फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय, फरीदाबाद के आध्यात्मिक क्लब द्वारा दस दिवसीय फैकल्टी और स्टूडेंट डेवलपमेंट कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, जिसमें श्रीमद भगवद गीता पर ध्यान केंद्रित किया गया। यह कार्यक्रम श्री कृष्ण परम धाम मंदिर, फरीदाबाद और इस्कॉन मंदिर, दिल्ली के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें लगभग चालीस छात्रों ने भाग लिया।
मुख्य अतिथि, डॉ. सरोज सवने, निदेशक, श्री कृष्ण परम धाम मंदिर, ने “जीवन में भगवद गीता का अनुप्रयोग” विषय पर एक ज्ञानवर्धक संबोधन दिया। उन्होंने गीता की शिक्षाओं के प्रचार-प्रसार और उनकी आज की दुनिया में प्रासंगिकता पर जोर दिया। पुष्कर चित्रांशी श्रीवास्तव, इस्कॉन दिल्ली के प्रमुख वक्ता, ने श्रीमद भगवद गीता के पहले और दूसरे अध्याय पर प्रवचन दिया। उन्होंने गीता की शिक्षाओं को युवाओं के नेतृत्व और व्यक्तिगत विकास के मार्गदर्शन के रूप में साझा किया। इस उद्घाटन सत्र ने पूरे कार्यक्रम के लिए एक सकारात्मक आधार तैयार किया, जो भगवद गीता की आध्यात्मिक और दार्शनिक शिक्षाओं की गहन खोज पर केंद्रित होगा।
डीएवी सेंचेनरी कॉलेज की कार्यकारी प्राचार्या डॉ. अर्चना भाटिया ने अतिथियों का स्वागत किया और इस पहल की सराहना की। उन्होंने छात्रों और संकाय सदस्यों को आगामी सत्रों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का समन्वय व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सोनिया नरूला द्वारा दिया गया, जबकि तकनीकी सहायता श्री ई. एच. अंसारी और पूर्व छात्र हरी ओम ने प्रदान की। छात्र प्रतिनिधि राजकुमार और प्रियंशी ने भी आयोजन में योगदान दिया।