फरीदाबाद( विनोद वैष्णव )। युनिवर्सल अस्पताल के डाक्टरो की टीम ने अरविंद पाण्डे पुत्र बुद्धन पाण्डे बिहार निवासी को पल्मोनरी पग्वलिस्म (खून के थक्के को फेफडो की महाधमी से निकालना) बीमारी से पीडित था की जान बचाई और एक सप्ताह बाद उसकी स्वस्थ करके घर रवाना किया यह जानकारी देते हुए युनिवर्सल अस्पताल के डायेक्टर डा. शैलेश जैन ने बताया कि अरविंद पाण्डे हमारे पास 12 अगस्त को आया था वह थलमोनरी एक्कुलिजम की बीमारी से पीडित था इस बीमारी में 100 मेें से 1 ही मरीज को बचाा जा सकता है अगर उसे सही ईलाज मिल सके। उन्होंने कहा कि जब अरविंद हमारे पास आया था तो इसके पैरो में सूजन थी और उसमे खून का थक्का जमा हो रहा था यह थक्का टूट का फेफडो में चला गया जिससे उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी और उसकी हालत काफी चिंताजनक थी। उन्होंने बताया कि जब अरविंद हमारे पास आया था हमने उसके परिजनो को आप्रेशन की सलाह दी और उन्होंने तुंरत सहमति जताते हुए हमने अरविंद का आप्रेशन किया जो कि पूर्णत: सफल रहा और अरविंद आज अपने घर रवाना हो गया है।
डा. शैैलेश जैन ने बताया कि यह बीमारी बहुत ही कम लोगो में होती है पंरतु इसमें जान बचाना काफी मुश्किल होता है। उन्होंने बताया कि इस आप्रेशन में उनके साथ उनके सहयोगी डा. अमित, डा संजय, डा. चिंरजी, डा. गजेन्द्र व डा. सागर की टीम का पूर्णत: सहयोग रहा।