फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) | यज्ञ महोत्सव में चारों दिन सतवस्तु के कुदरती ग्रन्थ व रामचरित मानस का अखण्ड पाठ, भजन, कीर्तन तथा हवन आयोजन के साथ-साथ आगन्तुक श्रद्धालुओं को परमपद प्राप्ति हेतु समभाव-समदृष्टि की युक्ति अनुरूप परस्पर सजनता का व्यवहार करने का पुरुषार्थ करने की प्रेरणा दे, आत्मिक ज्ञान प्राप्ति के प्रति जाग्रत किया जाएगा व साथ ही आत्मशुद्धि, आत्मनिरीक्षण, आत्मनियंत्रण, आत्मबोध व आत्मविजय की महत्ता से परिचित करा, मानवता के प्रतीक संतोष, धैर्य, सच्चाई, धर्म जैसे दिव्य गुणों को अपना परोपकार प्रवृत्ति में ढलने के लिए भी आवाहन दिया जाएगा ताकि वे अच्छे व नेक इंसान की तरह सर्वहित के निमित्त जीवन जीना आरमभ कर सकें। प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी हज़ारों की सं2या में दूर-दूर से सजनों के इस पावन यज्ञ में समिमलित होने की आशा है। ट्रस्ट द्वारा इन सभी भक्तजनों के ठहरने, भोजन एवं चिकित्सा इत्यादि की नि:शुल्क व्यवस्था वसुन्धरा परिसर में ही की गयी है।
यज्ञ महोत्सव में चारों दिन सतवस्तु के कुदरती ग्रन्थ व रामचरित मानस का अखण्ड पाठ
