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Posted by: | Posted on: April 1, 2020

एमवीएन विश्वविद्यालय ने अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के साथ मिलकर बल्लभगढ़ की चावला कॉलोनी के वार्ड नंबर 37 गायत्री मंदिर से लेकर गली नंबर 6 नहर किनारे तक सैनिटाइजर का छिड़काव किया

एमवीएन विश्वविद्यालय ने अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के साथ मिलकर बल्लभगढ़ की चावला कॉलोनी के वार्ड नंबर 37 गायत्री मंदिर से लेकर गली नंबर 6 नहर किनारे तक सैनिटाइजर का छिड़काव किया

बल्लबगढ़ (विनोद वैष्णव ) | एमवीएन विश्वविद्यालय ने अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के साथ मिलकर बल्लभगढ़ की चावला कॉलोनी के वार्ड नंबर 37 गायत्री मंदिर से लेकर गली नंबर 6 नहर किनारे तक सैनिटाइजर का छिड़काव किया| विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ तरुण विरमानी ने कहा कि हमारा उद्देश्य इस महामारी से जन-जन को बचाना एवं इस वायरस को जड़ से खत्म करने का है| उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस को समाप्त करने के लिए आइसोलेशन, लॉक डाउन, सैनिटाइजेशन, क्वॉरेंटाइन का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है|अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के महामंत्री हरदेश सिंह ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने इस वायरस की श्रृंखला को समाप्त करने की जो अपील की है उसे पूरा करने के लिए अपने घर पर रहे, बार-बार साबुन से हाथ धोएं एवं किसी भी बाहरी वस्तु को ना छुएं तथा एक दूसरे से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखें| अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के प्रदेश अध्यक्ष तरसेम वत्स ने बताया कि डॉ तरुण विरमानी एवं महामंत्री हरदेश सिंह के निर्देशानुसार एवं मार्गदर्शन में यह छिड़काव किया गया| एमवीएन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर जेवी देसाई एवं कुलसचिव डॉ राजीव रतन ने इस कार्य की सराहना करते हुए कहा कि मानव सेवा ही शिक्षा का सही मायना है और इस प्रकार के मानव कल्याण में हम सभी को बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए और यह भी कहा कि इस प्रकार के कार्य के लिए कोई भी आवश्यकता होगी हम मुहैया कराएंगे| इन जन सेवाओं के दौरान राष्ट्रीय महासचिव महेश सुदर्शन सिंह दिनेश सिंह विनोद गोस्वामी उपस्थित रहे|

Posted by: | Posted on: March 24, 2020

फरीदाबाद में संभावित कर्फूय एवं लॉक डाउन के सन्दर्भ में कोई भी समस्या हो तो घबराने की जरुरत नहीं इन नंबर पर सपर्क कर सकते है ,आपको तुरंत सहायता मिलेगी

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव ) ।उपायुक्त यशपाल ने बताया कि जिला प्रशासन कि ओर से जिले के लोगो को कोरोना वायरस से सुरक्षा व सहायता के लिए लघु सचिवालय, सेक्टर-12 के कमरा नंबर-7 मीडिया रूम में कण्ट्रोल रूम बनाया गया है तथा हेल्पलाइन नंबर जारी किये गये हैं, जिन पर कोरोना वायरस के संभावित संक्रमित व्यक्ति की जानकारी या अन्य किसी भी प्रकार कि प्रशासनिक मदद के लिए फ़ोन किया जा सकता है।

उपायुक्त ने बताया कि कण्ट्रोल रूम में हेल्पलाइन नंबर 0129-2221000, 2221001, 2221002, 2221003, 2221004, 2221005, 2221006, 2221007, 2221011, 2221014 की सेवाएँ 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा एम्बुलेंस सेवा के लिए हेल्पलाइन नंबर-108 पर संपर्क किया जा सकता है। उपायुक्त ने बताया कि राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 011-23978046 व राज्य स्तरीय हेल्पलाइन नंबर 85588-93911 पर भी सूचना दी जा सकती है।

