मुंबई (रूबी सिंह /विनोद वैष्णव ) | जैसा कि ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ ने अपनी दूसरी वर्षगांठ मनाई है, अभिनेता शांतनु माहेश्वरी जिन्होंने अफसान की भूमिका बखूबी निभाई, अपने अनुभव के बारे में खुल कर बात की और फिल्म के साथ अपनी यादगार सफर पर विचार किया। शांतनु ने सफलतापूर्वक हजारों फैंस और आलोचकों का दिल जीत लिया और उन्हें नीली आंखों वाला लड़का कहा जाने लगा और उन्हें उस वर्ष देखने लायक अभिनेताओं में टॉप पर रखा गया।
“ऐसा महसूस नहीं हो रहा है कि ‘गंगूबाई काठियावाड़ी‘ दो साल की हो गई है, ऐसा लग रहा है जैसे कुछ दिन पहले ही मैं संजय सर के साथ शूटिंग कर चूका हूँ और सेट पर उनसे सीख रहा था। हर कोई मुझे अफसान का किरदार निभाने के लिए याद करता है और यह बहुत बढ़िया है।” इतने खूबसूरत किरदार के लिए याद किया जाना।” शांतनु ने खुलासा किया
निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ काम करने पर शांतनु ने आगे कहा, “सेट पर संजय सर जैसे किसी व्यक्ति के साथ रहना और उन्हें अपने सामने अपनी जादू की छड़ी घुमाते हुए देखना बहुत संतुष्टिदायक अनुभव था। मैं सभी कौशलों को हमेशा याद रखूंगा।” और तकनीकें मुझे मास्टर के साथ सेट पर रहते हुए सीखने को मिलीं।
” वर्क फ्रंट की बात करें तो शांतनु अब नीरज पांडे की फिल्म ‘औरों में कहां दम था’ के साथ-साथ बंगाली सिनेमा में चलचित्र से डेब्यू करते नजर आएंगे।