August, 2021
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बाबा मोहन राम मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा की ज्योति प्रज्वलित कर जजपा नेता मनोज गोयल को व्यास जी ने दिया आशीर्वाद
बल्लबगढ़सु l सुभाष कॉलोनी स्थित बाबा मोहन राम मंदिर के प्रांगण में बुधवार को जजपा वरिष्ठ नेता मनोज गोयल व डॉक्टर दिनेश डागर झारसैंतली ने संयुक्त रुप से ज्योति प्रज्वलित पश्चात श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ व्यास सुनील ठाकुर द्वारा किया गया लेकिन कथा से पूर्व महिलाओं, पुरुषों एवं बच्चों ने मंदिर स्थल से भव्य कलश यात्रा आगे बढ़ते हुए लगभग 2 किलोमीटर की परिक्रमा मंदिर स्थल पर पूर्ण हुई। जहां पर श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।
कथा वाचक व्यास सुनील ठाकुर जी (वृंदावन) ने कलश जल से अभिसंचित कर कथा का शुभारंभ किया।
श्रीमद् भागवत कथा शुभारंभ के दौरान जजपा वरिष्ठ नेता मनोज गोयल ने ज्योत प्रज्वलित पश्चात व्यास सुनील ठाकुर जी को फूलों की माला पहनाकर उनका स्नेह पूर्वक स्वागत किया जहां पर जजपा नेता मनोज गोयल व डॉ दिनेश डागर ने श्रद्धा पूर्वक हाथ जोड़कर अग्नि ज्योत को नमन किया उसके पश्चात बाबा मोहन राम मंदिर की संचालिका माता भूदेवी को जजपा नेता ने श्रीमद् भागवत कथा के समापन दौरान भंडारे में स्वेच्छा पूर्वक खाद्य सामग्री मंदिर स्थल पर भिजवाने की इच्छा व्यक्त की तो जननायक जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज गोयल श्रद्धालुओं को बोले कि प्रत्येक मानव पानी के बबूले समान है इसलिए किसी व्यक्ति को भी ईश्वर को साक्षी मानकर और गुरु के चरणों का गुणगान करते हुए भवसागर को पार करने की दृढ़ इच्छा होनी चाहिए इसलिए सभी को प्रलोभन के दलदल से दूर रहकर सद मार्ग पर चलना चाहिए उन्होंने कहा की जनहित की समस्याओं को लेकर सरकार भी गंभीर है अगर फिर भी कोई लोगों की छोटी मोटी समस्याएं हैं तो निस्वार्थ भाव से जन सेवा को समर्पित हैं और रहेंगे।
अगली कड़ी में व्यास सुनील ठाकुर जी ने श्रीमद्भागवत पुराण की महत्ता का वर्णन करते हुए कहा कि कलयुग में भागवत कथा श्रवण से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। कलयुग के प्रवेश करते ही राजा परीक्षित की बुद्धि का हरण हुआ और उन्होंने अज्ञानता वश तपस्या में लीन ऋषि के गले में सर्प डाल दिया। इस पाप से मुक्ति पाने को राजा परीक्षित ने सात दिनों तक श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण किया। कथा श्रवण से ही उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई। बताया कि सनातन धर्म में मनुष्य को पाप कर्म और असामाजिक कृत्यों को करने से रोकने के लिए पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में अनेक प्रसंग दिए गए हैं। इन प्रसंगों के श्रवण से जीवन में सात्विकता आती है। सात्विक जीवन ही व्यक्ति को पुण्य की ओर ले जाता है और जो व्यक्ति पुण्य कर्म करता है। वह मोक्ष की प्राप्ति करता है। कलयुग में केवल कथा ही मनुष्य की व्यथा दूर कर सकती है।
इस श्रीमद् भागवत कथा की संयोजिका और बाबा मोहन राम मंदिर की सेविका माता भूदेवी के साथ मंदिर के श्रद्धालुओं बाबा नंद किशोर. विजयपाल मिंटू और पंडतानी मालती. पूजा. शीला. लिखो देवी. दयावती व क्षेत्रीय लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
डबुआ कॉलोनी स्थित जैन कॉन्वेंट स्कूल में आज निशुल्क कोविड-19 वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन किया गया
फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )। डबुआ कॉलोनी स्थित जैन कॉन्वेंट स्कूल में आज निशुल्क कोविड-19 वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आयोजित कैंप का शुभारंभ पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता नागेंद्र भड़ाना तथा वार्ड नम्बर-10 के पार्षद मनवीर भड़ाना ने किया। इस मौके पर आए हुए अतिथियों का स्कूल के चेयरमैन डॉ. अमित जैन स्मृति चिन्ह व बुक्के भेंट कर स्वागत किया। इस कैम्प में लगभग 300 क्षेत्रवासियों को वैक्सीन लगाई गई।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से वैक्सीन लगाने आई टीम में एनएम यशोदा, बीएनएम छाया व आशा वर्कर परमजीत कौर, सुमन, पिंकी और रीता शामिल थे। स्कूल की प्रिंसीपल सारिका जैन एवं स्कूल स्टाफ के सहयोग से वैक्सीन का कार्य शांति पूर्वक सम्पन्न हुआ।
वैक्सीनेशन करवाने आए लोगों को सम्बोधित करते हुए स्कूल के चेयरमैन डा.अमित जैन ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र के अलावा उनका शिक्षण संस्थान सामाजिक क्षेत्र में नेत्र जांच शिविर, रक्तदान शिविर तथा कोविड़-19 वैक्सीनेशन कैम्प लगवा रहा है ताकि क्षेत्र के लोग इन कैम्पों का फायदा लें और दूर जाने तथा भीड़भाड़ में जाने से बचे।कैंप के अंत में स्कूल के चेयरमैन डॉ. अमित जैन ने आई हुई टीम, स्टाफ व अन्य सहयोगी पंकज जैन, अजय, संतोष कुमार, अमित भड़ाना का आभार जताया।
भूलकर भी न करे झाड़ू लगाते समय ये गलतियां, धन में बढ़ोतरी होने की है मान्यता
फरीदाबाद ( पिंकी जोशी ) : अक्सर ये माना जाता है कि मेहनत के बाद भी लोगों के जीवन में धन की कमी रहती हैं। वास्तु शास्त्र में कई ऐसे उपायों के बारे में बताया गया है। शास्त्र में यह बताया गया है कि किसी भी नकारात्मक ऊर्जा में बदलाव लाकर वहां की स्थिति में परिवर्तन लाया जा सकता है।
घर में साफ-सफाई के लिए झाड़ू का प्रयोग किया जाता है। यह बात तो हर कोई जानता है। मगर झाड़ू केवल सफाई में लिए ही नहीं होती , वास्तु में झाड़ू को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। कहते हैं कि वास्तु शास्त्र में बताए हुए उपयो के प्रयोग से आपको जल्द ही धन की प्राप्ति होती है।
भूलकर भी न करें झाड़ू लगाते समय ये गलतियां :-
- कभी भी शाम के समय झाड़ू नहीं लगानी चाहिए ऐसा कहा जाता है की शाम के समय झाड़ू लगाने से मां लक्ष्मी निराश हो जाती हैं और यह अशुभ माना जाता है साथ है ऐसा करने से धन की हानि भी होती है।
- टूटे हुए झाड़ू का कभी भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कई बार हम लोग टूटी हुई झाड़ू का इस्तेमाल भी कर लेते हैं। तीलियों को दोबारा जोड़कर इस्तेमाल करने को वास्तु में अशुभ माना जाता है। अगर आप इन बातों का ध्यान रखते है तो धन लाभ की आशंका बढ़ने लगती है।
- झाड़ू को कभी भी ऐसी जगह में ना रखे जहाँ से वह किसी को दिखाई न दे। क्योकि झाडू को धन का सूचक माना जाता है और ये तो आप जानते ही होंगे कि धन को किसी को नहीं दिखाया जाता हैं।
- झाडू को कभी भी पैर लगाने की भूल नही करनी चाहिए। क्योकि यह आपकी आर्थिक स्थिति को कमजोर बना सकता है। साथ ही झाडू को ऐसी जगह रखे जहाँ पर किसी का भी पैर झाडू में ना लग पाए।
नोट : सभी जानकारिया सोशल मीडिया द्वारा ली गयी है।
इन नियमों को माना जाता है बहुत ही जरूरी, नही तो होती है पैसों की बर्बादी
फरीदाबाद ( पिंकी जोशी ) : वास्तु शास्त्र में बहुत सी ऐसी बातें बताई गई है जिससे हम अपने घर का रख-रखाव कर सकते हैं। कई बार हम अपने घरों में कुछ ऐसी चीजें रख देते हैं या ध्यान नहीं देते जिसके कारण हमारे घर में वास्तु दोष की उत्पत्ति हो जाती है। जिसकी वजह से हमें बहुत से दुखों का सामना करना पड़ता है।
