जिला में चलाया जाएगा मलेरिया, डेंगूू, चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए कार्यक्रम

पलवल,( विनोद वैष्णव )। सिविल सर्जन डॉ. बीर सिंह सहरावत की अध्यक्षता में महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के निर्देशानुसार आज जिला के सभी चिकित्सा अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने बताया कि 04 अप्रैल को सभी चिकित्सा अधिकारी अपने अधीनस्थ सभी एएनएम/मल्टीपर्पज हैल्थवर्कर (पुरूष) की तथा 05 अप्रैल को सभी एएनएम/मल्टीपर्पज हैल्थवर्कर (पुरूष) अपने अधीनस्थ आशा वर्कर्स की बैठक लेंगे। 

सिविल सर्जन ने मलेरिया व डेंगू की रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए और बताया कि इस वर्ष मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया के रोकथाम व उपचार का कार्य प्रगति पर है। डा. बीर सिंह सहरावत ने बताया कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छरों को मारने के लिए हथीन व होडल के ऐसे गांवों में जहां मच्छरों का प्रकोप ज्यादा है, वहां स्प्रै किया जाएगा। 10 स्पै्र टीमों की नियुक्ति इस महीने कर ली जाएगी, जिसमें 88 गांव आते हंै। इस वर्ष शहरी क्षेत्र में फोगिंग का कार्य सरकार ने शहर की कमेटी को सौंप दिया है। अब पूरे शहर में कमेटी द्वारा फोगिंग कराई जाएगी तथा ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत द्वारा फोगिंग कार्य किया जाएगा।

जिला मलेरिया अधिकारी डा. जे.पी. प्रशाद ने कहा कि मलेरिया व डेंगू से बचने के लिए लोग अपने घरों के आस-पास पानी इक्कट्ठा ना होने दें और पानाी निकालना संभव न हो तो उसमें मिट्टी का तेल या काला तेल डालें। जिला पलवल में अब तक डेंगू, चिकनगुनिया का कोई भी केस नहीं आया है। 

डा. बीर सिंह सहरावत ने जिला के नागरिकों से आह्वान किया है कि प्रत्येक रविवार को शुष्क दिवस (ड्राई-डे) के रूप में मनाएं। शुष्क दिवस का मतलब है प्रत्येक रविवार को घर की सभी वस्तुओं को धोकर साफ करके सुखाएं जैसे:-कूलर, टंकी, फ्रीज ट्रे, गमले आदि और छतों पर पड़े टायर, टयूब, टूटे गिलास, घर के चारों तरफ खाली बोतल, नारियल के खोल, टूटा बर्तन, टायर इत्यादि जिसमें पानी जमा होता है उसे इकट्ठा न होने दें। कम पानी इकट्ठा हो तो मिट्टी का तेल या जला हुआ मोबिल डालें। अधिक जल जमाव हो तो मलेरिया विभाग को सूचना दें ताकि उसमें लारवा भक्षी मछलियां डाली जा सके। यदि किसी भी व्यक्ति को तेज, तीसरे दिन या जाड़े से बुखार आए तो सरकारी लैब में अपनी निशुल्क जांच व इलाज करवाएं।

डा. मनजीत गौतम जिला महामारी अधिकारी ने बताया कि डेंगू, चिकनगुनिया की जांच के लिए सिविल अस्पताल में मुफ्त में सुविधा उपलब्ध है। ओपीडी के कमरा नम्बर 13 में सम्पर्क करें और सिविल अस्पताल में डेंगू व चिकनगुनिया के लिए अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने टेस्ट के लिए निजी लैबों में डेंगू, चिकनगुनिया के डेंगू एलजीएम ईएलआईएसए 600 रूपये प्रति मरीज दर से निश्चित किए है। 

जीव वैज्ञानिक अधिकारी संतोष टूर ने बताया कि हथीन के ऐसे गांवों में जहां मच्छर का प्रकोप ज्यादा है। उन गांवों की जोहड़ों व तालाबों में गम्बूजिया मछली छोड़ी जा रही है जो मच्छरों के लार्वा को खा जाती है और जिन घरों में मलेरिया के मच्छरों का लार्वा मिलता है ऐसे घरों को नोटिस दिए जाएंगे। सिविल सर्जन ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को आदेश दिए कि वे सभी अपनी-अपनी स्वास्थ्य संस्थाओं पर जून महीने को मलेरिया रोधी माह के रूप में मनाएं और सेमीनार आदि लगाकर कर्मचारियों के माध्यम से आमजन को मलेरिया व डेंगूं और चिकनगुनिया के बारे में जागरूक करें। ताकि इन बिमारियों पर अंकुश लगाया जा सके।

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