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स्वास्थ

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Posted by: | Posted on: March 4, 2020

जानिए क्या है कोरोना वायरस,इसके लक्षण और इससे बचने के उपाए।

चीन में कोरोना वायरस के कहर से मरने वालों की संख्या 3000 को पार कर गई है. अब तक 70 देशों में इसके संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही इसे इमर्जेंसी घोषित कर चुका है. भारत में भी अब तक इसके दो ताजा मामले सामने आ चुके हैं. कोरोना वायरस कैसे फैलता है? स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए इसे फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन गई है. हालांकि, चीन इसे रोकने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहा है. इसे दुनिया भर में कोरोना वायरस के केस लगातार सामने आने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्लूएचओ ने कोरोना वायरस को अंतर्राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया है. जानिए पूरी जानकारी हमारी रिपोर्टर सुनैना सिंह की इस खास रिपोर्ट में।

1- कोरोना वायरस क्या है ?

कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है.

2- कोरोना वायरस बीमारी के लक्षण?
इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था. इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है.

3-क्या हैं इससे बचाव के उपाय?
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्‍कोहल आधारित हैंड रब का इस्‍तेमाल भी किया जा सकता है. खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्‍यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्‍यक्तियों में कोल्‍ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें. अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें.

यह सारी जानकारी सोशल मीडिया से ली गयी है।

Posted by: | Posted on: February 29, 2020

सिविल सर्जन ने किया औचिक निरक्षण।

पलवल (दीपक शर्मा /योगेश शर्मा ) : 25 फरबरी 2020 को सिविल सर्जन पलवल डॉक्टर ब्रह्म डीप ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुधोला का औचिक निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान सभी डॉक्टर्स व स्टाफ ड्यूटी पर मौजूद मिला। सिविल सर्जन ने सभी स्टाफ को टाइम पर आने की व दिल लगा कर काम करने की हिदायत दी व सिविल सर्जन ने साफ साफ शब्दों में कहा की किसी भी डॉक्टर व स्टाफ के खिलाफ यदी किसी भी प्रकार की शिकायत मिली तो उसे अनदेखा नही किया जाएगा व उक्त के खिलाफ तुरंत कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी कर्मचारियों को अपना कार्य ईमानदारी से करने के आदेश दिये । उन्होंने आश्वाशन दिलाया की स्टाफ की कमी के संदर्भ में उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा । सिविल सर्जन ने डॉ संतोष SMO दुधोला को निर्देश दिए की सभी कर्मचारी अपनी हाजरी बायोमेट्रिक पर लगाना सुनिश्चित करें I

Posted by: | Posted on: February 28, 2020

बच्चो के शारीरिक एवं मानसिक विकास में सहायक खिलौने।

बच्चों वाले घर में जितने खिलौने लाए जाएं, उतने कम हैं। अगर आपके घर में भी बच्चा है, तो आपको पता होगा की ना बच्चों का बिना खिलौने काम चलता है और उनके आने के कुछ ही दिनों बाद अधिकतर खिलौने टूट भी जाते हैं। बच्चों के मनोरंजन के लिए खिलौने जितने जरूरी हैं, उतने ही जरूरी यह बच्चों को छोटी-छोटी चीजें सिखाने के लिए भी हैं खेल के साथ-साथ बच्चों का माइंड भी तेज होता है आपके घर में भी नन्हा सा मेहमान है, तो कर लें उसके लिए खिलौनों की शॉपिंग किस तरह कर सकते है जानिए हमारी रिपोर्टर सुनैना सिंह के साथ।

पहला वर्ष

पहले वर्ष में बच्चे के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास की गति बहुत तेज होती है, इसलिए खेलखिलौनों की उस की जरूरत भी जल्दीजल्दी बदलती है. पहले वर्ष में वह विकास के कई पड़ावों से गुजरता है. हर पड़ाव पर उस के खिलौनों को बदलना जरूरी है :

0-3 मास : जन्म से 3 माह तक बच्चे की संवेदनाएं देखनेसुनने तक ही सीमित होती हैं. अधिकतर समय वह सोता है. आंखें खोलता है तो अपने आसपास के लोगों को देखता है, उस की आंखें दूर तक उन का पीछा करती हैं. ऐसे समय में उसे रंगबिरंगे, तरहतरह की आवाज करने वाले यानी ध्यान आकर्षित करने वाले खिलौने अच्छे लगते हैं. खिलौनों की आवाज सुन कर वह आंखें खोलता है, सिर उठाता है, सिर घुमा कर उस आवाज तक पहुंचने का प्रयास करता है, जिस से उस का शारीरिक अभ्यास होता है.

