फरीदाबाद/लंदन (विनोद वैष्णव ) | यू .के., इंग्लैंड स्थित लंदन की संसद (हाउस ऑफ़ कॉमन्स) में हरियाणा प्रदेश के फरीदाबाद जिला स्थित फौगाट पब्लिक सी. सै. स्कूल के निदेशक सतीश फौगाट को प्रमाण पत्र एव ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान करने वाले किरदारों को दिया गया। पुरस्कार/ अवॉर्ड भारत देश व अन्य देशों से आए शिक्षाविदों को दिया गया।
इस मौके पर हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स के लॉर्ड डूब्स, बेरोनैस थॉमटन आध्यात्मिक गुरु व इस्कॉन संस्था के ट्रस्टी गुरु गौड़ गोपाल दास, सी.बी.एस.ई. के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज, क्षेत्रीय अधिकारी मनीष अग्रवाल, निसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. कुलभूषण शर्मा, इंटेलीजेन्ट माइंडस ट्रस्ट के ट्रस्टी राजेश बजाज, ओमान से सिद्दीकी हसन, सूरत से चुन्नीभाई गजेरा, रबिन्द्र, कुवैत से डॉ. अनीस अहमद, पुणे से जितेंदर सिंह, जालंधर से फादर अंटोनी, लखनऊ से डॉ भारती गाँधी आदि उपस्थित थे। श्री सतीश फौगाट जी को इस अवसर पर बोलने का मौका मिला तो उन्होंने भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता की झलक जो अपने वक्तव्य से छोड़ी, सभी उसके कायल हो गए ।
उन्होंने अपना सम्बोधन भगवान श्री कृष्ण को याद करते हुए संस्कृत वाणी में “कर्मण्ये वा धिकारस्ते मा फलेषु कदाचन” सूक्ति से किया और कर्मवाद पर आधारित भाषण दिया। उपस्थितजनो ने इंग्लैंड धरती पर भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति की झलक दिखाने वाले श्री फौगाट जी को सराहा।
अवॉर्ड समारोह से एक दिन पूर्व लंदन स्थित सेंट स्टीफन स्कूल की शैक्षिक यात्रा की गई। पढ़ाई खासतौर से क्रियाकलाप आधारित थी और टेबलेट से पढ़ाई कराई जा रही थी। पढ़ाई का समय सप्ताह के पांच दिन और स्कूल में ही सभी बच्चो के लिए लंच की व्यवस्था थी। प्रत्येक कक्षा में एक मुख्य अध्यापिका व एक सहायक अध्यापिका समेत 2 टीचर थे। ज्ञात रहे कि लंदन में सभी नागरिकों के बच्चों की पढ़ाई व स्वास्थ्य सम्बन्धी खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाता है ।