( विनोद वैष्णव )। पुलिस आयुक्त महोदय अमिताभ सिंह ढिल्लो ने आज दिनांक 03.04.18 को अपने कार्यालय सै0 21सी फरीदाबाद में ब्रह्मजीत हत्याकांड मामले का पर्दाफाश करने वाले मिसिंग सेल प्रभारी इंस्पेक्टर सत्येंद्र रावल, इंस्पेक्टर अशोक, इंस्पेक्टर विमल, सब इंस्पेक्टर अनिल, सब इंस्पेक्टर नरेंद्र, हेड कांस्टेबल संदीप ,मनोज, अनिल, महिला सिपाही गायत्री इत्यादि को चाय पर आमंत्रित कर प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया व उनकी हौसला अफजाई कर उज्जवल भविष्य की कामना की।
आपको बताते चलें कि दिनांक 27 फरवरी 2018 को ब्रह्मजीत निवासी मुरैना अपने घर से गाड़ी लेकर निकला था जिसके घर ना लौटने पर दिनांक 28 फरवरी को उसके भाई ब्रह्मपाल की शिकायत पर थाना सेंट्रल में गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी थी।
विशेष सूत्रों से मिली सूचना पर क्राईम ब्रांच टीम ने ब्रह्मजीत को मारने वाले राजू भाटी और उसकी प्रेमिका जो अब उसकी पत्नी है को गुड़गांव से गिरफतार कर पूछताछ की तो पता चला कि इन्होने ही पैसो के लालच में आकर ब्रहमजीत की हत्या की है।
पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ पर आरोपियों ने बताया था कि उसकी ब्रह्मजीत के साथ जान पहचान थी और रुपयों का भी लेनदेन होता रहता था ।
ब्रह्मजीत काफी दबंग था लेकिन और बेईमानी भी करता था। ब्रह्मजीत ने पिछले साल नवंबर दिसंबर में मेरे पार्श्वनाथ सिटी मॉल ऑफिस में हिसाब किताब करते समय मुझे गंदी गालियां दी और थप्पड़ मारा जिससे मेरे दिल में उसके प्रति नफरत भर गई थी ।
मैंने अपनी बेइज्जती का बदला लेने के लिए ब्रह्मजीत को जान से मारने की ठान ली थी और ब्रह्मजीत को मारने की योजना बनाई। उसमें मैंने अपने अकाउंटेंट स्वाति सेठी को भी शामिल किया था और मैं इस मौके की तलाश में रहता था ।
फर्जी मोबाइल और सिम की प्रबंध करके हमने ब्रह्मजीत को जमीन दिखाने के बहाने से बुलाया था।
ब्रह्मजीत की गाड़ी को मिलन फार्म हाउस के पास खड़ा करवा कर अपनी लाल रंग की ब्रेजा से जिस पर टेंप्रेरी नंबर था मे ब्रह्मजीत को बिठाकर जमीन दिखाने के बहाने चले गए थें।
बाईपास पहुंच कर प्लान के मुताबिक आरोपी राजीव भाटी पेशाब करने के बहाने से नीचे उतरा और उसके बाद स्वाति गाड़ी चलाने लगी और राजीव भाटी पीछे बैठ गया था। डीग गांव पहुंचकर प्लान के मुताबिक स्वाति ब्रह्मजीत को इशारों से डीग गांव के पास नहर पार की जमीन दिखाने लगी , और आरोपी राजीव भाटी के पास अवैध हथियार था जिससे उसने पीछे से ब्रह्मजीत की गर्दन और सिर में 3 गोलियां मारी और उसकी नाश को, डेड बॉडी को बंचारी स्थित राजीव भाटी ने पहले से ही खोदे हुए 10 फीट गहरे गड्ढे में डालकर श्रब्ठ के द्वारा मिट्टी से भरवा दिया था।