फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डीएवी शताब्दी कॉलेज में इंस्टीट्यूशंस इन्नोवेशन काउंसिल के द्वारा लीडरशिप ट्रेट्स पर एक्सटेंशन लेक्चरर का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता ब्रह्म कुमारी संस्था की वरिष्ठ प्रशिक्षक सिस्टर पूनम के द्वारा नेतृत्व शैली के विभिन्न गुणों से परिचय कराया गया। अपने व्याख्यान में उन्होंने सफल नेतृत्व के लिए आध्यात्मिक शक्ति को सबसे महत्वपूर्ण बताया। बॉस और लीडर के मध्य भेद को विस्तार से समझाते हुए उन्होंने बताया कि प्रभावी नेतृत्व शैली सशक्त आंतरिक मूल्य प्रणाली पर निर्भर करती है । सिस्टर पूनम ने मानवीय रिश्तों में नम्रता बनाए रखने को एक अच्छे नेतृत्व की सबसे बड़ी पहचान बताई है। उन्होंने कार्य स्थल पर सभी को सामूहिक रूप से मेडिटेशन करने की सलाह दी। कॉलेज की कार्यकारी प्राचार्या डॉ अर्चना भाटिया ने सिस्टर पूनम का धन्यवाद देते हुए अपने वक्तव्य में एक अच्छे नेता की कथनी और करनी में समानता होने की बात कही। उन्होंने कहा कि एक अच्छे नेता को सबसे पहले एक अच्छे इंसान की कसौटी पर खरा उतरना होता है।
इस कार्यक्रम को आईआईसी की कन्वीनर डॉक्टर रुचि अरोड़ा और वाइस प्रेसीडेंट डॉ नरेंद्र कुमार के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। आईसीसी के सदस्य डॉ मीनाक्षी हुड्डा, डॉ अंकिता महिंद्रा, डॉ राजकुमारी के साथ डॉ रश्मि रतुरी ने कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कॉलेज के सभी विभागों के हैड और डीन ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर अच्छे नेतृत्व की बारीकियों से अपने को अवगत कराया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सभी शिक्षकों में आत्म सशक्तिकरण, नेतृत्व क्षमता और सकारात्मक सोच को विकसित करना था।
आध्यात्मिक शक्ति ही है अच्छे नेतृत्व का सबसे बड़ा गुण: सिस्टर पूनम