मनुष्य के जीवन में सुख दुख का आना लगा रहता है। लेकिन कई बार वास्तु दोष की वजह से भी ऐसा होता है और मनुष्य को अपनी परेशानियों का कोई उपाय ही नहीं मिलता। जिसकी वजह से वह बहुत परेशान रहने लगते हैं। ऐसे में वास्तुशास्त्र में कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं जिनके प्रयोग से आप अपनी समस्याओं का निवारण कर सकते हैं।
- अपने घर को हमेशा साफ सुथरा रखना चाहिए। घर के मंदिर का निर्माण उत्तर दिशा की तरफ करना सही रहता है। वास्तु के अनुसार घर में उत्तर दिशा को हमेशा साफ रखना चाहिए। ऐसा करने से किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा आपके घर में प्रवेश नहीं करती है।
- आप जहा पर अपने पैसे और जेवर रखते है। उस तिजोरी पर मकड़ी के जाले न लगे हों। अलमारी या तिजोरी इस तरह से लगाकर रखे की अगर आप अलमारी खोले तो वह उत्तर दिशा की ओर खुले। अगर दरवाजा दक्षिण की ओर खुलता है तो धन की हानि होती है।
- नल का टपकना वास्तु शास्त्र के अनुसार अशुभ माना जाता है। अगर आपके घर का नल भी टपकता है या फिर पानी को बर्बाद किया जाता है, तो आपको बता दे कि ऐसे घर में कभी पैसा नहीं टिकता है। अगर आपके घर का नल खराब है तो उसे तुरंत ठीक करवा लेना चाहिए।
- ध्यान रखे कि खाने की थाली को हमेशा मेज पर आदर के साथ रखना चाहिए। खाना खाने के बाद थाली में हाथों को कभी नहीं धोना चाहिए। रात के समय भूलकर भी रसोई में झूठे बर्तन नहीं रखने चाहिए।
नोट : सभी जनकारिया सोशल मीडिया द्वारा ली गयी है।
लिंग्याज विद्ययापीठ के आयुष ने इस साल का युवा उद्यमी का खिताब कराया अपने नाम
फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) : लिंग्याज विद्यापीठ (डीम्ड-टु-बी) यूनिवर्सिटी के 2014-18 बी.टेक (इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक) बैच के आयुष वशिष्ट को इस साल का इंडियन एचीवर्स अवार्ड 2021 के युवा उद्यमी का खिताब मिला। आयुष ने बताया कि मेरे पास इंडियन ग्रुप से फोन आया था। जिसके बाद मैंने उन्हें अपनी प्रोफाइल भेजी। 10 हजार से भी अधिक अलग-अलग जगहों से उनके पास प्रोफाइल भेजी जाती है। जिनमें से ज्यूरी ने मुझे इस साल का युवा उद्यमी चुना। मैने इस कंपनी को बड़ी मेहनत से शुरू किया था। इस बिजनेस को शुरू करने से पहले पता नही था कि आगे क्या होने वाला है, सिर्फ मेरी मेहनत और विश्वास के भरोसे ही मैं आगे बढ़ता चला गया और अब मेरी मेहनत रंग लाई है। हमेशा मैं पॉजिटिव माइंड के साथ बस आगे बढ़ता चला गया और आज मेरा सालाना टर्न ओवर 1.5 करोड़ है।
जानकारी के लिए बता दे कि आयुष ने गुड़गांव में वर्तमान एक ट्रांसफार्मर निर्माण कंपनी में अपना प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसी दौरान आयुष ने अपना खुद का बिजनेस स्टार्टअप करने का मन बनाया। यही से ही उन्हें एक नई दिशा प्राप्त हुई और इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में नई तकनीकों को डिजाइन करने का फैसला किया। कहते है यदि आप अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं और पंख लगाकर ऊंची उड़ान भरना चाहते हैं तो हमेशा कुछ अलग करने की चाह रखनी चाहिए। आयुष ने भी कुछ ऐसा ही सोचा शुरूआती वित्तीय मदद से प्रयोग और विकास करना शुरू किया।
