चक्रपाणि महाराज का फरीदाबाद में पहुंचने पर जोरदार स्वागत
Posted by: admin | Posted on: December 18, 2017
स्पेशल खबर जल्द ही होगी आपके सामने- हनी सिंह
Posted by: admin | Posted on: December 18, 2017
Vinod Vaishnav | हनी सिंह के अगले नए गीत का उनके प्रसंशक दिल थाम कर इंतजार कर रहे है, ऐसे में संगीतकार ने अपने प्रसंशको के लिए एक विशेष सरप्राइज का संकेत दिया है।संगीत के धुरंधर ने कुछ समय पहले ट्विट कर वादा किया था कि उनका अगला गीत परमाणु बम जितना धमाकेदार होगा।लेकिन अब उनके नवीनतम ट्वीट ने हमारे उत्साह को ओर बढ़ा दिया है। संगीतकार ने लिखा,”बड़ी खबर जल्द ही आपके पास होगी। जुड़े रहिये- यो यो #YoYoHoneySingh #YoYo #YoYoOxide”
नया गीत बनाने के लिए संगीत दिग्गज एक दिन में लगभग 12 घंटे का समय स्टूडियो में बिता रहे है और अपनी वापसी में कोई कसर नही छोड़ रहे।यो यो हनी सिंह भारतीय संगीत उद्योग में एक ट्रेंडसेटर रहे है और सुपर हिट धुनों के साथ जल्द आने के लिए तैयार है।
हनी सिंह अपने मजेदार पार्टी गीत हाई हील्स, ब्लू आइज़, लुंगी डांस, डोप शॉप्स, देसी कलाकार, एन्ग्रेजी बीट आदि जैसे गानों से हर किसी के दिलों पर राज़ कर रहे है और सही मायने वे भारत के पसंदीदा संगीतकार बन गए है।जबकि वह काम मे व्यस्त है, वही हनी के प्रशंसक उन्हें फिर से सुनने के लिए उत्सुक हैं। यो यो की कड़ी मेहनत और समर्पण को देखते हुए हम निश्चित रूप से मज़ेदार और चार्टबस्टर गीत की उम्मीद कर सकते है।यो यो हनी सिंह बॉलीवुड के सबसे अधिक भुगतान किये जाने वाले संगीतकार में एक है, तथापि, गयिकी के इस महारथी है अपने प्रशंसकों को एक बार फिर से लुभाने के लिए अपनी कमर कस ली है।
दिल्लीवासियों ने जिस लाहौर नै वेख्या ओ जम्याइ नै नाटक का आनन्द उठाया
Posted by: admin | Posted on: December 17, 2017
Vinod Vaishnav :कला विशिष्ट संस्था से जुड़ी एक पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट,नाद फाउंडेशन द्वारा श्री सत्य साईं ऑडिटोरियम भीष्म पितामह मार्ग लोदी रोड न्यू दिल्ली में एक भव्य शाम का आयोजनकिया गया। जहां अस्मिता थियेटर ग्रप ने अरविंद गौर द्वारा निर्देशित जिस लाहौर नै वेख्या ओ जम्याइ नै, असगर वजाहत का एक नाटक प्रस्तुत किया।अभिनेता काकोली गौर, राहुल खन्ना, सवेरे गौर, ईश्वर सिंह, अमित रावल, दविंदर कौर, गिरीश पाल और शशांक वर्मा, शिवम् भसीन, दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी, श्रीराजीव शुक्ला एवं डीजी बीएसएफ श्री केके शर्मा जैसे कई नामी चेहरे इस अवसर पर मौजूद रहे। नाद फाउंडेशन की मैनेजमेंट ट्रस्टी निशी सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत कर उन्हेंअपना धन्यवाद व्यक्त किया।जिस लाहौर नै वेख्या ओ जम्याइ नै, एक नाटक है जो कि असगर वजाहत द्वारा लिखित है, पिछले 25 वर्षों से यह नाटक विश्वभर में रूपांतरित और प्रस्तुत किया जा रहा है पर इसकीलोकप्रियता फीकी होने से इसे इनकार कर दिया गया। इसके पीछे का कारण इसकी सार्वभौमिक मानवीय भाईचारे जैसे धर्म बाधाओं में कटौती को लेकर कि गई अपील थी।
नाटक का कथानक
विभाजन के बाद एक परिवार लखनऊ से लाहौर जाता है। शरणार्थी शिविर में रहने के बाद उसे एक बड़ा मकान ऐलॉट होता है। लेकिन जब वो वहां पहुंचते हैं तो देखते हैं कि एकबूढ़ी औरत रह गई है। उन्हें लगता है कि जब तक ये रहेगी मकान हमारा नहीं हो सकता। वो बूढ़ी औरत भी चाहती है कि ये लोग चले जाएं। तो नाटक एक संघर्ष की स्थिति से शुरुहोता है। लेकिन ये बूढ़ी औरत स्वभाव से बड़ी मददगार है और धीरे धीरे दोनों के बीच एक रिश्ता बनने लगता है। जब शहर के गुंडों को पता चलता है तो कि हिन्दू बुढिय़ा रह गई है तोउनकी कोशिश होती है कि उसे निकालें। लेकिन वही परिवार उसे बचाता है। बाद में जब वो मरती है तो सवाल उठता है कि इसका क्रिया कर्म कैसे किया जाए। स्थानीय मौलवी कीराय पर उसका अंतिम संस्कार हिन्दू रीति से किया जाता है। उसके शव को राम नाम सत्त कहते हुए ले जाते हैं और रावी के किनारे जला देते हैं। इसकी प्रतिक्रिया में शहर के गुंडेमौलवी की हत्या कर देते हैं।
असगर वजाहत को कहां से मिली प्रेरणा
दिल्ली में मेरे एक पत्रकार दोस्त हैं संतोष कुमार। वो विभाजन के बाद लाहौर से दिल्ली आए थे। उन्होने एक किताब लिखी लाहौर नामा जिसमें एक बूढ़ी औरत का जिक्र था जो लाहौरमें ही रह गई थी और भारत नहीं आ पाई थी। इस विचार को लेकर मैंने आगे का ताना बाना बुना और धीरे-धीरे बहुत से रोचक पात्र निकलकर सामने आए। यह नाटक दो बातों परटिका है एक है क्रॉस कल्चरल समझ यानि लखनऊ का परिवार पंजाब की औरत से इंटरैक्शन करता है। दोनों एक दूसरे की भाषा नहीं समझते हैं लेकिन भावनाएं भाषा की सीमाएंतोड़ देती हैं। दूसरी बात धार्मिक सहिष्णुता की है। वास्तव में हर धर्म सिखाता है कि दूसरे का सम्मान करो और अच्छे संबंध बनाओ। पाकिस्तान में जब ये नाटक खेला गया था तोउसकी समीक्षा छपी थी जिसमें लिखा था कि इस नाटक का महत्व ही ये है कि यह धार्मिक सहिष्णुता का संदेश देता है।
नाद फाउंडेशन के बारे में: नाद फाउंडेशन,एक पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट है जिसका लक्ष्य मानव पीड़ा को कम करना एवं दलितों के लिए नए अवसर विकसित करना है। जिससे की वेअपने जीवन को बेहतर बना सकें और शिक्षा प्रसार, विभिन्न धर्मार्थ कार्यक्रमों का आयोजन करके जैसे स्वास्थ्य शिविर, शैक्षणिक व चिकित्सा शिविर, विभिन्न प्रतियगिताओं एवम् सलाहव परामर्श सेवाओं के माध्यम से खुद को स्वतंत्र बनाने के लिए अपने दम पर खड़े हो सकें ।
फैंस और दोस्तों ने मनाया उभरते सितारे सौरव पंडित का जन्मदिन
Posted by: admin | Posted on: December 17, 2017
पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना के 61वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य जनसभा का आयोजन
Posted by: admin | Posted on: December 17, 2017
फरीदाबाद, Vinod Vaishnav । फरीदाबाद के पूर्व सांसद एवं भाजपा विधायक अवतार सिंह भड़ाना ने कहा है कि देश व प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जलवा कायम है। विपक्ष द्वारा लगातार किए जा रहे भ्रामक प्रचार का जवाब हिमाचल व गुजरात की जनता 18 दिसम्बर को सूूपड़ा साफ करके दे देगी। उन्होंने कहा कि दोनों प्रदेशों का चुनाव भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के कुशल निर्देशन का परिणाम साबित होगा। उन्होंने लोगों से आह्वान किया है कि वह मोदी व शाह की नीतियों में विश्वास करते हुए भाजपा को मजबूती प्रदान करने का काम करें। श्री भड़ाना आज बसंतपुर में आयोजित विशाल जनसभा को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता तिगांव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे वरिष्ठ नेता राजेश नागर ने की। जबकि इस अवसर पर इंडिया स्पोर्ट्स संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किशन ठाकुर विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद थे। जनसभा का आयोजन पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना के 61वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में पप्पी चेयरमैन व अनु भड़ाना द्वारा किया गया। सभा में श्री भड़ाना को सार्वजनिक तौर पर एक गऊ भेंट की गई। वहीं उन्हें क्षेत्र की जनता की ओर से पगड़ी बांधकर फूलों की 16 फुट बड़ी माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया।
