अगर मैं निष्कासित हूं तो इनेलो प्रमुख का हस्ताक्षरयुक्त निष्कासन पत्र सार्वजनिक क्यों नहीं-दुष्यंत  

Posted by: | Posted on: November 10, 2018
चंडीगढ़। ( विनोद वैष्णव )। अगर मैं इनेलो से निष्कासित हूं तो अभी तक इनेलो सुप्रीमो द्वारा हस्ताक्षरित पत्र क्यों नहीं सार्वजनिक किया जा रहा। इसके पीछे एक गहरा षड्यंत्र है क्यों कि आज तक न तो अनुशासन कमेटी की कोई औपचारिक बैठक हुई और न ही मुझे कमेटी ने अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया। मुझे तो यह भी अंदेशा है कि बंद कमरे में अनुशासन कमेटी की रिपोर्ट तैयार की गई है और इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने उस पर हस्ताक्षर नहीं किए है। मैं इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला से दो बार मिल कर वस्तुस्थिति से अवगत करवा चुका है और उन्होंने न केवल मेरी बात को ध्यान से सुना अपितु मेरी बातों से सहमति भी जताई। यह बात सांसद दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को चंडीगढ़ प्रैस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही।
सांसद दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट रूप से कहा कि मुझे घेरने के लिए एक षड्यंत्र के तहत चक्रव्यूह रचा गया है। जनता के आशीर्वाद एवं ताऊ देवीलाल की नीतियों पर चलने वाले कार्यकर्ताओं के समर्थन से वो हर चक्रव्यूह को भेदेंगे। सांसद चौटाला ने एक शेयर के माध्यम से अपनी बात कुछ यूं रखी।
वख्त का रूख बदलना आता है,
कांटों पर चलना भी आता है।
अभिमन्यु समझकर कुछ लोगों ने रच दिया चक्रव्यूह,
हमें मिल कर चक्रव्यूह तोडऩा भी आता है।
सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि  कुछ लोग षड्यंत्र रच कर पार्टी को तोडऩे व पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि 17 नवंबर को जींद में पार्टी बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता व इनेलो के प्रदेश महासचिव डा. अजय सिंह इस पूरे घटनाक्रम पर कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श कर भावी रणनीति तैयार करेंगे। सांसद दुष्यंत ने आरोप लगाया कि पार्टी में चार पीढिय़ां लगातार काम कर रही हैं लेकिन कुछ लोग उन्हें भी कांग्रेसी बता रहे हैं।
सांसद ने पत्रकार वार्ता में मौजूद नरवाना से विधायक पिरथी नंबरदार, उकलाना से विधायक अनूप धानक, पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष फूलवती, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डा. केसी बांगड़, पूर्व मंत्री जगदीश नैय्यर, पूर्व विधायक सरदार निशान सिंह, पूर्व विधायक रमेश खटक, पूर्व विधायक मक्खन सिंह, एससी सैल के प्रदेशाध्यक्ष अशोक शेरवाल, अंबाला से हरपाल कंबोज, जींद जिला के प्रधान रहे कृष्ण राठी, हिसार के पूर्व प्रधान राजेंद्र लितानी,  पूर्व युवा प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र सांगवान का नाम लेते हुए कहा कि क्या ये सब कांग्रेसी हैं या कांग्रेसी पेड वर्कर हैं।
सांसद दुष्यंत चौटाला ने पत्रकारों से बताया कि वह 15 वर्ष की आयु से नरवाना चुनाव से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। परन्तु पिछले एक वर्ष से कुछ लोग उन्हें लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं और उनकी व दिग्विजय चौटाला की पार्टी में डयूटियां नहीं लगाई जा रही हैं। उन्होंने कहा यह भी कहा कि पिछले लंबे समय से पार्टी की बैठकों को लेकर पार्टी कार्यालय की ओर कोई अधिकृत सूचना उन्हें नहीं दी जा रही थी। उन्होंने कहा कि पार्टी के संविधान के मुताबिक पार्टी के संसदीय दल के नेता अथवा सांसद को पार्टी को प्रदेश कार्यालय सचिव न तो नोटिस जारी कर सकता और न ही उन्हें निष्कासन का कोई अधिकार है। उन्होंने कहा कि पार्टी के संसदीय दल दल के नेता व सांसद को नोटिस जारी करने व पार्टी से निकालने का अधिकार केवल पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर अथवा पार्टी सुप्रीमो के अध्यक्षता वाली कमेटी के पास है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल द्वारा पार्टी घटनाक्रम के मामले में हस्तक्षेप करने संबंधी सवाल के जवाब में सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वह हमारे परिवार से सबसे बड़े हैं और मेरे पिता डा. अजय चौटाला जी ने, मैंने और दिग्विजय चौटाला ने अभिवादन कर उनसे दीपावली त्यौहार पर उनका आशीर्वाद लिया था।
सांसद दुष्यंत ने एक सवाल के जवाब में स्पष्ट किया कि जननायक सेवा दल वर्ष 2002 से डा. अजय चौटाला द्वारा गठित सामाजिक दल है जिसने गुजरात भूकंप में भी अपने स्वयंसेवक भेज कर लोगों की मदद की थी। यह पूरी तरह से गैर राजनैतिक संगठन है जिसका कोई भी सदस्य सदस्यता ग्रहण के प्रथम पांच वर्ष तक चुनाव नहीं लड़ सकता। इस अवसर पर  झज्जर जिला युवा अध्यक्ष उपेंद्र कादियान, कुरूक्षेत्र के युवाजिला अध्यक्ष सुनील राणा, फतेहाबाद युवा जिला अध्यक्ष अजय संधू, कैथल के जिला प्रवक्ता एडवोकेट हरदीप पाडला, रणदीप कौल, जगाधरी से मास्टर राजकुमार सैनी, पूर्व जज सुल्तान सिंह सहित अन्य पदाधिकारी उपपस्थित थे।




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