जिसमें उन्होंने लिक्विड लेवल मेजरमेंट इंस्ट्रूमेंट्स, इलेक्ट्रॉनिक्स डीसी से डीसी कन्वर्टर, फैन फेल्योर मॉड्यूल, बैटरी चार्जर्स और मीटरिंग और पैनल लाइन के लिए करंट ट्रांसफॉर्मर जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों को समर्पित और विकसित किया। में एस्कॉर्ट्स2018 , सोनालिका, आदि जैसी विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों के ओईएम के विक्रेता के साथ काम करने का बड़ा अवसर मिला। जिससे उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में नई तकनीकों को डिजाइन और पेश करने का फैसला किया और कुछ नए तकनीकी उत्पादों का भी आविष्कार किया साथ ही उन्होंने अपने पेटेंट के लिए आवेदन किया। प्रो. (डा.) जी.जी. शास्त्री (प्रो वाइस चांसलर) का कहना है कि हमें गर्व हैं ऐसे होनहार छात्रों पर जो हमारे कॉलेज से शिक्षा ग्रहण कर अपना करियर बनाने में सहायक होते है। आयुष को मैं इस उपलब्धि के लिए बधाई देता हूँ।
के एल मेहता शिक्षण संस्थान की तरफ से 15 अगस्त,रक्षाबंधन , कृष्ण जन्मास्टमी की हार्दिक सुभकामनाये
के एल मेहता शिक्षण संस्थान की तरफ से 15 अगस्त,रक्षाबंधन , कृष्ण जन्मास्टमी की हार्दिक सुभकामनाये
हर हलके में 500 सक्रिय सदस्य बनने से जेजेपी को मिलेगी और मजबूती – दिनेश डागर
पलवल(विनोद वैष्णव ) जननायक जनता पार्टी के 25 अगस्त से शुरू होने वाले सक्रिय सदस्यता अभियान को लेकर पार्टी ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। सदस्यता अभियान को लेकर मंगलवार को जेजेपी जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सौरोत की अध्यक्षता में पलवल में आयोजित बैठक में जेजेपी सदस्यता अभियान के जिला प्रभारी पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद और सह प्रभारी एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता दिनेश डागर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। यहां दोनों वरिष्ठ नेता ने सभी हलका प्रधानों व जिला संयोजकों को सदस्यता की कॉपी वितरित की।बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद और दिनेश डागर ने संयुक्त रूप से कहा कि इस सक्रिय सदस्यता अभियान के जरिये जेजेपी केवल मेहनती, कर्मठ, निष्ठावान साथियों को ही पार्टी का सक्रिय सदस्य बनाएगी। उन्होंने कहा कि पलवल जिले के सभी हलकों में जेजेपी के 500-500 सक्रिय सदस्य बनेंगे, जिससे कि पार्टी को और अधिक मजबूती मिलेगी।दोनों वरिष्ठ नेताओं ने ये भी बताया कि इस बार पार्टी ने अपने सदस्यता अभियान को नया रूप दिया है। उन्होंने बताया कि दो चरण में होने वाले पार्टी के सदस्यता अभियान कार्यक्रम के पहले चरण में पार्टी 25 अगस्त से 25 सितंबर तक सभी हलकों में 500-500 सक्रिय कार्यकर्ता बनाएगी और इसके बाद दूसरे चरण में सामान्य सदस्यता अभियान चलाया जाएगा, जिसमें पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता घर-घर जाकर नये लोगों को पार्टी से जोड़ेंगे।इस अवसर पर गयालाल चांट, विश्व कुमार, प्रवीण डूडी, संजय बघेल, सुखराम डागर, ब्रजेश ऑटोहा, जीतू दीघौट, निज़ाम मोहम्मद, जान मोहम्मद, प्रेरणा कालडा, महावीर डागर, देवेंद्र सौरोत, गजराज सहरावत, रोहतास करमन, रविंद्र गहलोत, डॉ विजय दीघौट, प्रवेश तेवतिया, अरुण, गौरव डागर व अन्य पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जानिए पैर की उंगलियों से अपने स्वभाव के बारे में, और कौन होता है प्यार के मामले में सच्चा प्रेमी
फरीदाबाद ( पिंकी जोशी ) : सामुद्रिक शास्त्र में ऐसा कहा गया है कि व्यक्ति के पैर से लेकर सिर तक हर अंग के काफी लक्षण होते है और सामुद्रिक शास्त्र में विस्तार से इन अंगो के विशेष प्रकार तथा लक्षण बताएं गए है। जिस तरह से हम व्यक्ति को देखकर उसके स्वभाव व आने वाले भविष्य के बारे में अनुमान लगा सकते हैं। ठीक उसी प्रकार हम किसी व्यक्ति के पैरो की उंगलियो को देखकर भी व्यक्ति के स्वभाव का पता लगा सकते हैं।
आईये जानते है किस तरीके से व्यक्ति के स्वभाव का पता लगा सकते है :
पैर का अंगूठा लंबा पर बाकी की उंगलियां एक जैसी :–
ये लोग बहुत ही शांत किस्म के होते हैं। ये लोग किसी भी कार्य को धैर्य पूर्वक करना पसंद करता है। इन लोगो को गुस्सा भी बहुत कम आता है। ये लोग किसी भी बात को बिना किसी झगड़े के सुलझाना पसन्द करते हैं तथा ये लोग थोड़ा आलसी किस्म के होते हैं। प्यार के मामले में ये लोग बहुत ही गंभीर होते हैं जिससे इनके प्रेम सम्बन्धो में कभी खटास नहीं आती है।
पैर के अंगूठे की ओर से दूसरी उंगली बड़ी अन्य उंगलियां छोटी हो :-
ये लोग किसी भी काम को अपने तरीके से करना पसन्द करते हैं। इन लोगो की एक अच्छी आदत यह होती है कि ये लोग हर कार्य को अच्छे से सोच विचार करने के बाद करते हैं। इसी कारण ऐसे व्यक्ति लोगो के बीच अपनी अलग ही पहचान बना लेते हैं। प्यार के मामले में भी इन लोगो की सोच बहुत ही पॉजिटिव होती है , लेकिन कई बार इन लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन इन परेशानियों को ये आसानी से सुलझा लेते हैं।
पैर के अंगूठे की ओर से तीसरी उंगली बड़ी हो :-
कहा जाता है कि जिन लोगो की पैर की तीसरी उंगली बाकी उंगलियों से बड़ी होती है वे लोग बहुत ही परिश्रमी होते हैं और काफी संपन्न भी होते हैं। ये बहुत ही शक्तिशाली तथा सामाजिक होते हैं तथा अपने हर कार्य को मन लगाकर करते हैं। प्यार के मामले में भी ये लोग बहुत ही सच्चे होते हैं और न ही अपने प्रेमी को कभी दुःखी देख सकते हैं।
पैर के अंगूठे की ओर से तीसरी उंगली छोटी हो तो :-
यदि किसी व्यक्ति की पैर की तीसरी ऊँगली शेष सारी उंगलियों के हिसाब से छोटी होती है – वे लोग छोटी – छोटी चीजो में अपनी खुशियां ढूंढ लेते हैं तथा जीवन को अच्छे से व्यतीत करते हैं। इन्हें किसी भी दुःख की परवाह नहीं होती तथा ये लोग एक सच्चे प्रेमी भी साबित होते हैं।
पैर के अंगूठे की ओर से चौथी उंगली बड़ी है तो :-
जिन व्यक्तियों की पैर की चौथे नो की उंगली बाकि की सभी उंगलियो से बड़ी होते है , तो ऐसे लोग बहुत ही प्रेममिलाप वाले होते है साथ ही अपने परिवार से बहुत अधिक प्रेम करने वाले होते हैं तथा ये लोग सच्चे प्रेम की कदर करते है और ऐसे लोग प्रेम के लिए कुछ भी कर सकते हैं। जो लोग इनके करीबी होते हैं उन्हें ये कभी दुखी नहीं देख सकते हैं।
नोट : सभी जानकारियां सोशल मीडिया द्वारा ली गयी है।
साई कार्तिक को लिंग्याज विद्यापीठ में टॉप करने पर मिला गोल्ड मेडल
फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) : आन्ध्र प्रदेश के रहने वाले छात्र साई कार्तिक को लिंग्यास विद्यापीठ, डीम्ड-टू-बी- यूनिवर्सिटी के 2016-20 बैच के बी.टेक ईसीई (इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग) में यूनिवर्सिटी टॉप करने पर चांसलर गोल्ड मेडल दिया गया व प्रमाणप्रत्र के साथ-साथ 5 हजार का चैक भी दिया गया। इतना ही नहीं अपने विषयों में सबसे अधिक अंक प्राप्त करने पर वाइस चांसलर अवार्ड भी अपने नाम कर लिया। इसके लिए उन्हें प्रमाणप्रत्र के साथ-साथ 3 हजार का चैक भी दिया गया।
