April, 2022
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विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम
विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम
बल्लभगढ़ शहर बिजली पानी से त्रस्त:-अजय मित्तल
वार्ड 43 से युवा समाजसेवी अजय मित्तल ने बताया की बल्लभगढ़ शहर में इस समय बिजली और पानी की समस्या बहुत ज्यादा बनी हुई है। सभी लोगों को ना बिजली मिल पा रही है और ना ही पीने के लिए पानी ।
जैसे-जैसे गर्मी अपना प्रकोप दिखाती जा रही है उसी प्रकार इस समस्या से आम आदमी त्रस्त होता जा रहा है। लोग पानी खरीद कर पीने और रूटीन काम करने के लिए मजबूर हैं । कई जगह तो लोग टैंकर खरीद कर अपने लिए पानी की सुविधा कर पा रहे हैं । इसी प्रकार बिजली का भी पूरे शहर में बुरा हाल है ,मुश्किल से 3 से 4 घंटे के लिए ही बिजली आपूर्ति की जा रही है।
समाजसेवी अजय मित्तल ने बताया कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी इन समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है ।अजय मित्तल ने सरकार से अपील की है कि बिजली और पानी लोगों की मूलभूत सुविधाएं हैं, इन मूलभूत सुविधाओं का पूरा करने का सरकार का एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए। इन समस्याओं का समाधान करने में सरकार फेल है। अगर जल्दी इस समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे ।हम सभी नगर निगम के और बिजली विभाग के अधिकारियों और विभाग के संबंधित मंत्रियों से निवेदन करते हैं की सभी समस्याओं का जल्द से जल्द निदान किया जाए। जिससे कि लोग अपने रोजमर्रा के कार्य कर सकें और उन पर टैक्स देने के बावजूद किसी प्रकार का कोई अतिरिक्त बोझ ना पड़े।
चरमराई हूई बिजली आपूर्ति व्यवस्था ने किया जनता का जीना मुहाल: मनोज अग्रवाल
फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र सहित पूरे फरीदाबाद जिले में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। जनता की परेशानियों को देखते हूए आज बल्लभगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता व हरियाणा कांग्रेस के स्टेट सोशल मीडिया इंचार्ज मनोज अग्रवाल ने बल्लभगढ़ डिवीजन के कार्यकारी अभियंता (बिजली विभाग) नीरज दलाल से मुलाकात कर उन्हें हरियाणा सरकार के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला के नाम ज्ञापन सौंप कर तत्काल प्रभाव से विद्युत आपूर्ति को नियमित करने की मांग रखी।
इस दौरान मनोज अग्रवाल ने कहा की अघोषित और अप्रत्याशित बिजली कटौती से आम जनमानस के साथ ही औद्योगिक जगत भी त्राहि-त्राहि कर रहा है। कोरोना काल के कारण पहले से ही आर्थिक मंदी झेल रहे उद्योगों पर इस बिजली कटौती ने एक और अनावश्यक बोझ डालने का काम किया है। चरमराई हुई बिजली आपूर्ति व्यवस्था के कारण आज बल्लभगढ़ में अस्पतालों, स्कूलों, उद्योगों और किसानों को भयावह संकट का सामना करना पड़ रहा है। आज पूरे बल्लभगढ़ में जनता को बामुश्किल ही बिजली के दर्शन हो रहे हैं जिसके कारण इस झुलसाती हुई गर्मी से पीने के पानी तक कि किल्लत हो रही है।
मनोज अग्रवाल ने आगे कहा की बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों से लोग उनसे लगातार मुलाकात कर अपनी समस्याएं बता रहे हैं। आज बल्लभगढ़ की जनता बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं तक के लिए तरस रही है, भाजपा-जजपा सरकार की इससे बड़ी नाकामयाबी और क्या होगी। व्यापक जनहित के मद्देनजर अगर तत्काल प्रभाव से बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बिजली आपूर्ति को सुचारू रूप से नियमित नहीं किया गया तो कांग्रेस पार्टी क्षेत्र की आक्रोशित जनता के साथ उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
इस दौरान बल्लभगढ़ इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रताप शर्मा, महिला कांग्रेस के प्रदेश सचिव प्रियंका अग्रवाल, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष सोनू चौधरी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्वर्ण सिंह आर्य, युवा कांग्रेस नेता शुभम कसाना, कवि राजेन्द्र शर्मा, शिशुपाल सिंह सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।
