एससी/एसटी एक्ट में बदलाव के खिलाफ वीर एकलव्य दल ने उपायुक्त कार्यालय पर किया जोरदार प्रदर्शन

Posted by: | Posted on: April 2, 2018

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव )| सुप्रीम कोर्ट द्वारा एस.सी., एस.टी. एक्ट अधिनियम के बदलाव में आए फैसले को लेकर अनुसूचित जातियों के लोगों द्वारा भारत बंद का आज शहर में मिला जुला असर मिला। आज वीर एकलव्य दल के प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र चंदेलिया के नेतृत्व में अनुसूचित जातियों के लोग सैक्टर-15 की मार्किट में इकट्टा हुए और वहां से सैंकडों की तादाद में सैक्टर-12 उपायुक्त कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी करते हुए पहुंचे और वहां पर प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम, तहसीलदार व एसीपी को ज्ञापन सौंपा। सैंकडों की तादाद में पहुंचे लोगों को संबोधित करते हुए जितेंद्र चंदेलिया ने कहा कि इस अधिनियम के तहत सन 1989 में दलितों की सुरक्षा के मद्देनजर एस.एस., एस.टी. एक्ट बनाया गया जिसमें अब सुप्रीम कोर्ट द्वारा बदलाव किया गया है। उन्होंने कहा कि यह अनुसूचित जातियों के हकों से खिलवाड़ है और इसे खारिज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एससी/एसटी एक्ट को कमजोर करने की बचाय सुप्रीम कोर्ट व सरकार द्वारा इसे और अधिक मजबूत किया जाना चाहिए ताकि दलितों व एससी/एसटी वर्ग के लोगों के हितों की रक्षा की जा सके। चंदेलिया ने कहा कि दलितो व अनुसूचित जातियों के लोगों पर लंबे समय से अत्याचार किया जाता रहा है जिसको लेकर एस.एस., एस.टी. एक्ट अधिनियम बनाया गया लेकिन अब जब उपरोक्त अधिनियम में बदलाव किया जा रहा है तो शरारती तत्वों खुशी मना रहे है और ऐसे शरारती तत्व गरीब, दलित व अनुसूचित जाति के लोगों विभिन्न तरीकों से अत्याचार करने का रास्ता बनाऐंगे। उन्होंने कहा कि कोर्ट के इस फैसले को लागू होने के बाद अनुसूचित जाति पर और अधिक अत्याचार होंगे। अब अनुसूचित जाति के लोग पुलिस थानों में जाने से भी डरेंगे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को दलितों के ऊपर हो रहे अत्याचारों को देखते हुए अपने फैंसले को वापिस लेना चाहिए ताकि उन्हें और दबाया व कुचला न जा सके। इस अवसर पर लोकतंत्र सुरक्षा मंच के जिलाध्यक्ष खेमचंद सैनी, सुनील एडवोकेट, सुरेश सरपंच, बच्चू, राजीव बघेल, अजय, समीर, अनील, मेघराज, प्रदीप, अंकुर, निखिल, रानी, रेखा, विजय, अनीता, विजयारानी सहित संगठन के सैंकडों लोग मौजूद थे।





Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *