फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| सर्वोदय अस्पताल एवं मानव रचना शिक्षण संस्थान व हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् के संयुक्त तत्वाधान में”पिंक रिबन आर्ट फेस्टिवल 2.0″ मानव रचना यूनिवर्सिटी के प्रांगण में दिल्ली – एन० सी०आर० के सबसे बडे पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया | जिसमें पेंटिंग प्रतियोगिता के माध्यम से सभी उपस्थित लोगों ने नारी सशक्तिकरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए कलर और ब्रश का सहारा लिया | इस पेंटिंग प्रतियोगिता में सभी उम्र के लोग, बच्चे, बूढ़े, महिला और पुरुष सभी ने बढ़ – चढ़ कर हिस्सा लिया |
सर्वोदय हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि ” इस प्रतियोगिता का आयोजन नारी सशक्तिकरण के प्रति जागरूकता को उच्च स्तर तक ले जाने और शहर को एकजुट करने के लिए किया गया था ताकि नारी सशक्तिकरण पर सार्वजनिक रूप से चर्चा की जा सकें। यहां एक साथ दिल्ली – एन० सी० आर० के लगभग 1300 लोगों ने नारी सशक्तिकरण के प्रति जागरूकता के लिए चित्रकारी की और उससे जुडी सभी जानकारियों को प्राप्त किया जिससे समाज में नारी सशक्तिकरण के प्रति सजगता विकसित हो सके | डॉ. गुप्ता ने आगे बताया कि सर्वोदय अस्पताल एक स्वस्थ समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध है जिसमें महिलाओं को केंद्र में रखकर समय- समय पर सर्वोदय अस्पताल महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने के लिए कार्य करता रहता है इसी दिशा में सर्वोदय अस्पताल पूरे वर्ष भर में महिलाओं के स्तन कैंसर की जाँच के लिए मात्र 1 रूपये में मेमोग्राफी की सुविधा दे रहा है | ये सभी कोशिशें यकीनन समाज में बदलाव लाएगी।”
प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर रहे हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् के मानद महासचिव श्रीकृष्ण कुमार ढुल जी ने बताया कि इस प्रकार ने अनूठे आयोजन समाज में दोहरे फायदे के साथ स्वीकार किये जाते है जिसमे एक तो उभरती हुई कला को मंच मिल जाता है और दूसरा बड़े ही संजीदा अंदाज़ से समाज के जागरूकता फैल जाती है | नारी सशक्तिकरण की जागरूकता के आयोजन भारत में करना इसलिए जरुरी है क्योंकि आज भी हमारे समाज में महिलाओं को बराबरी का दर्जा नहीं मिलता और उन्हें हर एक स्तर पर अपने आप को साबित करना पड़ता है| उन्होंने बताया की समाज से सामाजिक कुरूतियों को दूर करके हम नारी को आगे और विकास की दिशा में ले जाने का कार्य कर रहे हैं | लोगों के अन्दर नवचेतना व जागरूकता लाकर बाल श्रम एवं भिक्षावृति को रोकना हम सबका पहला लक्ष्य होना चाहिए |
मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीटूशन्स के वाईस प्रेजिडेंट डॉ.अमित भल्ला ने बताया कि “सभी प्रतियोगियों को उनकी उम्र और उनके बौद्धिक विकास के हिसाब से पेंटिंग करने के विषय दिए गए थे जैसे 11 साल तक के बच्चों को “मेरी माँ -मेरी सुपरहीरो”विषय, 11 वर्ष से 14 साल के बच्चों को “शिक्षित नारी – शिक्षित देश” विषय, 14 वर्ष से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए “नारी जिससे प्रेरणा मिली ” विषय दिया गया था | वहीं 18 वर्ष से 24 वर्ष के नौजवानों को “एक महिला – अनेक जिन्दगी” विषय पर अपने विचारों को चित्रकारी से दर्शाने का मौका मिला | कार्यक्रम में विजेताओं के निर्णय के लिए 6 मुख्य विशेषज्ञों को विशेष निमंत्रण पर बुलाया गया था | जिन्होंने 5 वर्गों में से विजेताओं के नाम की
घोषणा की |”
विजेताओं के नाम : केटेगरी A : 1) आर्यन मेहता, 2) दीपशिखा देय, 3) रोशिता महाजन, केटेगरी B 1)ऋषित धारा, 2)सोनू कुमार मिश्रा, 3) यश पांडेय केटेगरी C : 1) मन्नत आनंद, 2) तक्ष सेठी, 3) मोहम्मद फहाद जमाली, केटेगरी D :1) कबीर मलिक , 2) अंकित कुमार, 3) नीलिमा अरोड़ा, केटेगरी E : 1) गौतम घोष, 2) मैक्कु मैथू, 3) मनोहर अग्रवाल
इस अवसर मानव रचना की मुख्य संरक्षक सत्या भल्ला, एमआरआईआईआरएस के वीसी डॉ. एनसी वाधवा, एमआरयू के वीसी डॉ आईके भट्ट, डॉ.अमित अग्रवाल (सर्वोदय हॉस्पिटल), हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के नोडल अधिकारी कमलेश शास्त्री, कार्यवाहक बाल कल्याण अधिकारी सुरेन्द्र लाल खत्री, मंचसंचालक अनिल बेताब व दीक्षा, इत्यादि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे |