फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय में अमृता हॉस्पिटल, लाइफ फर्स्ट फाउंडेशन और फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से “हेड इंजरी रोकथाम और जागरूकता” विषय पर एक जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। विश्व हेड इंजरी दिवस के अवसर पर आयोजित सत्र का उद्देश्य छात्रों और संकाय सदस्यों को हेड इंजरी के कारण, बचाव और प्राथमिक उपचार के उपायों के प्रति जागरूक करना रहा। कार्यक्रम की थीम “सर सलामत तो घर सलामत” ने दोपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट पहनने और सड़क सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया। महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्या डॉ. अर्चना भाटिया ने एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस स्वयंसेवकों और वाईआरसी सदस्यों को बाइक चलाते समय हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित किया।
विशिष्ट वक्ताओं में शामिल अमृता हॉस्पिटल के डॉ. अनुराग शर्मा ने हेड इंजरी और प्राथमिक चिकित्सा पर व्यावहारिक जानकारी प्रदान की | कम्युनिटी पुलिसिंग इंचार्ज इंस्पेक्टर सुनीता सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन की अनिवार्यता को समझाया | कम्युनिटी पुलिसिंग समन्वयक सब-इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह ने हेड इंजरी रोकथाम में पुलिस की भूमिका पर जानकारी मुहैया कराई | ट्रैफिक पुलिस ताऊ एएसआई वीरेंद्र सिंह ने ट्रैफिक सुरक्षा और हेलमेट पहनने के फायदे गिनाये | लाइफ फर्स्ट फाउंडेशन के चेयरमैन एडवोकेट बलजिंदर सिंह विर्दी ने सड़क दुर्घटनाओं से जुड़े कानूनी पहलुओं पर जानकारी साझा की | लाइफ फर्स्ट फाउंडेशन के उपाध्यक्ष शेरी सक्सेना ने सामाजिक संगठनों की भूमिका को रेखांकित किया | लाइफ फर्स्ट फाउंडेशन के मुख्य सलाहकार नवनीत गुम्बर ने सामाजिक उत्तरदायित्व और सड़क सुरक्षा पर अपने विचार रखे | लाइफ फर्स्ट फाउंडेशन की युवा प्रकोष्ठ प्रभारी डोरी शर्मा ने युवाओं की भागीदारी और जागरूकता अभियानों के महत्त्व को बताया | इस सत्र में प्राथमिक उपचार के व्यावहारिक प्रदर्शन भी किए गए, जिसमें दुर्घटना की स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया देने के उपाय बताए गए। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में मैडम सुनीता दुडे़जा, डॉ. राघवेंद्र पालीवाल व नेत्रपाल सैन का विशेष योगदान रहा।