सभा को सम्बोधित करते हुए श्री भड़ाना ने कहा कि गऊ, ब्राह्मण व गरीब की सेवा ही उनकी पहली प्राथमिकता रही है तथा शायद उन्होंने राजनीति से हटकर समाजसेवा के कार्यों में भी बढ़-चढ़कर भाग लिया है। उनके परिजन भी गऊ, ब्राह्मण व गरीब की सेवा के लिए सदैव ही तत्पर रहते थे। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद को प्रदूषण व अपराध मुक्त बनाने के लिए हमेशा प्रयास किए है लेकिन पिछले कुछ दिनों से फरीदाबाद में अपराधों का ग्राफ बढ़ा है। जिसको लेकर उन्हें दिली आघात लगा है लेकिन वह फरीदाबाद को अपराधों की नगरी नहीं बनने देगें। इसके लिए वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात कर अपराधियों पर अंकुश लगवाने का काम करेगें।
सभा में तिगांव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे राजेश नागर ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में सबका साथ-सबका विकास की नीति पर अमल करते हुए विकास कार्यों को तवज्र्जो दी जा रही है। इसी का परिणाम है कि समूचे तिगांव विधानसभा क्षेत्र में कोई ऐसा कोना नहीं बचा जहां विकास कार्य न चल रहे हो। उन्होंने सभा की सफलता पर लोगों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें विश्वास दिलाया कि वह बिना किसी भेदभाव के विकास कार्यो में कमी नहीं आने देगें। इससे पहले श्री भड़ाना ने आज बीके सिविल अस्पताल में गरीबों को भोजन भी करवाया और गऊशाला में गायों को चारा खिलाया।
इस अवसर पर श्री भड़ाना के साथ कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल के भतीजे अमन गोयल, पप्पी चेयरमैन, प्रहलाद शर्मा, प्रदीप भड़ाना, दीपक नागर, चरण सिंह अवाना, विकास ठाकुर, आशा तोमर सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
एशियन अस्पताल द्वारा गांव अटाली में चैपाल मीटिंग आयोजित की
Posted by: admin | Posted on: December 16, 2017
मानव रचना यूनिवर्सिटी के पहले दीक्षांत समारोह में प्रदान की गई डिग्रियां
Posted by: admin | Posted on: December 16, 2017
फरीदाबाद Vinod Vaishnav | मानव रचना यूनिवर्सिटी (एमआरयू) ने आज अपने कैम्पस में पहले दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर गोदरेज इंडस्ट्रीज के एमडी श्री नादिर गोदरेज; लाहती यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंस, फिनलैंड की पूर्व-अध्यक्ष डा. आऊती कैलीओनिनेन; मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस (एमआरईआई) की चीफ पैट्रन , श्रीमती सत्या भल्ला; अध्यक्ष डा. प्रशांत भल्ला, उपाध्यक्ष डा. अमित भल्ला; एमआरयू के कुलपति डा. संजय श्रीवास्तव; एमआरयू की पीवीसी डा. मीनाक्षी खुराना; एमआरईआई के एडवाइजर डॉ प्रीतम सिंह; परफेक्ट ब्रेड के श्री एच के बत्रा; साइकोट्रोपिक्स इंडिया के श्री नवदीप चावला; एच सी सी आई के श्रीरवि वासुदेवा और एमआरईआई के विभिन्न संस्थानों के डीन और डायरेक्टर्स भी उपस्थित थे कनवोकेशन की शुरुआत की घोषणा श्रीमती सत्या भल्ला ने की इस अवसर पर श्री नादिर गोदरेज और डॉ आऊती को फिलोसोफी में आनरेरी डॉक्टरेट डिग्रीसे नवाज़ा गया। कॉन्वोकेशन के संस्करण ‘प्रतिबिम्ब ‘ का सभी दिग्गजों ने मिलकर उद्घाटन किया। 2017 बैच (एमबीए, एमटेक और बीटेक कार्यक्रम) के 392 मेधावी छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं। सभी क्षेत्रों में अनुकरणीय प्रदर्शन करने के लिए विशेष अवार्ड प्रदान किए गए। विशेष अवार्ड और मेडल के लिए चुने गए सभी विजेताओं का चयन एक अच्छी तरह से गठित प्रक्रिया के तहत किया गया था, जहां प्रत्येक छात्र के नामाकंन का मूल्यांकन डीन और डायरेक्टर्स की अध्यक्षता वाली कमेटी ने किया था।
सुश्री राशि गुप्ता (इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी) ने सामुदायिक सेवा क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट काम के लिए संरक्षक अवार्ड हासिल किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल करने के लिए श्री तरुण सिंह (मैकेनिकल) को प्रेसिडेंट अवार्ड प्रदान किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल करने के लिए श्री अंजन कार (इलेक्ट्रोनिक्स) को वाइस प्रेसिडेंट मेडल से सम्मानित किया गया। श्री रोहित गोयल (मैकेनिकल) को उनके शैक्षणिक कौशल के लिए वाइस चांसलर मेडल से सम्मानित किया गया। वह बीटेक में टॉपर हैं। सुश्री श्वेता गोसैन (इलेक्ट्रॉनिक्स) को शैक्षणिक, खेल और अन्य गतिविधियों में उत्कृष्ट नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए स्टूडेंट लीडरशिप अवार्ड प्रदान किया गया।
लक्ष्य शर्मा (मैकेनिकल) को अनुसंधान के क्षेत्र में, महक लांबा (कम्प्यूटर साइंस) को प्रोफेशनल कुशलता और अभिजीत सिंह (मैकेनिकल) को टेक विशेषज्ञ के तौर पर ‘आउटस्टैंडिंग अचीवर’ घोषित किया गया। इस अवसर पर सभी कार्यक्रमों के टॉपर्स को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर एमआरईआई कैम्पस से मोबाईसी साईकिल को झंडी दिखाकर रवाना किया। मोबाईसी भारत का पहला डॉकलेस साईकिल शेयरिंग प्लेटफॉर्म है। मोबीसाई ‘स्मार्ट बाइक्स’ इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) लॉक और जीपीएस ट्रैकिंग के साथ आती हैं मोबीसी के “स्मार्ट बाइक” चीजों के इंटरनेट (आईओटी) ताले और जीपीएस ट्रैकिंग के साथ आते हैं, जिससे रिमोट मैनेजमेंट और ट्रेसेबिलिटी को सक्षम बनाया जा सकता है। इन डॉकलेस बाइक्स को किराये पर लिया जा सकता है और कही भी पार्क किया जा सकता है। मोबीसाई साईकिल को अपनाने वाला एमआरईआई पहला प्राइवेट संस्थान है। एमआरईआई में साईकिलों को खड़ा करने के लिए एक सुनिश्चित स्थान कैम्पस को साफ और स्वस्थ रखने को सुनिश्चित करेगा।
मोबाइसी ने मानव रचना यूनिवर्सिटी के कैम्पस में अपनी स्मार्ट साइकिलों की शुरुआत की
Posted by: admin | Posted on: December 16, 2017
फरीदाबाद, 16 दिसंबर, 2017: गुडगांव की ग्रीन टेक स्टार्टअप मोबाइसी ने फरीदाबाद के मानव रचना यूनिवर्सिटी कैम्पस में अपनी डॉकलेस, स्मार्ट साइकिल्स की शुरुआत की। भारत की पहली डॉकलेस साइकिलों के अनावारण में सह—संस्थापक आकाश गुप्ता और राशि अग्रवाल के साथ हरियाणा के माननीय राज्यपाल श्री कप्तान सिंह सोलंकी उपस्थित थे। मोबाइसी ने आईओटी ताले और जीपीएस ट्रैकिंग से सुसज्जित 5,000 स्मार्ट साइकिलें सड़कों पर उतारकर अपने संचालन की शुरुआत की है।मोबाइसी के सह—संस्थापक आकाश गुप्ता ने कहा, “फरीदाबाद के मानव रचना यूनिवर्सिटी कैम्पस में भारत की पहली डॉकलेस साइकिलों को शुरू करके मैं काफी खुश हूं। इन साइकिलों को मोबाइसी ऐप के माध्यम से आसानी से किराए पर लिया जा सकता है और ये किसी दिक्कत के बिना हर रोज सफर करने वालों और विद्यार्थियों को छोटी दूरियां तय करने में मदद करने हेतु हैं। ये साइकिलें रोज सफर करने वालों को डॉकिंग स्टेशंस की उपलब्धता तक सीमित रहे बिना अपने सफर को पूरा करने की सहूलियत देती हैं। हमें उम्मीद है कि कई सारे राहगीर, विद्यार्थी और फिटनेस प्रेमी अपने आसपास मौजूद इन स्मार्ट, डॉकलेस साइकिलों की उपलब्धता को पसंद करेंगे।”