फरीदाबाद (दीपक शर्मा ) | असावती गांव की सरपंच करण पहलवान ने विशेष प्रयासों से शमशान को मनोरम पार्क में तब्दील कर दिया है| पार्क और मंदिर के चलते अब वाह सुबह शाम ग्रामीण सैर करने जाते हैं| शाम होते ही शमशान घाट में बनाए गए पार्क में बच्चों का खेल कूद करना और मंदिर में महिलाओं का पूजा करने ने रूढ़िवादी परंपरा को ही बदल दिया| गांव असावटी मे गांव से बाहर पंचायत की करीब डेढ़ एकड़ भूमि में शमशान घाट बना हुआ था, जिसमें कटीली झाड़ियां उगी हुई थी| न कोई चारदिवारी न कोई सुविधा| अंतिम संस्कार के समय ही लोग वहां जाते थे, उसके बाद तो लोगों को वाह जाने में भी डर लगता था शाम होने के बाद तो लोग उसके पास से गुजरने में भी डरते थे| सरपंच करण पहलवान ने शमशान के जीणोद्वार का बीडा उठाया और पहले शमशान काट से कटीली झाड़ियां को कटवाकर चारदिवारी करवाई| उसके बाद उसे शवो के अंतिम संस्कार के लिए टीन शेड और आने वाले लोगों के लिए आश्रम बनवाया| फिर बाकी भूमि पर पार्क बनवाया, जिसमें फव्वारे लगवाए गए अंदर के रास्ते को पक्का करवाया उसके ऊपर भी प्लास्टिक शेड डलवाया| बीच में एक शिव मंदिर का निर्माण कराया| पार्क में लगाए गए फव्वारो के लिए समर्सिबल लगवाया गया और बिजली का कनेक्शन करवाया गया| साथ में पार्क में मखमली घास लगवाई गई तथा सोलर लाइटें लगवाई गई, जो बिजली न होने की दशा में भी रात में जलती रहती है| गांधी घर में बनाया गरीबों का आश्रम: यही नहीं यहां के जीर्ण-शीर्ण गांधी घर में पार्क चारदिवारी व शेड लगवाकर इसे गरीबों का आश्रम बना दिया है| यहां आने-जाने वाले आऋित लोग ना केवल रात को ठहरत सकते हैं बल्कि उनके भोजन की भी व्यवस्था पंचायत की और से की जाती है| हर बार की तरह इस बार भी नवरात्रों में नौ दिन गांव की भलाई के लिए पत्नी के साथ रखेंगे व्रत: सरपंच करण पहलवान अपनी धर्मपत्नी के साथ नवरात्र के दिनों में पूरे नौ दिन तक नियम के अनुसार व्रत: रखकर गांव की भलाई की कामना करते हैं| इस बार भी वे गांव के विकास, लोगों की भलाई तथा कोरोना महामारी विश्व से को बचाने की कामना के लिए नौ दिन तक व्रत पर बैठेंगे
गांव के विकास व समाजसेवा मे जुटे सरपंच करण पहलवान
असावती में सरपंच ने शमशान को बना दिया मनोरम पार्क
गांधी घर में शेड लगवाकर आऋितो तथा गरीबों के भोजन की व्यवस्था की हर बार नवरात्रों में सरपंच पत्नी के साथ गांव की भलाई के लिए रखते हैं व्रत: