फरीदाबाद : रोजाना बढ़ रहे तापमान और लू के गर्म हवाओं के झोकों से हर कोई परेशान है, पर यह परेशानी उन सरकारी स्कूलों के बच्चों से कोई पूछे, जो दिन भर पेड़ के नीचे बैठ कर पढ़ने को मजबूर हैं। ऐतमादपुर स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला और एनआइटी स्थित इंदिरा नगर प्राथमिक पाठशाला का हाल कुछ ऐसा ही है। यहां कमरों की उचित व्यवस्था नहीं है। बच्चे या तो बरामदों में बैठे नजर आएंगे, या पेड़ के नीचे उनकी कक्षा लगी दिखेगी।
राजकीय प्राथमिक पाठशाला इंदिरा नगर में 300 बच्चे पढ़ते हैं और इतनी संख्या के लिए स्कूल में केवल पांच ही कमरे हैं और इन कमरों की क्षमता भी 25 से 30 बच्चों की है, पर बच्चे 50 के करीब बैठे नजर आते हैं। तेज गर्मी और लू के चलते इन कमरों में बैठने वाले बच्चे पसीने से परेशान रहते हैं। इन कमरों में बहुत उमस भी रहती है। शेष बच्चों की कक्षाएं बरामदों में लगती हैं। एत्मादपुर में पेड़ नीचे पढ़ते हैं बच्चे
एत्मादपुर राजकीय प्राथमिक पाठशाला में पढ़ने वाले बच्चों का सीधा सामना लू और सूरज की चिलचिलाती धूप से होता है। इस स्कूल के बच्चे पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाई करते हैं। यहां पर प्राथमिक के साथ माध्यमिक स्कूल भी है। प्राथमिक विद्यालय में 800 के करीब बच्चे हैं। पर्याप्त कमरों के अभाव में बच्चे पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाई करते हैं। गर्मी बढ़ने से बच्चे बीमार हो रहे हैं, लेकिन अध्यापक विभागीय कार्रवाई की वजह से कुछ कर नहीं पा रहे हैं। समय बदलाव से मिलेगी राहत
तेज गर्मी और लू को देखते हुए प्रदेश शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा ने राजकीय विद्यालयों के समय में बदलाव किया है। स्कूल अब सुबह आठ से दोपहर ढाई बजे के स्थान पर दोपहर डेढ़ बजे तक चलेंगे। इससे बच्चों और अध्यापकों को थोड़ी राहत मिलेगी। ओल्ड फरीदाबाद, इंदिरा नगर, मिलहार्ड कॉलोनी सहित कई स्कूलों में कमरे निर्माण व उन स्कूलों में शिफ्ट करने के लिए अधिकारियों से मिल चुके हैं, जहां पर बच्चों की संख्या कम है। केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर को भी ज्ञापन दिया गया है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
-चतर ¨सह, हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन मैंने हाल ही में कार्यभार संभाला है। मुझे इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, पर विभिन्न स्कूलों के मुखियाओं से कमरों की बाबत मांग मांगी गई हैं। हम बेहतर व्यवस्था स्थापित करने को प्रयासरत हैं।