Posted by: | Posted on: March 24, 2020

पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने एक लाख रुपये की राशि कोरोना रिलीफ फंड में देने की घोषणा की

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव ) | मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड गठित किया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं अपने व्यक्तिगत खाते से इसमें पांच लाख रुपये की राशि जमा कराने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने सभी को हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में योगदान देने की अपील भी की है। सभी विधायक भी इसमें एक महीने का वेतन और प्रशासनिक अधिकारी अपने वेतन की 20 फीसद राशि का योगदान देंगे। मुख्यमंत्री की अपील पर पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने एक लाख रुपये की राशि इस फंड में देने की घोषणा की है। पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि यह पूरे देश के लिए नाजुक घड़ी है और कोरोना के खिलाफ युद्ध में हम सब को अपना योगदान देना है।

Posted by: | Posted on: March 18, 2020

एमवीएन विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग ने कोरोना वायरस के प्रकोप की रोकथाम के लिए अपनी प्रयोगशाला के अंदर हैंड सैनिटाइजर बनाए|

एमवीएन विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग ने कोरोना वायरस के प्रकोप की रोकथाम के लिए अपनी प्रयोगशाला के अंदर हैंड सैनिटाइजर बनाए|

पलवल (विनोद वैष्णव ) | एमवीएन विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग ने कोरोना वायरस के प्रकोप की रोकथाम के लिए अनूठी पहल करते हुए अपनी प्रयोगशाला के अंदर विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं बाबा रामदेव द्वारा बताए गए सूत्रों के अनुसार हैंड सैनिटाइजर बनाए| विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सुझाए गए हैंड सैनिटाइजर में आइसोप्रोपिल एल्कोहल, हाइड्रोजन पेरोक्साइड, ग्लिसरोल एवं आसुत जल का प्रयोग किया गया| पतंजलि के संस्थापक बाबा रामदेव द्वारा सुझाए गए हर्बल हैंड सैनिटाइजर में नीम के पत्ते, तुलसी के पत्ते, लेमन ग्रास, एलोवेरा, कपूर, फिटकरी का प्रयोग किया गया| इसे बनाने के पश्चात बोतलों में भरकर विश्वविद्यालय के सभी विभागों में बाटा गया ताकि सभी कर्मचारियों को कोरोना के प्रकोप से बचाया जा सके| विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ तरुण विरमानी से वार्तालाप पर उन्होंने कहा है की इस कार्य को हम केवल विश्वविद्यालय तक ही सीमित नहीं रखेंगे बल्कि आसपास के गांवों के लोगों को भी ये हैंड सैनिटाइजर दिए जाएंगे ताकि उन्हें भी इस भयानक बीमारी से बचाया जा सके| विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जेवी देसाई, कुलसचिव डॉ राजीव रतन, डीन अकादमिक डॉ सचिन गुप्ता, सांस्कृतिक गतिविधियों के समन्वयक डॉ राहुल वार्ष्णेय एवं अकादमिक समन्वयक देवेश भटनागर ने फार्मेसी विभाग की पूरी टीम की जमकर प्रशंसा की एवं कहा कि फार्मेसी विभाग हमें हमेशा गर्वित महसूस कराता है| और यह भी कहा कि इस बीमारी से निपटने के लिए हम सरकार के साथ है एवं इसके लिए अथक प्रयास किए जाएंगे और जिस चीज की जरूरत होगी हम मुहैया कराएंगे| इन हैंड सेनीटाइजर को सफलतापूर्वक बनाने का श्रेय रेशु विरमानी, गीता मेहलावत, गिरीश कुमार, मोहित संदूजा, मोहित मंगला, उमाकांत, साहिल शर्मा, अश्वनी शर्मा, अनुभव, अंजली शर्मा, अश्वनी, त्रिलोक चंद, हरपाल, राजेश, योगेश, विनोद शर्मा, सोनू शर्मा को जाता है|

Posted by: | Posted on: March 18, 2020

जिला मानसिक स्वास्थ्य विभाग पलवल कि टीम द्वारा GNM College में मानसिक स्वास्थ्य से सम्बंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया

पलवल (दीपक शर्मा /योगेश शर्मा )|जिला मानसिक स्वास्थ्य विभाग पलवल कि टीम द्वारा GNM College में मानसिक स्वास्थ्य से सम्बंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया I जिसमे स्वंय सिविल सर्जन डॉ ब्रह्म दीप द्वारा जिला पलवल के RBSK टीम को मानसिक रोगों के पहचान, लक्षण व उपचार सम्बंधित जानकारियां साझाँ की I स्वास्थ्य विभाग कि टीम जिसमे उप सिविल सर्जन डॉ सुनीता शर्मा, डॉ साक्षी व जिला पलवल की सभी RBSK टीम के सदस्य उपस्थिति रहे I प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मधु मनोविज्ञानिक ने विभिन्न-विभिन्न मानसिक बीमारियाँ जैसे – डिप्रेशन, anxity, OCD व विद्यार्थियों से सम्बंधित विभिन्न मनोविज्ञानिक समस्याएँ,उनकी पहचान व उपचार व सावधानियों के बारे में जिला पलवल की सभी RBSK टीम को प्रशिक्षित किया गया I

Posted by: | Posted on: March 17, 2020

कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि लड़ने की जरूरत है

आज दिनांक 17-03-2020 को स्वास्थ्य विभाग पलवल की टीम द्वारा जिला न्यायालय व लघु सचिवालय में कोरोना वायरस के बचाव से सम्बंधित एक ट्रेनिंग का आयोजन किया गया I जिसमे स्वयं सिविल सर्जन पलवल डॉ. ब्रह्म दीप द्वारा सभी जज व वकीलों को कोरोना वायरस से बचाव के तरीके समझाये व किस प्रकार हम अपने साथ साथ अपने करीबे लोगो को इस वायरस से बचायें यह भी समझाया गया I स्वास्थ्य विभाग की टीम जिसमे की डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सुनीता शर्मा , डॉ. मंजीत व डॉ. अंजली द्वारा अपने हाथों को किस प्रकार धोया जाये जिससे की संक्रमण से बचाव हो सके बताया गया I टीम द्वारा बताया गया की न केवल अपने हाथो की सफाई रकें बल्कि जिस जिस वास्तु का प्रयोग कार्यालय में किया जाता है उसे भी संक्रमण मुक्त कैसे करना है यह भी समझाया गया I अंत में डॉ. ब्रह्म दीप ने बताया की हमें कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि लड़ने की जरूरत है I इसका सिर्फ एक ही इलाज है सावधानी और बचाव।

Posted by: | Posted on: March 17, 2020

जानिए अब तक भारत वर्ष के किन- किन राज्यो में कितने लोग हुए कोरोना वायरस से प्रभावित।

कोरोना वायरस के कहर के कारण अब श्रीकृष्ण जन्मभूमि में नहीं बंटेगा बालभोग-भंडारा
11 मार्च को, WHO ने नोवेल कोरोनावायरस रोग घोषित किया।(COVID-19) एक महामारी के रूप में फैल गया है (एक महामारी जो फैल गई है
दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए)। उसी दिन, भारत के प्रधान मंत्री के निर्देशानुसार,समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय मंत्री समूह (जीओएम) का गठन किया गया था।तैयारियों और किए गए उपायों की निगरानी और मूल्यांकन करें देश में COVID-19 के प्रबंधन के बारे में। भारत सरकार ने महामारी के तहत शक्तियों का आह्वान किया है। वायरस और COVID-19 को ‘अधिसूचित आपदा’ के तहत घोषित किया।रोग अधिनियम, तैयारियों और युक्तियों को बढ़ाने के लिए वायरस और COVID-19 को ‘अधिसूचित आपदा’ के तहत घोषित किया।आईये जानते है भारत में कितने देशो में कितने लोग इस वायरस से प्रभावित हूँ चुके हैं। पूजा सोलंकी इस खास रिपोर्ट में। ….

14 मार्च (05:00 बजे) तक, के कुल 84 मामले -भारत में COVID-19 की सूचना मिली है (67 भारतीय राष्ट्रीय और 17 विदेशी नागरिक प्रभावित हुए और कुल 10 ठीक हो गए और 2 की मौत हो गई)।

13 राज्य / केंद्र शासित प्रदेश – आंध्र प्रदेश (1 मामला), दिल्ली (7) ,मामले), हरियाणा (14 मामले), जम्मू और कश्मीर (2) ,मामले), कर्नाटक (6 मामले), केरल (19 मामले), लद्दाख (3 मामले), महाराष्ट्र (14 मामले), पंजाब (1) मामला), राजस्थान (3 मामले), तेलंगाना (1 मामला), तमिलनाडु (1 मामला) और उत्तर प्रदेश (12 मामले)

https://www.who.int/docs/default-source/wrindia/situation-report/india-situation-report-7.pdf?sfvrsn=cf4a7312_2 यह सारी जानकारी यह से ली गयी है .

Posted by: | Posted on: March 13, 2020

एमवीएन विश्वविद्यालय पलवल के विद्यार्थियों का पूषा कृषि मेले का भ्रमण

एमवीएन विश्वविद्यालय पलवल के विद्यार्थियों का पूषा कृषि मेले का भ्रमण

पलवल (विनोद वैष्णव )| एमबीएन विश्वविद्यालय के कृषि संकाय के विद्यार्थियों ने पूषा कृषि मेले का भ्रमण किया और यहां पर भारतीय अनुसंधान परिषद के द्वारा लगे विभिन्न स्टालों जैसे खाद, बीज, रसायन, और कृषि यंत्र आदि के बारे में जानकारी ली। बच्चों ने यहां बागवानी विभाग के अंतर्गत लगे अनेक प्रकार के फूल, सब्जी आदि को देखा और नई नई प्रजातियों के बारे में जाना। विद्यार्थियों ने दूध विभाग के अंतर्गत दूध से निर्मित खाद्य पदार्थ जैसे पनीर, सुगंधित दूध, क्रीम, खोवा आदि बनाने के बारे में जानकारी ली कि किस प्रकार किसान दुग्ध उत्पादन कर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। विद्यार्थियों ने भारतीय अनुसंधान पार्षद में लगे शोध ट्रायल जैसे सरसों, चना, गेहूं, टमाटर, प्याज, आदि का अवलोकन किया और यहां पर विभाग के संबंधित डॉक्टर से इनके बारे में जानकारी ली कि किस प्रकार से वैज्ञानिक इन ट्रायल को लगाकर इनमें लगने वाली नई बीमारी, कीट आदि का पता लगाकर किस प्रकार से इनका निदान करते हैं। विद्यार्थियों ने कृषि यंत्र कंबाइन, हार्वेस्टर, पोटैटो प्लांटर, और बीज बिजाई मशीन आदि पर भारत सरकार द्वारा मिलने वाली सब्सिडी के बारे में भी जानकारी ली। विद्यार्थियों ने मेले के दौरान किसान क्रेडिट पर मिलने वाले लोन के बारे में भी जाना कि किस प्रकार किसान, किसान क्रेडिट पर बैंक से लोन लेकर समय पर बीज बिजाई, सिंचाई और रसायन यंत्र खरीद सकते हैं ताकि सभी कृषक क्रियाओं को समय पर पूरा कर सके। इस सफल मेले के भ्रमण का श्रेय विभागाध्यक्ष डॉ सतीश चंद ने विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय डॉ0 जे0बी0 देसाई और कुलसचिव डॉ राजीव रतन को दिया।

Posted by: | Posted on: March 13, 2020

डिफरेंट-डिफरेंट आइस क्रीम के फ्लावोरो से बनाइये अपनी गर्मियों को और भी मज़ेदार

जब हम किसी मीठी चीज के बारे में बात करते हैं,तो गर्मियों में सबसे पहला नाम दिमाक में आइसक्रीम का आता है । आइसक्रीम एक मलाईदार खुशी है जो दूध, क्रीम, चीनी और अन्य स्वादिष्ट बनाने के सामग्रियों के सही मिश्रण के साथ बनाई जाती है। कोमलता से जमे हुए यह आनंद कई वर्षों से लोगों का पसंदीदा रहा है। यह न केवल बच्चों के बीच लोकप्रिय है, बल्कि सभी प्रकार के उपयोगकर्ताओं के बीच विभिन्न प्रकार की आइसक्रीम भी लोकप्रिय हैं।आईये जानते है आइसक्रीमो में कितने प्रकार के फ्लेवर पाए जाते है ,पूजा सोलंकी की खास रिपोर्ट में।

1 -रास्पबेरी आइसक्रीम=सामग्री-2 कप ताजा या जमे हुए रसभरी, आंशिक रूप से पिघला हुआ ,1 कप चीनी ,2 कप हैवी व्हिपिंग क्रीम ,1 कप आधा और आधा क्रीम ,2 चम्मच वेनिला अर्क….दिशा-निर्देश =एक ब्लेंडर में रास्पबेरी रखें; कटा हुआ होने तक कवर और पल्स। एक बड़े कटोरे में डाल दो; भंग होने तक चीनी में हलचल। मिश्रित सामग्री में हलचल जब तक मिश्रित। आइसक्रीम फ्रीजर के सिलेंडर में मिश्रण डालो; निर्माता के निर्देशों के अनुसार फ्रीज करें आइसक्रीम को फ्रीजर कंटेनरों में स्थानांतरित करें, विस्तार के लिए हेडस्पेस की अनुमति दें। 2-4 घंटे या फर्म तक फ्रीज करें।

2 -पुदिना चॉकलेट चिप आईसक्रीम=सामग्री=2 कप व्हिपिंग क्रीम ,14 औंस मीठा गाढ़ा दूध ,1/2 चम्मच पुदीना अर्क ,3 बूँदें हरे रंग का खाना ,1 कप चॉकलेट बिट्स को काट लें…..अनुदेश=एक बड़े मिक्सिंग बाउल में, अपनी भारी क्रीम को लगभग 10-15 मिनट के लिए तेज गति से फेंटें, जब तक कि कड़ी चोटियाँ न बनने लगें। एक अन्य कटोरे में, अपने गाढ़ा दूध, पेपरमिंट अर्क, खाद्य रंग और चॉकलेट बिट्स को मिलाएं। एक अन्य कटोरे में, अपने गाढ़ा दूध, पेपरमिंट अर्क, खाद्य रंग और चॉकलेट बिट्स को मिलाएं। अपने मीठे हुए गाढ़े दूध के मिश्रण में फेंटी हुई क्रीम डालें और सब कुछ एक साथ जोड़कर मोड़ें। एक 3 क्यूटी पैन में डालो और कसकर कवर करें। सेवा करने से पहले रात भर के लिए, 6 घंटे के लिए फ्रीजर में रखें।

३-स्ट्रॉबेरी आइसक्रीम=सामग्री=2 कप कटी हुई स्ट्रॉबेरी ,1 कप चीनी (विभाजित) ,2 कप हैवी क्रीम ,1 कप पूरा दूध ,1/2 चम्मच वेनिला अर्क ,1 पानी का नमक…..अनुदेश=मध्यम आकार के कटोरे में 1/2 कप चीनी के साथ कटी हुई स्ट्रॉबेरी मिलाएं। लगभग 15 मिनट के लिए सेट होने दें ताकि स्ट्रॉबेरी अपना रस छोड़ दें। ब्लेंडर या फूड प्रोसेसर में स्ट्रॉबेरी को ब्लेंड करें। एक बड़े कटोरे में भारी क्रीम, पूरे दूध, वेनिला अर्क, नमक और शेष चीनी के साथ स्ट्रॉबेरी मिश्रण को मिलाएं। रद्द करना। तैयार आइसक्रीम निर्माता में स्ट्रॉबेरी क्रीम मिश्रण डालो। निर्देशों के अनुसार चलने की अनुमति दें .अब नरम परोसें आइसक्रीम के लिए। स्कूपेबल आइसक्रीम के लिए, ब्रेड लोफ पैन में आइसक्रीम को स्कूप करें और प्लास्टिक रैप के साथ कवर करें। फ्रीजर में रात भर के लिए 6 घंटे के लिए रखें।

