फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : आर्य समाज के संस्थापक, युग प्रवर्तक, प्रबल राष्ट्रोद्धारक व् सत्य सनातन वैदिक धर्मोद्धारक महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की 200वीं जयंती को एक बड़े वैदिक उत्सव के रूप में मनाया गया | इस अवसर पर डी.ए.वी.शताब्दी महाविद्यालय के प्रांगण में एक सौ ग्यारह कुण्डीय महायज्ञ का आयोजन कर स्वामी जी के विश्व शांति एवं कल्याण के संदेश को सार्थक करने का प्रयास किया गया | डी.ए.वी.शताब्दी महाविद्यालय प्रबंधकर्त्री समिति व आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा, नई दिल्ली के प्रधान, आर्यरत्न पदमश्री पूनम सूरी जी के आशर्वाद एवं मार्गदर्शन में इस महायज्ञ को किया गया | के.एल. मेहता दयानन्द संस्थान के चेयरमैन आनंद मेहता मुख्य अतिथि व डी.ए.वी.आई.एम. के प्राचार्य निदेशक डॉ. सतीश अहूजा विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में शामिल हुए | वहीं डॉ. दीप्ति जगोटा, प्राचार्या डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल सेक्टर-37 व कलस्टर हेड फरीदाबाद, डॉ. ज्योति दहिया, प्राचार्या डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, एन.आई.टी.-3 एवं नमिता शर्मा, प्राचार्या डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, बल्लबगढ़ का इस महायज्ञ आयोजन में अहम योगदान रहा | डी.ए.वी. विद्यालयों से शामिल हुए हंसा दत्त शास्त्री व देवकी नंदन शास्त्री के निर्देशन में महायज्ञ का संचालन किया गया |
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रांगण में एक सौ ग्यारह हवन कुंडों में वैदिक मंत्रों के साथ सभी अतिथियों, शिक्षकों, गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों व छात्रों ने आहुति दी | मुख्य अतिथि आनंद मेहता ने स्वामी जी के उच्च विचारों व दूरदर्शी सोच का वर्णन करते हुए कहा कि वे नारी शिक्षा, सशक्तिकरण व् सहभागिता के प्रबल समर्थक थे | महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. विजय वंती ने अपने सम्बोधन में कहा कि हम सभी बहुत ही भाग्यशाली हैं कि हमें ऐसे युगपुरुष, राष्ट्रोद्धारक व धर्मोद्धारक महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की 200वीं जयंती को मनाने का अवसर प्राप्त हुआ | इस महायज्ञ से वातावरण में शुद्धता व नई सकारात्मक ऊर्जा का संचार समस्त जीव जगत के कल्याण के लिए होगा |
डी.ए.वी. संस्थान के अन्य विद्यालयों से आये हुए छात्रों ने स्वामी जी की नीतियों, विचारों व शिक्षा की मनमोहक संगीतमय प्रस्तुति दी | महाविद्यालय आर्य समाज इकाई इंचार्ज व कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. अर्चना सिंघल ने सभी का इस महायज्ञ में शामिल होने पर धन्यवाद किया | इस अवसर पर डॉ.सुनीति अहूजा, डॉ.अर्चना भाटिया, डॉ. शिवानी तंवर, डॉ. नरेंद्र दुग्गल, डॉ. जीतेन्द्र ढुल के साथ समस्त प्राध्यापकगण, गैर-शिक्षकगण व लगभग पाँच सौ छात्रों ने मिलकर हवन में आहुति दी। महायज्ञ के उपरांत स्वामी जी के आशीर्वाद के रूप में लंगर प्रसाद का वितरण गया |