फरीदाबाद: हरियाणा के शिक्षा मंत्री और फरीदाबाद के शिक्षा विभाग के अधिकारी अपना कामकाज करने में पूरी तरह से फेल हैं। ये कहना है बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष वकील एल एन पाराशर का जिन्होंने दुबारा फरीदाबाद के धौज गांव के कन्या विद्यालय का दौरा किया और वहां देखा कि स्कूल के प्रांगण में अब भी गाय और अन्य जानवरों को बांधा गया था। एक हफ्ते पहले भी उन्होंने इस स्कूल का दौरा किया था और उस समय भी इस स्कूल के जानवर बंधे थे। वकील पाराशर ने कहा कि जगाने के बाद भी न शिक्षा मंत्री जागे न फरीदाबाद का शिक्षा विभाग जागा जिस कारण ये स्कूल अब भी तबेला बना हुआ है। उन्होंने कहा कि अब मैं तीसरी बार इस स्कूल का चक्कर नहीं लगाऊंगा और जल्द इस तबेले को फिर से स्कूल में न तब्दील किया गया तो शिक्षा मंत्री और उनके विभाग के अधिकारियों के खिलाफ याचिका दायर करवा उन्हें कोर्ट में घसीटूंगा।
वकील पाराशर ने कहा कि एक तरफ तो हरियाणा सरकार कहती है कि बेटियों को पढ़ाओ और दूसरी तरफ बेटियों के पढ़ने वाली जगह पर गाय व् अन्य पशु बांधे गए हैं और स्कूल के कमरों में पशुओं का चारा रखा गया है। ऐसे कैसे बेटियां पढ़ाएगी हरियाणा सरकार। उन्होंने कहा कि धौज गांव वाले उनसे बार बार अपील कर रहे हैं कि वो इस स्कूल को तबेले से फिर स्कूल बनवाएं इसलिए उन्होंने दुबारा इस स्कूल का दौरा किया। दुबारा स्कूल का जायजा लेने पहुंचे वकील पाराशर से स्थानीय निवासियों ने गुहार लगाई थी कि वो निजी स्कूलों में लुट रहे हैं और यहाँ का एक मात्र लड़कियों का सरकारी स्कूल कई वर्षों से तबेला बना हुआ है। वकील पाराशर ने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग शायद बेटियों की पढ़ाई से ज्यादा पशुओं का ख़याल रखते हैं इसलिए इस स्कूल को तबेला बनवा दिया है।
वकील पाराशर के साथ दुबारा स्कूल का जायजा लेने पहुंचे एनआईटी के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता इकराम खान ने बताया कि इस गांव की आबादी लगभग 25 हजार है और यहाँ एक मात्रा कन्या विद्यालय था जो तबेला बना हुआ है। स्थानीय लोग अपनी बच्चियों को पढ़ाना चाहते हैं लेकिन स्कूल के तबेला बनने के कारण लोगों की बच्चियां पढ़ नहीं पा रहीं हैं। इकराम खान ने बताया कि यहाँ अधिकतर लोग गरीब हैं जो अपनी बच्चों को निजी स्कूल में नहीं पढ़ा सकते। उन्होंने बताया कि गांव के लोग कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारी और स्थानीय विधायक से इस स्कूल को शुरू करने की मांग कर चुके हैं लेकिन ग्रामीणों की कोई नहीं सुनता। उन्होंने बताया कि इस गांव के साथ सौतेला व्योहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार यहाँ के लगभग 25 हजार लोगों के साथ भेदभाव कर रही है और सरकार ने एक मात्र लड़कियों के स्कूल को तबेले के रूप में तब्दील करवा दिया है।
स्थानीय लोगों ने वकील पाराशर को बताया कि पूर्व मंत्री शिव चरण लाल शर्मा ने इस स्कूल को बनवाया था लेकिन पिछले चुनावों में वो हार गए जिसके बाद स्थानीय विधायक से फ़रियाद की गई कि स्कूल को चलवाने का प्रयास करें लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। गत वर्ष उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने इस प्राथमिक स्कूल की चारदीवारी का उद्घाटन किया था जिसका बोर्ड भी लगा है लेकिन अब भी इसमें स्कूल नहीं तबेला चल रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से ग्रामीण कई बार मिल चुके हैं लेकिन अधिकारी हाँथ खड़े कर देते हैं।
वकील पाराशर ने कहा कि बहुत जल्द मैं शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का मामला दर्ज करवाऊंगा और हरियाणा के शिक्षा मंत्री का नाम में इस मामले में शामिल रहेगा क्यू कि इस स्कूल को तबेले में तब्दील करवाने में उनका भी सहयोग हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस स्कूल को लेकर वो पीएम को भी पत्र के माध्यम से अवगत कराएँगे कि हरियाणा सरकार और हरियाणा का शिक्षा विभाग किस तरह से सरकारी स्कूलों का बेडा गर्क कर रहा है।