मोबाइसी ने अपनी तरह के पहले ‘साइकिलों के लिए उबेर‘ मॉडल के साथ भारत में मोबिलिटी क्षेत्र को बदला है। प्रयोक्ता एंड्रॉयड प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर पर उपलब्ध इसके मोबाइल ऐप को डाउनलोड करके अपने आसपास में साइकिलों को खोज सकते हैं। प्रयोक्ता स्मार्ट बाइक्स को खोज सकते हैं, क्यूआर कोड से साइकिल को अनलॉक कर सकते हैं और काम पूरा होने के बाद, साइकिल को सुरक्षित रूप से आसपास पार्क कर सकते हैं – जिसमें गेटेड कम्यूनिटी, निजी कंपाउंड आदि शामिल नहीं है। भारत में हर जगह की कनेक्टिविटी की बड़ी समस्या को देखते हुए, यह स्टार्टअप अपनी कभी भी, कहीं भी उपलब्ध साइकिलों से 3-6 कि.मी. की अंतिम दूरी तक का सफर करने में प्रयोक्ताओं की मदद करता है।10 रुपए प्रति घंटे के सफर, या उससे भी कम में मोबाइसी का वर्तमान मॉडल डॉकलेस साइकिलिंग को बेहद वहनीय बनाता है। मासिक योजना के तहत, प्रयोक्ताओं को प्रति दिन2 घंटे के सफर के लिए 99 रुपए का भुगतान करना होगा। इसके अलावा, प्रयोक्ताओं को अपने आधार पहचान पत्र का प्रयोग करके साइन अप करना होगा और 999 रुपए के न्यूनतम प्रतिभूति जमा का भुगतान करना होगा, जो पूर्णत: वापसी योग्य होगा। विद्यार्थियों के लिए, यह प्रतिभूति जमा मात्र 499 रुपए है और साइनअप प्रक्रिया उनके कॉलेज के पहचान पत्र से पूरी की जाएगी। भले ही यह केवल शुरुआत है, लेकिन स्टार्टप आगे काफी तेजी से वृद्धि करने का लक्ष्य बना रहा है। साइकिलों की मौजूदा संख्या को बढ़ाकर 50,000 करने के साथ, मोबाइसी अगले 6 महीनों में 12 अन्य शहरों और अगले साल तक 20 प्रमुख शहरों में विस्तार करना चाहता है।
स्वामी प्रभुपाद जी की जीवनी बड़े पर्दे पर हुई रिलीज
Posted by: admin | Posted on: December 16, 2017
सतयुग दर्शन विद्यालय ने लहराया भारत का परचम
Posted by: admin | Posted on: December 14, 2017
Vinod Vaishnav |भारत के केरल राज्य में अ_ारह देशों की पॉवर लि3िटंग चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। यह आयोजन एशियन पॉवर लि3िटंग फैडरेशन की तरफ़ से आयोजित था। इसमें अ_ारह देशों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व फरीदाबाद के सुप्रसिद्ध स्कूल सतयुग दर्शन विद्यालय की तीन छात्राओं ने किया। इन छात्राओं में जिया शर्मा (कक्षा नवी) ने ८४ किलोग्राम भार-वर्ग में २६० किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक प्राप्त करके आगामी ओलोंपिक खेलों में अपना स्थान निश्चित कर लिया। विद्यालय की बारहवीं कक्षा की छात्रा अपर्णा चौहान ने ६८ किलोग्राम के भार-वर्ग में काँस्य-पदक जीता। अन्य छात्रा आस्था त्यागी को प्रशस्ति-पत्र प्राप्त हुआ। विद्यालय पहुँचने पर प्रधानाचार्य डॉ. शीर्ष भारद्वाज जी ने तीनों छात्राओं का पारंपरिक ढंग से स्वागत-सममान किया। प्रधानाचार्य जी ने विजित छात्राओं का मनोबल बढ़ाते हुए जीत के इस क्रम को भविष्य में भी जारी रखने का संदेश दिया। विद्यालय परिसर में आए अनेक नगरवासियों का भी डॉ. भारद्वाज जी ने अभिनंदन किया तथा अन्य छात्रों को भी शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी अधिक से अधिक भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने तीनों छात्राओं को केवल अपना विद्यालय ही नहीं अपितु देश का गौरव बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहने के लिए कहा। प्रधानाचार्य जी ने स्वागत समारोह में उपस्थित अभिभावकों व अन्य अतिथियों को बताया कि सतयुग दर्शन विद्यालय में लड़कियों की सभी प्रकार के खेलों की अत्याधुनिक समुचित व्यवस्था है। विजित छात्राओं ने शहर के पुलिस कमिश्नर डॉ. हनीफ़ कुरैशी से भी मुलाकात की। कुरैशी जी ने छात्राओं की इस उपल4िध पर हार्दिक बधाई देते हुए उन्हें आशार्वाद दिया।