4 -पेपरमिंट आइसक्रीम=सामग्री=3/4 कप बहुत बारीक कुचल कैंडी कैन 30 स्टारलाइट कैंडी या लघु कैंडी कैन के बारे में ,1 1/2 कप हैवी क्रीम ,1 1/2 कप दूध ,2/3 कप चीनी ,1-3 चम्मच वेनिला अर्क (स्वाद के लिए समायोजित) ,3/4 चम्मच पेपरमिंट अर्क ,1/8 चम्मच ठीक समुद्री नमक ,वैकल्पिक: टॉपिंग के लिए अतिरिक्त कुचल कैंडी के डिब्बे…….अनुदेश=कैंडी को एक फूड प्रोसेसर या ब्लेंडर और पल्स में रखें जब तक कि कैंडी पाउडर में टूट न जाए। एक साथ क्रीम, दूध, चीनी, वेनिला, पेपरमिंट अर्क और नमक। कुचल कैंडी और व्हिस्क जोड़ें जब तक ज्यादातर संयुक्त। अपने आइसक्रीम निर्माता में डालो और निर्माता के निर्देश के अनुसार प्रक्रिया करें। सॉफ्ट सर्व आइसक्रीम के लिए तुरंत परोसें या एक एयरटाइट कंटेनर में स्थानांतरित करें और फर्म तक फ्रीज करें। का आनंद लें!





5 =कारमेल आइसक्रीम=सामग्री=1 1/4 कप चीनी, विभाजित ,2 1/4 कप भारी क्रीम, विभाजित ,1/2 चम्मच परतदार समुद्री नमक जैसे माल्डन ,1/2 चम्मच शुद्ध वेनिला अर्क ,1 कप पूरा दूध ,3 बड़े अंडे ,उपकरण: एक आइसक्रीम निर्माता…...तैयारी=मध्यम गर्मी के ऊपर एक सूखी 10 इंच की भारी कड़ाही में 1 कप चीनी गरम करें, चीनी को समान रूप से गर्म करने के लिए एक कांटा के साथ सरगर्मी करें, जब तक यह पिघलना शुरू न हो जाए, तब तक सरगर्मी और पकाना बंद कर दें, कभी-कभी स्कील को घुमाएं ताकि चीनी पिघल जाए, जब तक कि यह गहरा एम्बर न हो।1 1/4 कप क्रीम (मिश्रण मिलाएँ) और पकाएँ, सरगर्मी करें, जब तक कि सभी कारमेल भंग न हो जाएं। एक कटोरे में स्थानांतरण करें और समुद्री नमक और वेनिला में हलचल करें। कमरे के तापमान को ठंडा। इस बीच, एक छोटे से भारी सॉस पैन में दूध, शेष कप क्रीम, और 1/4 कप चीनी को उबालने के लिए ले आओ। मध्यम कटोरे में हल्के से फेंटें अंडे, फिर धीमी गति से गर्म दूध के मिश्रण का आधा भाग लगातार मिलाते हुए डालें। सॉस पैन में वापस डालें और मध्यम गर्मी पर पकाना, एक लकड़ी के चम्मच के साथ लगातार सरगर्मी करें, जब तक कि चम्मच के पीछे कस्टर्ड कोट न हो और एक तत्काल-पढ़ने वाले थर्मामीटर पर 170 डिग्री फेरनहाइट को पंजीकृत करें (उबाल न आने दें)। एक बड़े कटोरे में एक ठीक-जाली की छलनी के माध्यम से कस्टर्ड डालो, फिर ठंडा कारमेल में हलचल करें। ठंड कस्टर्ड, कभी-कभी सरगर्मी, बहुत ठंडा होने तक, 3 से 6 घंटे। आइसक्रीम मेकर में फ्रीज कस्टर्ड (यह अभी भी काफी नरम होगा), फिर एक एयरटाइट कंटेनर में ट्रांसफर करें और मजबूती के लिए फ्रीजर में रख दें।

