मारूफ़ उस्ताद शायर अंबर खरबंदा जी को दुर्र ए नायाब सम्मान ,देहरादून के शायर शिव चरण शर्मा मुज़तर जी को शान ए ग़ज़ल

फ़रीदाबाद के मशहूर साहित्यकार हरे राम समीप जी को शान ए ग़ज़ल सत्येंद्र भारिल्ल को नूर ए ग़ज़ल सम्मान। सुश्रुत पंत जी को शान ए ग़ज़ल सम्मान, इंदौर के शायर अखिलेश सोनी जी को नूर ए ग़ज़ल सम्मान से सम्मानित किया गया लगभग 50 शायर/शायरात ने कार्यक्रम में शिरकत की।
निश्चय ही यह एक अविस्मरणीय कार्यक्रम रहा।