फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : कोरोना के कारण देश में आर्थिक हालात तो खराब हुए ही हैं, लेकिन इस दौरान सबसे ज्यादा क्षति छात्रों को हुई है। शिक्षा पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गई है। ऐसे में लिंग्याज विद्यापीठ (डीम्ड-टू-बी) यूनिवर्सिटी ने ग्रामीण क्षेत्रों के सरपंचों के साथ मिलकर स्कूलों में जाकर 12वीं कक्षा के छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए करियर काउंसलिंग जागरुकता अभियान शुरू किया है। जिससे छात्र-छात्राएं अपने भविष्य को सवार सकें।
यूनिवर्सिटी की प्रो वाइस चांसलर प्रो. जसकिरण कौर ने कहा कि कोरोना के इस महामारी के दौर में छात्रों को अपने भविष्य को लेकर चिंता सता रही है। कोरोना के दौरान नौकरियों के आप्शन तो कम हुए ही हैं। पढ़ाई भी दो साल से सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है। ऐसे में छात्र करियर को लेकर काफी पसोपेश में हैं। कौर ने कहा कि जिंदगी में सफल होने का केवल एक ही मूल मंत्र है वह है सही समय पर सही करियर का चुनना। इसी उद्देश्य को लेकर यूनिवर्सिटी ने ग्रामीण क्षेत्रों में सरपंचों के साथ मिलकर सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में जाकर करियर काउंसलिंग जागरुकता अभियान शुरू किया है। मंगलवार को तिलपत के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल से इस जागरुकता अभियान का आगाज हुआ।
कौर ने कहा कि यूनिवसिटी की इस मुहिम से छात्रों को करियर चुनने में काफी मदद मिलेगी। प्लेसमेंट एंड कॉपोरेट रिलेशन के डिप्टी डायरेक्टर विक्रांत अग्रवाल ने छात्रों को अपने लक्ष्य को तय करने के बारे में कई बारीकियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि करियर को लेकर कंफ्यूज है तो इसका एक ही समाधान है वक्त रहते करियर काउंसलर की मदद लेना। करियर काउंसलिंग आपको अपनी योग्यता और इंट्रेस्ट के आधार पर करियर फील्ड का चुनाव करने में मदद करती है। एक सही करियर का चुनाव न सिर्फ आपके सभी सपने पूरे कर सकता है बल्कि जिंदगी में जो बनना चाहते हैं वह भी बन सकते हैं। इसके अलावा छात्र-छात्राओं को मेंटल हेल्थ इश्यू, पर्सनालिटी डेवलपमेंट के साथ-साथ रोबोटिक गेम्स के जरिए उन्हें टीम स्पिरिट, लिसनिंग, लर्निंग, स्पीकिंग के गुर भी सिखाए गए।