6 =लेमन शर्बत आइस क्रीम =सामग्री =250 ग्राम सफेद कोस्टर शुगर ,नींबू के छिलके की मोटी पट्टी ,2-3 नींबू का रस ,2 बड़े चम्मच वोदका ……तरीका=एक छोटे पैन में 250 मिलीलीटर पानी, चीनी और नींबू के छिलके को गर्म करें जब तक कि चीनी घुल न जाए तब मिश्रण को उबाल लें। 3 मिनट के लिए पकाएं फिर गर्मी बंद करें और ठंडा होने के लिए छोड़ दें। नींबू का छिलका निकालें और त्यागें। 100 मिलीलीटर नींबू का रस निकालें और यदि उपयोग कर रहे हैं तो वोदका के साथ चीनी मिश्रण में जोड़ें। फ्रीजर बॉक्स में डालें और 1hr 30 मिनट के लिए फ्रीज करें और फिर फ्रीजर में लौटने से पहले आइस क्रिस्टल (जो किनारों पर बनने शुरू हो जाएंगे) को जोड़ने के लिए एक व्हिस्क के साथ मिलाएं। बर्फ के क्रिस्टल को तोड़ने के लिए 4 घंटे के लिए एक बार शर्बत को मिलाते रहें। मिक्स करना बंद करें जब फर्म लेकिन फिर भी स्कूपेबल हो तो 1 महीने तक फ्रीजर में स्टोर करें। नींबू ज़ेस्ट के कुछ कर्ल के साथ सजाए गए शर्बत के स्कूप्स परोसें।

Posted by: | Posted on: March 11, 2020

पलवल के स्वास्थ्य विभाग द्वारा चल रहे पोषण अभियान के अंतर्गत किशोर स्वास्थ्य सलाहकारों ने सरकारी मिडिल स्कूल घुगेरा में पोषण दिवस मनाया

पलवल (दीपक शर्मा /योगेश शर्मा) ;अजिला पलवल के स्वास्थ्य विभाग द्वारा चल रहे पोषण भियान (जोकि 8 मार्च से 22 मार्च तक चलेगा) के अंतर्गत किशोर स्वास्थ्य सलाहकारों ने सरकारी मिडिल स्कूल घुगेरा में पोषण दिवस मनाया I राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य दिवस के दौरान सभी किशोरों को उचित आहार से संबंधित सभी जानकारी विस्तुत रूप से दी एवं आहार से संबंधित पोस्टर भी बनवाए I किशोरों को बताया की यह एक जीवन का विकसित पड़ाव होता है जिसमे सही आहार की जरुरत होती है I उचित आहार न मिलने पर किशोर शारीरिक रूप से कमजोर हो जाता है I इस समय पर आई हुई कमजोरी की दूर करना मुश्किल हो जाता है I इसलिए किशोरों को बताया गया की अपने खाने में सभी प्रकार के पोषक तत्व दूध, घी, चना, अंकुरित दाले, फल, हरी सब्जियाँ एवं लोहे की कड़ाई में पकाया गया खाना, खाना चाहिए I एवं साथ ही बताया गया की फ़ास्ट फ़ूड और जंक फ़ूड से परहेज करना चाहिए I एवं खाना समय से खाना चाहिए I खाने को चबा कर खाना चाहिए, किशोरियों को माहवारी के दौरान अपना विशेषरूप से खाने का ध्यान रखना चाहिए एवं उचित आहार लेना चाहिए .