फरीदाबाद( विनोद वैष्णव )। हरियाणा के पूर्व मंत्री पं. शिवचरण लाल शर्मा के निधन पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला, हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण बेदी, दिल्लीके पूर्व मेयर महेष चंद शर्मा, दिलली पूर्व निगम पार्षद ओ0पी0 कौषिक, फरीदाबाद से पार्षद संदीप भारद्वाज, अजय बैंसला, महेन्द्र भडाना, नितिन सिंगला, योगेष ढींगड़ा, खोरी जमालपुर के सरपंच जुम्मा, वेदपाल भडाना सहित कई गांवों के पंच-सरपंच तथा कांग्रेसी नेता विकास चैधरी, यषपाल नागर, वरिष्ठ पत्रकार उत्तमराज, राजेष शर्मा, बिजेन्द्र शर्मा, खेमचंद गर्ग, मनोज तोमर, सुधीर वर्मा, श्री गुरू सिंह सभा जवाहर कालोनी के प्रधान सरदार कुलवंत सिंह, सतबिन्द्र सिंह, सन्नी, रविदत्त, बलवीर सिंह कैरो, सेक्रेट्री इन्द्र सिंह, जगतार सिंह, हरवीर मावी, पर्वतीय कालोनी मार्किट महासचिव पंकज शर्मा, नेत्रपाल शर्मा, मोनू अरोड़ा, राजीव चैहान, मनमोहन सिंह, रोहताश चैधरी, डोली चैधरी, ज्योति अरोडा, पिं्रस कम्बोज, नवीन गोरिया, निखिल पण्डित ने उनके निवास पर जाकर पूर्व मंत्री जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की तथा तथा पंड़ित जी के परिवार को इस दुख की घड़ी मंें धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।
शोक सभा में परिजनों को सांत्वना देते हुए कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक रणदीप सिंह सुरजवाला ने कहा पूर्व मंत्री पंड़ित षिवचरण लाल शर्मा और उनका परिवार शुरू से कांग्रेस के सच्चे और निष्ठावान सिपाही रहे है। मेरे पिताजी चै0 शमषेर सिंह सुरजेवाला भी पंड़ित जी के अच्छे संबंध रहे है। आज के राजनीतिज्ञों को इनको आदर्ष मानकर इनसे सीख लेनी चाहिए क्योंकि इनकी राजनीति में अच्छी पकड़ थी यह जमीन से जुड़े हुए नेक इंसान थे। मंत्री कार्यकाल में चाहे ग्रामीण आंचल या शहरी आंचल के विकास की बात तो वह स्वयं चंडीगढ़ में छोटे से बड़े अधिकारी तक फाइल लेकर जाते थे और पास करवाते थे। इन्होंने इतने बड़े मंत्री पद पर रहकर कभी भी वजीर (मंत्री) वाली बात नहीं की। हमेषा एक समाजसेवक के रूप में काम करवाते थे। उन्हों कहा कि मेरे लिए तो निजी जीवन में विकास पुरूष के साथ-साथ वह आदर्ष पुरूष भी थे।
वहीं हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण बेदी, ने कहा कि पंड़ित जी राजनीति से ऊपर मेरे परिवारिक मित्र भी थे। वे आजीवन राजनीति तथा सामाजिक गतिविधि से जुड़े रहे और अपना पूरा जीवन समाजसेवा को अर्पित कर दिया। पूर्व मंत्री पंड़ित जी ने हमेषा ही मेरा सुख-दुख की घड़ी में पूरा साथ दिया है जिसका मैं जीवन भर आभारी रहूंगा।