बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के प्रति जागरूक करने का प्रयास : डीसी डा. हरीश कुमार वशिष्ठ

पलवल। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने एवं जन जागरूकता के लिए पूर्ण प्रयास किया जाएगा। सबके एकजुट प्रयासों से ही इस अभियान को शत-प्रतिशत सफलता मिलेगी। इसी उद्देश्य से महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत मोबाईल वैन को कम लिंगानुपात वाले गांव में जागरूकता फैलाने के लिए जिला सचिवालय से उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिला उपायुक्त ने कहा कि यह वैन महिला एवं बाल विकास विभाग के मिशन शक्ति योजना की जिला महिला सशक्तिकरण केंद्र (संकल्प) के द्वारा बेटी बचाओं-बेटी पढाओं के तहत रवाना की गई है।


उन्होंने कहा कि यह वैन महिलाओं के संवर्धन के लिए जागरुकता फैलाने का कार्य करेगी। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मिशन शक्ति महिला  सशक्तिकरण केंद्र (संकल्प) योजना के तहत समाज में जागरूकता के लिए बेटी बचाओं-बेटी पढाओं योजना के तहत सरकार द्वारा महिलाओं एवं बच्चियों के अधिकार एवं सहायता के लिए चलाई जा रहीं सभी योजनाओं का प्रचार किया जाएगा। यह वैन जिला पलवल में कम लिंगानुपात वाले 20 गांवों में प्रचार-प्रसार करने का कार्य करेगी। मिशन शक्ति के तहत बेटी बचाओं बेटी पढाओं, वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्प लाइन, नारी अदालत, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना, मुख्यमंत्री मातृत्व वंदना योजना, वर्किंग वोमेन हॉस्टल, आंगनवाडी कम क्रेच आदि योजनाओं का प्रचार-प्रसार व योजना के बारे में महिलाओं को अधिक से अधिक जानकारी देने के उद्देश्य से इस जागरूकता वैन को रवाना किया गया है। इस वैन के माध्यम से जिला के सभी खंडों के कम लिंगानुपात वाले गांव में लोगों को बेटियों के संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ योजना के तहत महिला को पहला बच्चा होने पर 5 हजार रुपए दिए जाते हैं और अगर दूसरी संतान यदि बेटी पैदा होती है तो उसको 6 हजार रुपए की राशि दी जाती है। इसमें जब पहली संतान गर्भधारण करती है तो महिला के पंजीकरण करवाने पर उसे 3 हजार रुपए और यदि वह सरकारी अस्पताल में डिलीवरी करवाती है तो उस संबंधित महिला को एक हजार रुपए और पहली संतान के जन्म लेने के बाद उसके टीकाकरण करवाने पर महिला को उसके सीधे खाते में 2 हजार रुपए ट्रांसफर किए जाते हैं। इन योजना के बारे में महिलाओं को अधिक से अधिक जानकारी देने के उद्देश्य से इस जागरूकता वैन को रवाना किया गया है।


डीसी डा. हरीश कुमार वशिष्ठï ने कहा कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं है। बेटियों को भी बेटों के समान अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है, जिसके बाद बेटियां पीछे मुडक़र नहीं देखती। बेटियों ने हर क्षेत्र में खुद को साबित किया है। कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए जिला प्रशासन हर संभव कदम उठा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें कहीं भी अवैध रूप से लिंग जांच अथवा कन्या भ्रूण हत्या की सूचना मिलती है, तो वे तुरंत प्रभाव से जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी नुपुर, पोषण सहायक एवं सुपरवाइजर राजेंद्र डागर, जिला मिशन समन्वयक कर्मवीर डागर सहित अन्य कर्मी मौजूद रहे।

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