प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की धर्मपत्नी आशा हुड्डा ने शुक्रवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व पार्षद जगन डागर के सेक्टर 7 स्थित निवास पर प्रेस वार्ता की
फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की धर्मपत्नी आशा हुड्डा ने कहा की नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष पूराने, अनुभवी और जमीन से जुड़े नेता है । कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा में वरिष्ठ नेताओं का संगठन तैयार किया है। संगठन की बदौलत ही पार्टी को मजबूत करने में सहयोग मिलेगा । उक्त विचार प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की धर्मपत्नी आशा हुड्डा ने शुक्रवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व पार्षद जगन डागर के सेक्टर 7 स्थित निवास पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहे इससे पूर्व हुड्डा का घर पहुंचने पर वरिष्ठ नेता जगन डागर उनकी धर्मपत्नी आशा डागर और चेतना डागर शिक्षाविद नारायण डागर, प्रधानाचार्य अंजू डागर सहित गणमान्य लोगों ने स्वागत किया। इस मौके पर उनके साथ सरोज हुड्डा भी उपस्थित थी । हुड्डा ने कहा कि प्रदेश का संगठन लगातार मजबूत हो रहा है। इसी को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए भाजपा की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ विपक्ष आपके समक्ष पूरे हरियाणा में प्रत्येक जिले में कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीति से उनका कोई खास लेना-देना नहीं है वह एक ग्रहणी है।
मगर फिर भी जिस तरह के आज हरियाणा के हालत हैं, उससे घरेलू महिलाएं तक प्रभावित हो रही हैं। हरियाणा के लोग महंगाई, भ्रष्टाचार, बिजली पानी की किल्लत, सीवर, सड़कों सहित मूलभूत समस्याओं से त्रस्त है। भाजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है, आए दिन पेपर लीक हो रहे हैं। आने वाला समय कांग्रेस का है। आज कांग्रेस के 2014 के विकास और भाजपा के विकास को आप देख लें। दोनों का फर्क आपको साफ पता चल जायेगा। विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम का यही उद्देश्य है, जनता के सामने भाजपा सरकार की सच्चाई लाना। इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता जगन डागर ने श्रीमती हुड्डा का आभार व्यक्त किया और कहा कि हुड्डा परिवार छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं को मान सम्मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ता। यही वजह है कि आज हरियाणा में कांग्रेस मजबूती से हुड्डा के साथ खड़ी हुई है। प्रदेश की जनता चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को एक बार फिर से मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है, ताकि प्रदेश में फिर से खुशहाली लौट सके।
नृत्य एक साधना है, नृत्य एक पूजा है : कशीना ऋषि (कोरियोग्राफर)
फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : नृत्य एक साधना है, नृत्य एक पूजा है। नृत्य एक तपस्या है जहां एक आत्मा का परमात्मा से मिलन होता है। ये कहना है कशीना ऋषि का जो कि मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 14, फरीदाबाद में नृत्य अध्यापिका के तौर पर कार्यरत है और साथ ही काशीनाज्स केनाज डांस ऑफ सोल , द डांस एंड जिम्नास्टिक्स स्टूडियो की निर्देशिका और कोरियोग्राफर भी है। काशीना ऋषि ने कहा कि मेरे लिए नृत्य के मायने एक पूजा ही है,क्योंकि मेरा मानना है काम ही मेरी पूजा है और पूजा ही मेरा काम है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नृत्य हमारे मानसिक तनाव को कम करता है, हमें शारीरिक तो फिट रखता ही है साथ में मानसिक स्फूर्ति भी देता है। इसलिए मुझे नृत्य से कभी थकावट नहीं होती, हमेशा एक अलग एनर्जी