3-6 मास : इस उम्र में बच्चों के दांत निकलने आरंभ होते हैं, इसलिए उस के मसूढ़ों में बहुत बेचैनी होती है, वह हाथ में आई हर चीज को चबाना चाहता है. ऐसे में उसे रबड़ और प्लास्टिक के खिलौने, जिन्हें टीथर भी कहा जाता है, दें, जिन्हें वह जी भर कर चबा सके. लेकिन ये खिलौने वन पीस होने चाहिए. खिलौने का कोई छोटा हिस्सा या पुरजा अलग हो सकने वाला न हो ताकि बच्चा गलती से उसे मुंह में डाल कर निगल न ले या फिर वह उस के गले में फंस न जाए.

6-9 मास : इस उम्र में बच्चा बैठने लगता है और घुटनों के बल चलने का प्रयास करता है. उसे बेबी डौल, चलतेफिरते खिलौने, रंगबिरंगी गेंद, प्लास्टिक एवं लकड़ी के पहियों वाले व्हीकल्स दें, जो बच्चे को अपने पीछे आने के लिए आकर्षित करते हैं और खिलौने को पकड़ने के लिए वह घुटनों के बल चलने का प्रयास करता है.

9-12 मास : अब बच्चा घुटनों के बल इधरउधर भागता है और अपने आसपास की किसी भी चीज का सहारा ले कर खड़े होने का और उसे पकड़पकड़ कर चलने का प्रयास करता है. इस उम्र में उसे 4 या 6 पहियों वाले वाकर की जरूरत होती है. इस के अतिरिक्त इस समय उस का दिमाग पूरी तरह से चलने लगता है. इसलिए उसे विभिन्न रंगों व आकारों की पहचान कराने वाले खिलौने, बड़ी साइज के बिल्डिंग ब्लाक आदि भी दिए जा सकते हैं.

Posted by: | Posted on: February 26, 2020

गर्मिओ के मौसम में ये फल बनाएंगे आपको स्वस्थ व सुन्दर।

गर्मियों के मौसम में हमारे शरीर को पानी की ज्यादा जरुत होती है। इस मौसम में खाने के साथ हमारे शरीर को पानी की बहुत अधिक जरुत होती है। इस मौसम में हमारे शरीर में पानी की कमी होना शरीर के लिए खतरनाक शाबित होसकता है। इस मौसम में शरीर का तापमान अधिक होता है ,उसी तापमान को संतुलित रखने के लिए ही हमे खान पान का ध्यान रखना चाहिए। आज आप जानिए इन गर्मियों के मौसम में कोनसे फलो को अपनी डाइट में शामिल कर कैसे बन सकते है स्वास्थ्य व अपनी त्वचा को बना सकते है हाइड्रेटेड और सुन्दर, रिपोर्टर सुनैना सिंह की खाश रिपोर्ट में.

तरबूज

  1. तरबूज में लाइकोपिन पाया जाता है जो त्वचा की चमक को बरकरार रखता है.
  2. हृदय संबंधी बीमारियों को रोकने में भी तरबूज एक रामबाण उपाय है. ये दिल संबंधी बीमारियों को दूर रखता है. दरअसल ये कोलस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित करता है जिससे इन बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.
  3. विटामिन और की प्रचुर मात्रा होने के कारण ये शरीर के इम्यून सिस्टम को भी अच्छा रखता है. वहीं विटामिन ए आंखों के लिए अच्छा है.
  4. तरबूज खाने से दिमाग शांत रहता है और गुस्सा कम आता है. असल में तरबूज की तासीर ठंडी होती है इसलिए ये दिमाग को शांत रखता है.
  5. तरबूज के बीज भी कम उपयोगी नहीं होती हैं. बीजों को पीसकर चेहरे पर लगाने से निखार आता है. साथ ही इसका लेप सिर दर्द में भी आराम पहुंचाता है.
  6. तरबूज के नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है. साथ ही खून की कमी होने पर इसका जूस फायदेमंद साबित होता है.
  7. तरबूज को चेहरे पर रगड़ने से निखार तो आता है ही साथ ही ब्लैकहेड्स भी हट जाते हैं.

1 –खीरे में 95 प्रतिशत पानी होता है जिससे ये पानी की कमी को पूरी करता है। ये शरीर को डिहाइड्रेटेड रखता है।

2 -खीरे में पाया जाने वाला फाइबर पेट संबंधी सभी समस्याओं को दूर करता है और गर्मियों में पाचन को भी दुरुस्त करता है।

3 -मुंह की दुर्गंध में भी आराम देता है। अगर मुंह की बदबू से परेशान हैं तो थोड़ा सा खीरा मुंह में कुछ देर रखे, बदबू गायब हो जाती है।

4 -साथ ही खीरा ना केवल सेहत बल्कि सूरत के लिए भी फायदेमंद है। खीरे के पैक को चेहरे पर लगाने से दाग-धब्बे और झाइयां दूर होती हैं।
हर रोज दिनभर में दो खीरे खाने चाहिए। खासतौर से रात के समय दो खीरे जरुर खाएं, फायदा हो

खरबूज

  1. गर्मियों में अक्सर शरीर में पानी की कमी हो जाती है. ऐसे में खरबूज खाना बहुत फायदेमंद साबित होता है. इससे डी-हाइड्रेशन नहीं होता है.
  2. अगर आपको सीने में जलन हो रही है तो भी खरबूज खाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा. स्वस्थ किडनी के लिए भी विशेषज्ञ खरबूज खाने की सलाह देते हैं.
  3. खरबूज में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. इसके अलावा ये विटामिन सी और विटामिन ए का भी अच्छा स्त्रोत है. इसके नियमित सेवन से त्वचा पर निखार आता है.
  4. खरबूज में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर से बचाव में सहायक होते हैं. इसके अलावा ये लू से भी सुरक्षि‍त रखने में मददगार होता है.
  5. अगर आप वजन घटाने की कोशि‍श कर रहे हैं तो भी ये फल आपके लिए बहुत कारगर साबित हो सकता है. खरबूज में भरपूर मात्रा में फाइबर्स होते हैं, जिससे पाचन क्रिया को भी फायदा होता है.

संतरा
1 -संतरा नेचरल एंटीऑक्सीडेंट होता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है।
2- खून साफ करने के साथ ही यह स्टेमिना बढ़ाने में भी मददगार होता है।
3 – आंखों के लिए लाभकारी विटामिन ए इसमें अच्छी मात्रा में मिलता है।

4 – यह विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का स्त्रोत भी है जो हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाता है।

5 – विटामिन के अलावा संतरे से पोटेशियम और केल्शियम जैसे मिनरल्स भी मिलते हैं।

लीची
1 -बीटा कैरोटीन और ओलीगोनोल से भरपूर लीची दिल को स्वस्थ रखने में मददगार है.
2 -लीची कैंसर कोशि‍काओं को बढ़ने से रोकने में मददगार है.
3 -अगर आपको ठंड लग गई है तो लीची के सेवन तुरंत फायदा मिलेगा.
4 -अस्‍थमा से बचाव के लिए भी लीची का इस्तेमाल किया जाता है.
५-लीची का इस्तेमाल कब्ज से राहत के लिए भी किया जाता है.

आम
1 -आम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोलोन कैंसर, ल्यूकेमिया और प्रोस्टेट कैंसर से बचाव में फायदेमंद है. इसमें क्यूर्सेटिन, एस्ट्रागालिन और फिसेटिन जैसे ऐसे कई तत्व होते हैं जो कैंसर से बचाव करने में मददगार होते हैं.
2 -आम में विटामिन ए भरपूर होता है, जो आंखों के लिए वरदान है. इससे आंखों की रौशनी बनी रहती है.
3 -आम में फाइबर और विटामिन सी खूब होता है. इससे बैड कोलेस्ट्रॉल संतुलन बनाने में मदद मिलती है.
4 -आम के गुदे का पैक लगाने या फिर उसे चेहरे पर मलने से चेहरे पर निखार आता है और विटामिन सी संक्रमण से भी बचाव करता है.
5 -आम में ऐसे कई एंजाइम्स होते हैं जो प्रोटीन को तोड़ने का काम करते हैं. इससे भोजन जल्दी पच जाता है. साथ ही इसमें उपस्थित साइर्टिक एसिड, टरटैरिक एसिड शरीर के भीतर क्षारीय तत्वों को संतुलित बनाए रखता है.
6 -मोटापा कम करने के लिए भी आम एक अच्छा उपाय है. आम की गुठली में मौजूद रेशे शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में बहुत फायदेमंद होते हैं. आम खाने के बाद भूख कम लगती है, जिससे ओवर ईटिंग का खतरा कम हो जाता है.

अनानास
1- मजबूत हड्डियां : अगर आप चाहते हैं कि आपकी हड्डियां लंबे समय तक मजबूत रहें, तो अपने खानपान में अनानास जरूर शामिल करें। इसमें मैंगनीज होता है, जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है.
2 -सर्दी-जुकाम : जब कभी म्यूकस मैंबरेन में किसी तरह की सूजन आ जाती है, तो नाक जमने लगती है। अनानास में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो इस समस्या से राहत दिलाने में मदद करते हैं। अगर आपको भी कुछ ऐसी समस्या है, तो नियमित रूप से अनानास के सेवन से आपको राहत मिल सकती है
3 -मुंह का स्वास्थ्य : अनानास आपके मुंह के स्वास्थ्य को भी बनाए रखने में मदद करता है। इसमें विटामिन-सी होता है, जो दांतों में होने वाली प्लाक की समस्या को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा, अनानास से कई तरह की मसूड़ों की समस्या भी दूर हो सकती हैं। अनानास में ब्रोमेलिन होता है, जो दांतों की चमक और सफेदी बरकरार रखने में मदद करता है।
4 -ह्रदय का स्वास्थ्य: अनानास के सेवन से आपके हृदय का स्वास्थ्य बना रहता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित रखने में मदद करते हैं, जिससे कई तरह की दिल संबंधी समस्याएं दूर रहती हैं.
5 -वजन कम करे : अनानास वजन घटाने में भी मदद करता है। यह आपका पेट ज्यादा देर तक भरा रखता है, जिससे आपको कुछ और खाने की इच्छा नहीं होती। साथ ही यह आपको पूरा पोषण भी देता है। इस कारण यह आपका वजन कम करने में मदद करता है।

अंगूर

  1. अंगूर में ग्लूकोज, मैग्नीशियम और साइट्रिक एसिड जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. कई बीमारियों में राहत के लिए अंगूर का सेवन करना फायदेमंद होता है. टीबी, कैंसर और ब्लड-इंफेक्शन जैसी बीमारियों में ये मुख्य रूप से फायदेमंद होता है.
  2. मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए भी अंगूर बेहद फायदेमंद है. ये ब्लड में शुगर के लेवल को कम करने का काम करता है. इसके अलावा ये आयरन का भी एक बेहतरीन माध्यम है.
  3. माइग्रेन के दर्द से जूझ रहे लोगों के लिए अंगूर का रस पीना बहुत फायदेमंद होता है. कुछ समय तक अंगूर के रस का नियमित सेवन करने से इस समस्या से निजात पाई जा सकती है.
  4. हाल में हुए एक शोध के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर की रोकथाम में अंगूर का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है. इसके अलावा दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए भी ये विशेष रूप से फायदेमंद है.
  5. अगर आपको भूख नहीं लगती है और इस वजह से ही आपका वजन नहीं बढ़ पा रहा है तो भी आप अंगूर के रस का सेवन कर सकते हैं. इसके सेवन से कब्ज की समस्या तो दूर होती ही है, साथ ही भूख भी लगने लग जाती है.
  6. खून की कमी को दूर करने के लिए एक गिलास अंगूर के जूस में 2 चम्मच शहद मिलकार पीने से खून की कमी दूर हो जाती है. यह हीमोग्लोबिन को भी बढ़ाता है.

पपीते

  1. कोलेस्ट्रॉल कम करन में सहायक-
    पपीते में उच्च मात्रा में फाइबर मौजूद होता है. साथ ही ये विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है. अपने इन्हीं गुणों के चलते ये कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में काफी असरदार है.
  2. वजन घटाने में-
    एक मध्यम आकार के पपीते में 120 कैलोरी होती है. ऐसे में अगर आप वजन घटाने की बात सोच रहे हैं तो अपनी डाइट में पपीते को जरूर शामिल करें. इसमें मौजूद फाइबर्स वजन घटाने में मददगार होते हैं .
  3. रोग प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाने में-
    रोग प्रतिरक्षा क्षमता अच्छी हो तो बीमारियां दूर रहती हैं. पपीता आपके शरीर के लिए आवश्यक विटामिन सी की मांग को पूरा करता है. ऐसे में अगर आप हर रोज कुछ मात्रा में पपीता खाते हैं तो आपके बीमार होने की आशंका कम हो जाएगी.
  4. आंखों की रोशनी बढ़ाने में-
    पपीते में विटामिन सी तो भरपूर होता ही है साथ ही विटामिन ए भी पर्याप्त मात्रा में होता है. विटामिन ए आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ ही बढ़ती उम्र से जुड़ी कई समस्याओं के समाधान में भी कारगर है.
  5. पाचन तंत्र को सक्रिय रखने में-
    पपीते के सेवन से पाचन तंत्र भी सक्रिय रहता है. पपीते में कई पाचक एंजाइम्स होते हैं. साथ ही इसमें कई डाइट्री फाइबर्स भी होते हैं जिसकी वजह से पाचन क्रिया सही रहती है.
  6. पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में-
    जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान दर्द की शिकायत होती है उन्हें पपीते का सेवन करना चाहिए. पपीते के सेवन से एक ओर जहां पीरियड साइकिल नियमित रहता है वहीं दर्द में भी आराम मिलता है.

नारियल

  1. नारियल पानी पीते रहने से शरीर में पानी की कमी नहीं होने पाती है. शरीर में पानी की कमी हो जाने पर या फिर शरीर की तरलता कम हो जाने पर, डायरिया हो जाने पर, उल्टी होने पर या दस्त होने पर नारियल का पानी पीना फायदेमंद रहता है. इससे पानी की कमी तो पूरी होती ही है साथ ही जरूरी लवणों की मात्रा भी संतुलित बनी रहती है.
  2. हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए भी नारियल के पानी का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें मौजूद विटामिन सी, पोटैशियम और मैग्नीशियम ब्लड-प्रेशर को नियंत्रित रखने में सहायक होते हैं. साथ ही ये हाइपरटेंशन को भी नियंत्रित करने में सहायक होता है.
  3. कोलेस्ट्रॉल और फैट-फ्री होने की वजह से ये दिल के लिए बहुत अच्छा होता है. इसके साथ ही इसका एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी सर्कुलेशन पर सकारात्मक प्रभाव डालता है.
  4. हैंगओवर से छुटकारा पाने के लिए भी नारियल का पानी एक अच्छा उपाय है.
  5. अगर आप वजन घटाने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं तो एकबार नारियल पानी का भी इस्तेमाल करके देखिए.
  6. सिर दर्द से जुड़ी ज्यादातर समस्याएं डिहाइड्रेशन की वजह से ही होती हैं. ऐसे में नारियल पानी पीने से शरीर को तुरंत इलेक्ट्रोलाइट्स पहुंचाने का का काम करता है, जिससे हाइड्रेशन का स्तर सुधर जाता है.
Posted by: | Posted on: February 25, 2020

सिविल सर्जन डॉ ब्रह्म डीप द्वारा परिवार नियोजन कार्यक्रम के एनएसवी शिविर जोकि24 फरवरी से 7 मार्च तक जिला पलवल में चलाया जाएगा का सुभारम्भ किया गया

पलवल ( दीपक शर्मा /योगेश शर्मा )|सिविल सर्जन डॉ ब्रह्म डीप द्वारा परिवार नियोजन कार्यक्रम के एनएसवी शिविर जोकि24 फरवरी से 7 मार्च तक
जिला पलवल में चलाया जाएगा का सुभारम्भ किया गया इस परियोजना के तहत परिवार नियोजन बिना चीरा वाला नसबंदी शिविर का आयोजन किया जाएगा ताकि निर्धारित लक्ष्य को पूरा किया जा सके । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ ब्रह्मदीप द्वारा मिली जानकारी के अनुसार नागरिक अस्पताल पलवल में 24 फरवरी से 7 मार्च तक एनएसवी शिविर का आयोजन किया जाएगा परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत किसी भी कार्य दिवस में इच्छुक व्यक्ति नागरिक अस्पताल पलवल में आकर इसका लाभ उठा सकता है नसबंदी कराने वाले पुरुष को ₹2000 व नल बंदी कराने वाली महिला को 1400 रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी । सेवा का लाभ उठाने वाले महिला एवं पुरुष अपने पैन कार्ड, आधार कार्ड व बैंक अकाउंट की कॉपी साथ लेकर आएं ताकि प्रोत्साहन राशि जल्द से जल्द उसके खाते में दी जा सके ।

Posted by: | Posted on: February 24, 2020

कोरोना प्रभावित चीन के लिए मानव रचना में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )| मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज ने चीन में कोरोना वायरस से प्रभावित रोगियों के लिए विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की। कार्यक्रम में 500 से ज्यादा छात्रों और प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर राजदूत विजय नांबियार (आईएफएस, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व अवर महासचिव और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना में भारतीय राजदूत) ने बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया।कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता दिखाते हुए MRIIRS के छात्रों ने एक स्वर में कहा: “स्टे स्ट्रॉन्ग चाइना, वी आर विद यू”। छात्रों और फैकल्टी मेंबर्स ने उन सभी लोगों की बेहतरी के लिए प्रार्थना की, जो इस घातक बीमारी का सामना कर रहे हैं और उन लोगों के लिए मौन रखा जिनकी कोरोना वायरस के कारण जान चली गई।एक प्रेरक कदम में मानव रचना से 1000 से अधिक छात्रों और संकाय सदस्यों ने चीन में अपना समर्थन दर्ज करने के लिए एक हस्ताक्षर अभियान में भाग लिया। छात्रों द्वारा डिज़ाइन किए गए एक सुंदर कवर के साथ हस्ताक्षर पुस्तक हिमाद्रिश सुवन को सौंप दी गई।कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमाद्रि सुवन, अध्यक्ष-सीवाईएल ने की थी। इस दौरान मानव रचना के डीजी डॉ. एनसी वाधवा, पद्मश्री डॉ प्रीतम सिंह, एमआरआईआईआरएस के वीसी डॉ. संजय श्रीवास्तव, प्रोवीसी डॉ एमके सोनी, रजिस्ट्रा आरके अरोड़ा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

Posted by: | Posted on: February 8, 2020

पूर्वांचल प्रदेश नागालैंड के परिधानों ने शुक्रवार की शाम खूबसूरत मॉडलों के साथ सूरजकुंड के रैंप पर रंग बिखेरे तो खचाखच दर्शकों से भरी चौपाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठी

फरीदाबाद।पूर्वांचल प्रदेश नागालैंड के परिधानों ने शुक्रवार की शाम खूबसूरत मॉडलों के साथ सूरजकुंड के रैंप पर रंग बिखेरे तो खचाखच दर्शकों से भरी चौपाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठी। विश्वविख्यात फैशन डिजाइनर रितु बेरी ने लाल, काला और सफेद रंग का बहुतायत में प्रयोग करते हुए तीन माह की अथक मेहनत से तैयार किया था और उनका परिश्रम मॉडलों के वस्त्रों से चमक रहा था।
शाम का शुभारंभ किया भारत सरकार की केंद्रीय जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने। उनके साथ मंत्रालय के सचिव प्रवीन कृष्णा, हरियाणा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर एवं उनकी धर्मपत्नी डा. सोनिया खुल्लर, पर्यटन निगम के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजयवर्धन, एडीजीपी सीआईडी अनिल राव, फरीदाबाद मंडल आयुक्त संजय जून, उपायुक्त यशपाल, एडीजे यशिका, पर्यटन निगम के महाप्रबंधक विकास यादव, अतिरिक्त उपायुक्त रामकुमार सिंह इत्यादि की गरिमामयी उपस्थित रही।
 केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जंगलों और सुदूर सीमा प्रांतों में रहने वाले आदिवासियों के उत्थान के लिए असीम प्रयास किए हैं। आदिवासी जनजातीय मंत्रालय निरंतर वनों में रहने वाले दस्तकारों, बुनकरों, कलाकारों एवं कृषकों के हुनर को देश की मुख्य धारा में लाने की कोशिश कर रहा है। इनकी कला को जीवित रखने के लिए देश में हर साल आदि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। रेणुका सिंह ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि प्रसिद्घ फैशन डिजाइनर रितु बेरी ने नागालैंड की ज्वैलरी व पोशाकों का गहराई से अध्ययन किया है। वह स्वयं भी कपड़ों को डिजाइन करने में रूचि रखती हैं। जनजातीय मंत्रालय के सचिव प्रवीन कृष्णा ने इस मौके पर कहा कि जनजाति एवं आदिवासी भारत देश के वो मूल निवासी हैं, जो हजारों सालों से यहां रहते हुए माटी की प्राकृतिक खुशबू व राग-रंग में पूरी तरह बस चुके हैं। पर्यटन निगम के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजयवर्धन ने कहा कि आज की शाम इस बात की द्योतक है कि भारत विविध संस्कृति में रचा-बसा देश है। इस अवसर पर मेला प्रशासक एवं नगराधीश बेलीना, अभिनेता अभिनव चतुर्वेदी, पुलिस अधिकारी डा. अर्पित जैन, राजेश जून, विवेक भारद्वाज, जैनेंद्र सिंह, अनिल सचदेवा इत्यादि उपस्थित रहे।

