दिल्ली/फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : रावल पब्लिक स्कूल के छात्रों और शिक्षकों के लिए भारत के संसद भवन का दौरा करना एक यादगार अनुभव था, जो भारत गणराज्य के लिए गर्व का प्रतीक है। रावल पब्लिक स्कूल के प्रतिनिधिमंडल ने लोकसभा हॉल, राज्यसभा हॉल और सेंट्रल हॉल का दौरा किया।
छात्रों को विभिन्न हॉलों का निर्देशित दौरा दिया गया और हमारे देश के लिए सर्वोच्च महत्व की इस इमारत के इतिहास की व्याख्या की गई। भारत की संसद दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करती है। छात्रों को बताया गया कि संसद भवन एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर द्वारा डिज़ाइन किया गया था, और भवन के निर्माण में छह साल लगे, और उद्घाटन समारोह 18 जनवरी, 1927 को भारत के वायसराय और गवर्नर-जनरल लॉर्ड इरविन द्वारा किया गया।
यह भविष्य के नेताओं के लिए एक समृद्ध अनुभव था, जो उन्हें सकारात्मक बदलाव के ध्वजवाहक बनने के लिए प्रेरित करता है। रावल एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष सी. बी. रावल ने स्कूल के इस प्रयास की सराहना की और स्कूल की प्रिंसिपल राखी वर्मा को बधाई दी, और कहा कि निश्चित रूप से छात्रों के लिए एक यादगार अनुभव है।