यह यूनिवर्सिटी का सर्वोच्चय सम्मान है, जो कार्तिक को मिला। बताया गया कि इन चार सालों में कार्तिक ने अपनी मेहनत और लग्न से इस सम्मान को प्राप्त किया है। इसी मेहनत के कारण ही कोर्स के अंतिम चरण में छात्र को लिंग्याज से ही इंटर्नशिप के दौरान CSC (ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड ) कंपनी से जॉब ऑफर हुआ। जिसमें कार्तिक आज कार्यकारी प्रबंधक (सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर) के पद पर है। जिसमें उनकी वार्षिक आय 3.25 है। प्रो. (डा.) जी.जी. शास्त्री (प्रो वाइस चांसलर) का कहना है कि हमें गर्व हैं ऐसे होनहार छात्रों पर जो हमारे कॉलेज से शिक्षा ग्रहण कर अपना करियर बनाने में सहायक होते है। जानकारी के लिए बता दें कि 12 वीं की परिक्षा में भी कार्तिक 98.5 प्रतिशत अंक प्राप्त कर आन्ध्र प्रदेश का नाम रोशन कर चुके हैं। जिसके लिए उन्हें आन्ध्र प्रदेश के एंडोमेंट मिनिस्टर द्वारा पुरस्कृत भी किया गया है।
कार्तिक ने बताया कि मेरी हमेशा से कंम्पयूटर में रूची रही है। लिंग्याज के बी.टेक ईसीई में जब मैंने दाखिला लिया तो उसके अंतर्गत कंम्पयूटर नेटवर्क विषय था। कंम्पयूटर के कारण ही इस विषय में मेरीअधिक रूची रही थी और जब मुझे अपने कॉलेज से मौका मिला तो मैंने इसी को ही अपना करियर चुना। मुझे गर्व है कि मैं लिंग्यास के साथ-साथ अपने माता-पिता और पूरे आन्ध्र प्रदेश का नाम रोशन कर पाने में सफल रहा।
ये 4 चीजों को जरूर रखे अपने घरों में , हमेशा बनी रहती हैं घर मे सुख शान्ति
फरीदाबाद (पिंकी जोशी ) : हर मनुष्य चाहता है कि उसके घर में सुख-शांति बनी रहे। लेकिन कभी-कभी पैसों से संबंधित परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। शास्त्रों में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिसकी मदद से आप अपने घर में धन संबंधित समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकते है। कुछ चीजें शास्त्रों में ऐसी बताई गई हैं जिन्हें अवश्य घरो में रखना चाहिए। इन चीजों को घर में रखने से आपके घर में अनाज और धन की कमी नहीं रहती है।
आइए जानते हैं कि वे कौन सी चीजें हैं जिन्हें घर में रखने से सुख शांति और सकारात्मकता बनी रहती है।
- शहद को घर मे अवश्य रखना चाहिए। कहा जाता है कि शहद का घर मे होना बहुत शुभ माना जाता है। पूजा पाठ के समय , हवन आदि में भी शहद का प्रयोग किया जाता है। शहद एक ऐसा पदार्थ है जिसे रखने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और वातावरण भी शुद्ध रहता है।
- घर में चंदन रखना बहुत ही अच्छा होता है। उसकी खुशबू से सारे वातावरण में शुद्धता फैलती है और घर मे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। चंदन बहुत ही पवित्र माना जाता है। किसी भी अवस्था में इसकी सुंगध कम नहीं होती है। इसलिए घर में चंदन की लकड़ी रखनी चाहिए।
- गाय के घी सबसे शुद्ध और पवित्र माना जाता है। इसका उपयोग हर पूजा-पाठ के कामो में किया जाता है। गाय का घी स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है। घर में हमेशा गाय का शुद्ध घी जरूर रखना चाहिए और ध्यान रखना चाहिए कि घी का बरतन कभी भी पूरी तरह से खाली न हो।
- चावल को शुक्र का अन्न माना गया है। शुक्र ग्रह भौतिक सुख-शांति को प्रदान करने वाला ग्रह होता है, इसलिए घर में चावल को कभी भी पूरी तरह से समाप्त नहीं होने देना चाहिए। चावलो का बर्तन हमेशा भर कर रखना चाहिए। घर के मंदिर में भी अक्षत जरूर रखने चाहिए और तिलक के साथ अक्षत जरूर लगाएं। इससे घर में समृद्धि बनी रहती है और नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है।
नोट : सभी जानकारिया सोशल मीडिया द्वारा ली गयी है।