Posted by: | Posted on: February 6, 2020

न्यूज़ पोर्टल एसोसिएशन हरियाणा के सदस्यों ने प्रदर्शन कर मेला अथॉरिटी को सौंपा ज्ञापन

फरीदाबाद(दीपक शर्मा /योगेश शर्मा )34वें सूरजकुंड मेले में लोक सम्पर्क विभाग द्वारा प्रत्रकारों के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार को लेकर न्यूज़ पोर्टल एसोसिएशन हरियाणा के सदस्यों ने प्रदर्शन कर मेला अथॉरिटी (नोडल अफसर राजेश जून) को ज्ञापन सौपा। पत्रकारों ने अपनी शिकायत में बताया कि, सौतेले व्यवहार के कारण उन्हें अनदेखा किया जाता है। पत्रकारों को जो मान-सम्मान मिलना चाहिए वह नहीं दिया जाता। इसी को लेकर एसोसिएशन के पत्रकारों ने सूरजकुंड मेला स्थित मीडिया सेंटर पर प्रदर्शन किया। इस पूरे वाक्या को नोडल ऑफिसर राजेश जून एवं डीपीआरओ ने संज्ञान में लेते हुए एसोसिएशन व अन्य पत्रकारों का सूरजकुंड मेले के प्रचार-प्रसार के लिए सभी का आभार ब्यक्त किया और साथ ही आश्वासन दिया कि, जो भी प्रबंधन की त्रुटि रही है उसकी जांच कर ली गयी है।

जिसके समाधान के लिए उचित कार्यवाही की जा रही है और सभी पत्रकार बंधुओं के सम्मान के लिए जो भी ऑथोरिटी की तरफ से उपहार व एंट्री पास हैं वो उन्हें दे दिए जायेंगे। राजेश जून ने कहा कि, पत्रकार बंधुओं की वजह से ही पिछले 34 वर्षों से मेला सफल होता आ रहा है। मीडिया के सहयोग के बिना सूरजकुंड मेले का इतने बड़े स्तर पहुँच पाना असंभव था। जिसके हरियाणा टूरिज्म मीडिया बंधुओं का आभारी है व् उनके सम्मान का हमेशा ध्यान रखा जायेगा।

Posted by: | Posted on: January 30, 2020

पलवल पुलिस के एंव मैट्रो हार्ट इन्स्टीटयूट एंव सुपर सपैस्लिटी फरीदाबाद के सौजन्य से डी.ए.वी. पुलिस पब्लिक स्कूल, पुलिस लाईन पलवल मे बच्चों के लिये मुफत हैल्थ चैकअप कैम्प का आयोंजन किया गया

