फरीदाबाद 24 दिसम्बर। केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री सतपाल सिंह ने कहा शीघ्र ही नई शिक्षा नीति लागू होने वाली है। स्कूली पाठयक्रम में बडे बदलाव के संकेत देते हुए श्री सिंह ने कहा कि हम ऋषि मुनियों की संतान हैं हमारे पूर्वज बंदर नही थे। मंत्री ने शिक्षा में गुरूकुल पद्धति की तारीफ करते हुए कहा कि वैदिक शिक्षा के साथ-साथ्ज्ञ आधुनिक शिक्षा से ही भारतीय का विकास संभव है।
सराय ख्वाजा में इंद्र प्रस्थ गुरूकुल द्वारा संचालित एसएस ग्लोबल स्कूल के उद्घाटन समारोह में पहुंचे केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री सत्तपाल सिंह ने अपने संबोधन में उपरोक्त वक्तव्य दिया। मंत्री ने कहा कि सरकार नई शिक्षा नीति बना रही है। उन्होंने मनुष्यों को बन्दर की औलाद कहने वाले वैज्ञानिको को करारा जबाब देते हुए कहा कि हम ऋषि मुनियों की संतान है। भारत स्वामी दयानंद, स्वामी श्रद्धानंद, स्वामी विवेकानंद जैसे हमारे ऋषियों और संतों की तपोभूमि है। 24 दिसबंर 1916 में स्वामी श्रद्धानंद द्वारा बनाये गये आरावली की पहाडी पर इंन्द्रप्रस्थ गुरूकुल ने अपने एक सौ एक साल पूरे होने के बाद स्वामी श्रद्धानंद के सपने को पूरा करने की कोशिश की है कि स्वामी का सपना था कि लडकियों को भी समाज में शिक्षा मिलनी चाहिये इसी सपने को साकार करने के लिये गुरूकुल ने स्वामी श्रद्धानंद ग्लोबल स्कूल शुरू किया है जिसमें सिर्फ लडकियों को ही पढाया जायेगा। इस स्कूल का उद्घाटन मुम्बई के पूर्व पुलिस कमीश्रर, बागपत से सांसद एवं मानव संसाधन मंत्री सतपाल सिंह ने किया। इस अवसर पर मंत्री का गुरूकुल की ओर से भव्य स्वागत किया गया।
गुरूकुल द्वारा छात्राओं के लिये की गई नई पहल और नये स्कूल की शुभकामनायें देते हुए मंत्री सतपाल सिंह ने कहा कि गुरूकुल ने छात्राओं के लिये स्कूल खोलकर बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि गंगा नदी की सफाई का कार्य जल्द ही शुरू किया जायेगा।
गुरूकुल के आचार्य ऋषिपाल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्री नर्सरी से लेकर 7वीं कक्षा तक की छात्राओं की पढाई के लिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है जो कि सीबीएसई के पैट्रन पर होगी। आधुनिक शिक्षा के साथ – साथ वैदिक शिक्षा भी दी जायेगी। आचार्य ने कहा कि भविष्य में इस स्कूल को छात्राओं का गुरूकुल बनाने का भी प्रयास रहेगा।
समारोह की अध्यक्षता आर्य प्रतिनिधि सभा अध्यक्ष मास्टर रामपाल सिंह ने की। स्कूल प्रिंसीपल जगबीर सिंह मलिक ने स्कूल सबंधित जानकारी दी। कार्यक्रम में समाजसेवी बी आर भाटिया, डॉक्टर विमला मेहता एवं अन्य गणमान्य लोगों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आचार्य धर्मदेव सहित पलवल एवं फरीदाबाद से शिक्षाविद एवं महानुभावों सङ्क्षहत काफी संख्या में बच्चें एवं अभिभावक मौजूद रहे।