चण्डीगढ़( विनोद वैष्णव )- हरियाणा सरकार प्रदेश में शराब पीकर वाहन चलाने के कारण होने वाली दुर्घटना में मृत्यु होने पर उसे गैर जमानती अपराध घोषित करने का विचार कर रही है ताकि सडक़ दुर्घटनाओं को कम किया जा सके ।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने आज विधानसभा सत्र के दौरान लाए गए एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शराब, अफीम, चूरा पोस्त, गांजा, चरस, हिरोइन, स्मैक जैसे मादक पदार्थों की अवैध बिक्री तथा अवैध सेवन के मामले में अति गम्भीर है। यह कहना बिल्कुल गलत है कि राज्य के सम्बन्धित प्राधिकारियों द्वारा इन गम्भीर मामलों में उचित कार्यवाही नहीं की जाती। वास्तव में मादक पदार्थों की बिक्री तथा सेवन की रोकथाम, अपराधियों की धर पकड़ और उन्हें दण्डित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा बहु-आयामी दृष्टिïकोण अपनाया गया है। युवा वर्ग को मादक पदार्थ से होने वाले नुकसान के बारे तथा उनकी ऊर्जा को रचनात्मक गतिविधियों से जोडऩे के लिए उन्हें शिक्षित करने के प्रयास किए जा रहे है ताकि उनका भविष्य सुरक्षित रह सकेे।
सम्बन्धित प्राधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि वे इस तथ्य को अति महत्त्व दें कि मादक पदार्थों का प्रसार वर्तमान एवं भावी पीढिय़ों के लिए अत्यन्त हानिकारक होगा। सम्बन्धित विभाग किसी भी प्रकार के मादक पदार्थों की अवैध बिक्री, तस्करी और प्रयोग में संलिप्त अपराधियों के विरूद्घ त्वरित एवं अनुकरणीय कार्यवाही कर रहे हैं। प्राधिकारी वर्ग अवैध शराब और अवैध दवाईयों के उत्पादन पर सख्त निगरानी रख रहे हैं। अवैध उत्पादकों के खिलाफ विधि अनुसार सख्त कार्यवाही की जा रही है। सभी प्रकार की अनैतिक गतिविधियों को खत्म करने के लिए दिन-प्रतिदिन कार्रवाई की जा रही है। इस सम्बन्ध में सभी जिलों को समय-समय पर विस्तृत अनुदेश जारी किए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि इसके अतिरिक्त शराब तथा मादक पदार्थों की तस्करी को पकडऩे हेतु नियमित तौर पर विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। हाल ही में 14 दिसम्बर,2017 से 15 जनवरी, 2018 तक मादक पदार्थों के तस्करों, शराब की तस्करी, महिला विरूद्घ अपराधी की रोकथाम तथा धर पकड़,सम्पत्ति विरूद्घ अपराधों की रोकथाम तथा धर-पकड़ तथा अतिवांछित अपराधियों को पकडऩे के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया। इसी प्रकार, मादक पदार्थों की धर-पकड़, अवैध हथियारों का पता लगाने, महिलाओं के साथ छेड़छाड और यातायाज नियमों की उल्लंघना, जैसेकि नशे की हालात में अथवा तेज रफ्तार से गाड़ी चलाना रोकने के लिए 1 मई, 2017 से 15 मई, 2017 तक विशेष अभियान चलाया गया।
हरियाणा में वर्ष 2017 के दौरान मादक शराब के व्यापार में संलप्ति व्यक्तियों के खिलाफ 14,668 आपराधिक मामले दर्ज करके लगभग सभी दोषियों को गिरफ्तार किया गया और तस्करी की शराब को कब्जे में लिया गया। इसके अतिरिक्त, इसी समयावधि में तस्करी की 8,84,256 बोतल देसी शराब 38,702 बोतल अवैध शराब, 7,61,047 बोतल अंग्रेजी शराब, 73,910 बोतल बीयर बरामद की गई तथा अवैध शराब बनाने की 22 चालू भटियों को भी पकड़ा गया। वर्ष 2017 के अन्तर्गत मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ 2247 आपराधिक मामले दर्ज किए गए जिनमें तकरीबन सभी दोषियों को गिरफ्तार किया गया तथा उनके कब्जे से 86.28 किलो अफीम, 124.736 किलो चरस, 9549.65 किलो चूरा-पोस्त, 9.494 किलो स्मैक, 4367.881 किलो गांजा तथा 3.918 किलो हिरोइन बरामद की गई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मादक पदार्थों और नशीली दवाई, अवैध हथियार और जाली मुद्रा के उत्पादन और आपूर्ति, छीना-झपटी, अपहरण और फिरौती के लिए अपहरण, अपराधियों के अन्दरुनी झगड़े/शूट आउट और ठेके पर हत्या, डकैती और लूट के संवेदनशील मामलों, आतकंवाद और अन्तर्राष्टï्रीय अपराध सम्बन्धित मामलों के सघन अनुसंधान करने के लिए 3 अक्तूबर, 2017 को एक स्पैशल टास्क फोर्स स्थापित की है। एक पुलिस महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी को स्पेशल टास्क फोर्स का मुखिया बनाना गया है तथा इसका मुख्यालय गुरुग्राम में स्थापित किया गया है।
मंत्री ने कहा कि प्राधिकारी वर्ग राज्य में मादक पदार्थों के विकार को पूरी तरह से खत्म करने के लिए अधिक से अधिक प्रयत्न कर रहे हैं। जिन सरकारी कर्मचारियों की मादक पदार्थों अथवा अवैध शराब के मामलों में संलिप्तता पाई जाती है उनके विरूद्घ कड़ी कार्यवाही की जाती है।
राज्य सरकार द्वारा राज्य की युवा शक्ति को देश की उत्थान गतिविधियों में लगाने के उद्देश्य से एक नया प्रोग्राम ‘पुलिस कैडिट कोर’ आरम्भ किया जा रहा है। ‘स्वस्थ्य शरीर-स्वस्थ दिमाग’ के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के प्रत्येेक जिले में सामुदायिक योजनाएं जैसेकि मैराथन दौड़, योग तथा राहगिरी का आयोजन किया गया जा रहा है। यह सभी कार्यक्रम युवा वर्ग द्वारा पंसद किये जा रहे हैं और वे अधिक से अधिक संख्या में इन कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं। राज्य सरकार अप्रैल माह में पुलिस विभाग में युवा वर्ग को अधिक से अधिक संख्या में शामिल करने के लिए जल्दी ही भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगी। राज्य सरकार वर्तमान और भविष्य की पीढ़ी को लेकर अपनी जिम्मेदारी की ओर पूर्णतया सजग है और मादक पदार्र्थों और अवैध शराब के विकार को खत्म करने में भी कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेगी, अपराधियों को हतोत्साहित करने तथा मादक पदार्थों और अवैध शराब की बिक्री, उत्पादन और तस्करी में संलिप्त पाए जाने वाले अपराधियों और शरारती तत्वों के खिलाफ सरकार प्रयन्त सुनिश्चित करती रहेगी। ऐसे तत्वों के खिलाफ अनुकरणीय, त्वरित, कठोर तथा विधि सम्मत कार्यवाही की जाएगी। सरकार अवैध शराब और मादक पदार्थों से सम्बन्धित विकारों से युवा वर्ग को दूर रखने के लिए नियमित तौर पर शिक्षित करती रहेगी।