पलवल(दीपक शर्मा /योगेश शर्मा )। पलवल पुलिस के एंव मैट्रो हार्ट इन्स्टीटयूट एंव सुपर सपैस्लिटी फरीदाबाद के सौजन्य से डी.ए.वी. पुलिस पब्लिक स्कूल, पुलिस लाईन पलवल मे बच्चों के लिये मुफत हैल्थ चैकअप कैम्प का आयोंजन किया गया। डाक्टर एस0एस0 बंशल एम0डी0 मैट्रो हार्ट इन्स्टीटयूट एंव सुपर सपैस्लिटी फरीदाबाद के सौजन्य से डी.ए.वी. पुलिस पब्लिक स्कूल, पुलिस लाईन पलवल मे बच्चों के लिये मुफत हैल्थ चैकअप कैम्प का आयोंजन किया गया। डाक्टर हरिश कुमार चाईलड स्पैस्लिस्ट, डाक्टर प्रियंका डैन्टल सजर्न, डाक्टर किर्ती आखों की स्पैसलिस्ट, मैट्रो अस्पताल की मार्किटिंग डिविजन राजीव सिंह गौतम, असीम गुप्ता व उनकी टीम ने कैम्प लगाकर डी.ए.वी. पुलिस पब्लिक स्कूल, पुलिस लाईन पलवल मे बच्चों के स्वास्थय की जांच की। कैम्प मे एल.के.जी., यू.के.जी., प्रथम एंव द्वितिय कक्षा के 164 छात्र एंव छात्राओं की स्वास्थय जांच की गई। कैम्प का शुभारंभ अरूण गौस्वामी प्रिंसिपल, डी.ए.वी. पुलिस पब्लिक स्कूल, पुलिस लाईन पलवल ने किया। श्री अरूण गौस्वामी प्रिंसिपल, डी.ए.वी. पुलिस पब्लिक स्कूल, पुलिस लाईन पलवल ने बताया कि बदलते हुए मौसम मे बच्चों के स्वास्थय की जांच अति आवश्यक है। इसी कारण जिला पुलिस अधीक्षक के मार्ग दर्शन सें मैट्रो हार्ट इन्स्टीटयूट एंव सुपर सपैस्लिटी फरीदाबाद के सौजन्य से इस फ्री हैल्थ चैकअप कैम्प का आयोजन किया गया है। इस प्रकार के कैम्प भविष्य मे भी आयोजित किये जायेंगें।

Posted by: | Posted on: January 27, 2020

71वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर पलवल डोनर्स क्लब ‘ज्योतिपुंज’ ने मिलेनियम स्कूल के कैंपस में लाइफलाइन चैरिटेबल ब्लड बैंक,पलवल की टीम की मदद से स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया

पलवल (योगेश शर्मा /दीपक शर्मा ) | 71वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर पलवल डोनर्स क्लब ‘ज्योतिपुंज’ ने खजुरका गाँव में स्थित मिलेनियम स्कूल के कैंपस में और आगरा चौक स्थित मोबाइल मार्केट में लाइफलाइन चैरिटेबल ब्लड बैंक,पलवल की टीम की मदद से स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया। शिविर का संयोजन पलवल डोनर्स क्लब ज्योतिपुंज के मुख्य संयोजक आर्यवीर लाॅयन विकास मित्तल , मिलेनियम स्कूल के निदेशक संदीप सोलंकी, क्लब की सह संयोजक अल्पना मित्तल, मोबाइल मार्केट से प्रवीण छाबड़ा ने किया। शिविर का शुभारम्भ मिलेनियम स्कूल के प्रधानाचार्य अनिल, बाला जी टेलीकाम के सर्वेश अग्रवाल, सत्यपाल गहलोत, सौरव मित्तल, मोहन सिंह, एस पी सेठी ने किया।संदीप सोलंकी ने संस्था द्वारा मानव सेवा व समाज कल्याण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि रक्तदान वास्तव में ही महादान है। अनिल कुमार ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को रक्तदान अवश्य करना चाहिए, क्योंकि आपके रक्त से किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है। आपके खून की एक-एक बूंद जरूरत मंद व्यक्ति के लिए अमृत के समान है।

पलवल डोनर्स क्लब ज्योतिपुंज के मुख्य संयोजक आर्यवीर लाॅयन विकास मित्तल ने कहा कि रक्तदाता को रक्तदान कर हमेशा ही गर्व की अनुभूति होती है पर राष्ट्रीय पर्वों पर किए गए रक्तदान की बात ही कुछ और होती है स्कूल में पहली बार रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है जिसमें 40 रक्तवीरों ने बढ-चड़कर हिस्सा लिया| दूसरी तरफ मोबाइल मार्केट में 36 रक्तदाताओं ने रक्त दान किया। सभी रक्तवीरों को रक्तदान के उपरांत प्रमाण पत्र के साथ एक मग उपहार के रूप में दिया गया| इस मौके पर डा.गरीमा मंगला, डा. एकता,गोविंद सिंह, रुद्र नारायण मित्तल, राजीव डागर, विकल्प मित्तल,मीना, नेपाल, अभिषेक, कमलेश, मनीषा आदि लोग मौजूद रहे।