नई दिल्ली/हिसार( विनोद वैष्णव )। कॉमनवेल्थ गेम्स के चौथे दिन भारत की टेबल टेनिस टीम ने सिंगापुर की टीम को हरा कर स्वर्ण पदक जीत लिया। कॉमनवेल्थ के इतिहास में यह पहला मौका है जब महिला टीम ने स्वर्ण जीत हो। इससे पहले भारतीय टेबल टेनिस टीम ने सेमिफाइनल में इंग्लैंड को हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया था। फाइनल में भारतीय टीम की मोउमा दास, मनिका बत्रा और माधुरिका पाटकर ने सिंगापुर टीम के वल्र्ड रैंकिंग नंबर एक व रैंकिंग चार के खिलाडिय़ों को हर का यह उपलब्धि हासिल की। टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला विजेता टीम को बधाई दी है। टेबल टेनिस के संघ के पदाधिकारी एमपी सिंह और प्रेम वर्मा ने भी खिलाडिय़ों से मुलाकात की फाइनल जीतने की बधाई दी। टीटीएफआई अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी वे पूरी लगन के साथ फाइनल मैच में बिना किसी दबाव के उतरे और प्रतिद्वंद्वी खिलाडिय़ों को हरा कर गोल्ड कोस्ट पर तिरंगा फहराया। विदित रहे कि टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला टीम के साथ इन दिनों ऑस्ट्रेलिया ही गए हुए हैं। सांसद दुष्यंत चौटाला ने बताया कि भारतीय टीम की मोउमा दास और माधुरिका पाटकर ने इंग्लैंड की मारिया और सिबले केली को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उनका लक्ष्य एक ओम्पिक खेलों तक देश में एक मिनियन टेबल टेनिस खिलाड़ी तैयार करना है। इस दिशा में वह देश के हर हिस्से में जाकर टेबल टेनिस का जाकर प्रचार प्रसार करने के साथ साथ खिलाडिय़ों का हौसला बढ़ा रहे हैं। उन्होंने हिसार लोकसभा में भी शिक्षण संस्थानों में 100 टेबल टेनिस की किट उपलब्ध करवाई है।