कमांडो संदीप कुमार का आज उनके पैतृक गांव अटाली में सैनिक एवं राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव )| सेना की पैराटेन कमांडो स्पेशल फोर्स में तैनात नायक संदीप कुमार के पार्थिव शरीर का आज उनके पैतृक गांव अटाली में सैनिक एवं राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके सवा दो साल के पुत्र रक्षित के हाथों मुखाग्नि दिलवाई गई। गांव में हजारों की संख्या में लोगों ने नायक संदीप सिंह अमर रहे के नारे लगाकर उनकी शहादत को नमन किया। बता दें कि नायक संदीप कुमार श्रीनगर के रतीपुरा में 12 फरवरी को आतंकियों से मुठभेड़ में घायल हो गए थे, जिन्हें आर्मी बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्होंने सातवें दिन 19 फरवरी को अस्पताल में अंतिम सांस ली, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। श्रीनगर से आज दोपहर उनका पार्थिव शरीर हवाई जहाज से दिल्ली लाया गया, जहां से सेना के जवान गाड़ी से गांव अटाली में लेकर आए। केेंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, उद्योग मंत्री हरियाणा विपुल गोयल, विधायक टेकचंद शर्मा, पुलिस आयुक्त संजय सिंह व उपायुक्त अतुल कुमार सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य व्यक्ति व परिवार के सदस्य उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए तथा उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर परिवार के सदस्यों को हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नायक संदीप कुमार भारतीय सेना के जाबांज सिपाही थे। उन्होंने पूरी बहादुरी के साथ आतंकियों से मुकाबला किया। उन्होंने कहा कि नायक संदीप कुमार की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। केंद्र व प्रदेश सरकार आज नायक संदीप कुमार के परिवार के साथ खड़ी है। उनके परिवार को सरकार की ओर से हरसंभव मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व गांव के मुख्य मार्ग तथा स्कूल का नाम नायक संदीप सिंह के नाम रखेगी।
उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि नायक संदीप कुमार ने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं। इस देश की जनता उनकी शहादत को नमन करती है। सरकार उनके परिवार की हरसंभव मदद को तत्पर है। शहीद संदीप के पिताजी नैनपाल व माता केशर देवी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनके बेटे ने देश के लिए अपनी शहादत दी। उनकी धर्मपत्नी गीता देवी ने कहा कि उनके पति संदीप कुमार ने जिस बहादुरी के साथ दुश्मनों से मुकाबला कर देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए हैं, वे सदैव उनकी शहादत पर गर्व करेंगी। उनकी इच्छा रहेगी कि उनके पुत्र भी बड़े होकर सेना में भर्ती हों तथा अपने पिता की तरह देश की सुरक्षा करें। बात दें कि नायक संदीप कुमार का एक भाई सोनू व दो बहन हैं। उनकी एक पुत्री लवन्या व दो पुत्र रक्षित व राशित हैं।

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