एक अलग ही ताकत मिलती है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा की उनका यह मानना है कि इस तनाव भरी दुनिया में जब हम नृत्य कला को अपनाते हैं तो वह हमें तनाव मुक्ति देती है और तनाव भरे जीवन से मुक्ति पाने के लिए सही जरिया भी है। कशीना ऋषि ने कहा कि उन्होंने नृत्य को एक शिक्षा माना है अपने लिए और अपने सब शिष्यों के लिए भी क्योंकि वह चाहती है कि जिस तरह से नृत्य करके वह खुले आसमान में अपने आप को विचरण करती हुई महसूस करती है। उसी तरह से सब स्त्रियां , लड़कियां और हर वो व्यक्ति जो नृत्य को पसंद करते हैं अपने आपको महसूस करें और इस तरह की कला को अपनाकर अपने जीवन में एक शिक्षा की तरह भी अपना कैरियर बना सकती हैं क्योंकि आजकल वह समाज की विचारधारा बिल्कुल बदल चुकी है।
हमारी जड़ शास्त्रीय नृत्य ही हैं कत्थक नृत्य, भरतनाट्यम नृत्य से और भी बहुत सारी शास्त्रीय नृत्य शैली हैं। लेकिन आज समय की मांग के अनुसार हमारे नृत्य शैलियों में कुछ ना कुछ बदलाव आता जा रहा है क्योंकि बदलाव ही जीवन है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि रुका हुआ पानी तो हमेशा बदबू देता है। इसलिए हमे समय के अनुसार कुछ और नवीनतम शैली को सीखा जैसे बैली डांस, अर्बन डांस, फ्यूजन डांस, कंटेंप्रोरी डांस ओर इनके साथ हमने जिम्नास्टिक का समावेश भी किया और सब तक पहुंचाने की कोशिश भी कर रहे हैं।
जीवन में नृत्य कला अपनाओ क्योंकि यह एक तरह की साधना , तपस्या है जो आपके मन , शरीर और आत्मा को पूरी तरह से तृप्त करते हैं और आपको उसमें डूब जाने का अवसर देती है और यही डूब जाना मोक्ष की प्राप्ति है, क्योंकि वह भी आपको तभी प्राप्त होता है जब आप किसी चीज में पूरी तरह से डूब जाते हो। भगवान की भक्ति भी यही कहती है। भगवान यह नहीं कहता कि आप हमेशा मेरे आगे दिया जलाते रहो या घंटी बजाओ वो कहते हैं भाव होना जरूरी है और तप जरूरी है। इसलिए मैने नृत्य को अपने जीवन में पूरा समाहित कर लिया है और उसी का परिणाम है कि मैं अपने आप को पूरा नृत्य में समर्पित कर चुकी हूं। क्युकी नृत्य भाषा है, नृत्य मेरी इच्छा है, नृत्य मेरा सम्मान है, नृत्य मेरी पहचान है, नृत्य मेरा जुनून है, और नृत्य मेरे दिल की शांति है, नृत्य मेरा गौरव है, नृत्य ही मेरा सब कुछ है और इसके साथ है कशीना ऋषि ने कहा की अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस पर सभी नृत्य से जुड़े। इसके साथ ही उन्होंने सभी लोगों , गुरुजनों, महिलाओं , शिष्यों को बधाई दी एवं इसके साथ ही उन्होंने कहा की सभी नृत्य करो हमेशा दिल से आत्मा से नृत्य करो, मुस्कुराते रहो और खुशियां बांटते रहो।
MRIIRS और ICAR – भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद ने बाजरा संवर्धन के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
फरीदाबाद (दीपक शर्मा) : मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज़ और आईसीएआर-भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर), हैदराबाद ने अनुसंधान और अकादमिक साझेदारी के माध्यम से बाजरा को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
एमओयू पर आर.के. अरोड़ा, रजिस्ट्रार, एमआरआईआईआरएस, और डॉ. विलास ए टोनपी, निदेशक, आईआईएमआर द्वारा हस्ताक्षर किए गए। इस समय डॉ. बी. दयाकर राव, प्रधान वैज्ञानिक और सीईओ, न्यूट्रीहब और डॉ. स्टेनली, प्रभारी-आईपीआर, आईआईएमआर; डॉ. जी.एल. खन्ना, एमआरआईआईआरएस के प्रो-वाइस चांसलर; प्रो. एम. रिज़वी, स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के डीन; प्रो. कोम्मी कल्पना, एचओडी, खेल संकाय, और एन एंड डी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. दिव्या सांघी आदि उपस्थित थे। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर)-भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर) एक प्रमुख कृषि अनुसंधान संस्थान है जो ज्वार और अन्य बाजरा पर बुनियादी और रणनीतिक अनुसंधान करता है।
आईआईएमआर बाजरा, मोती बाजरा और छोटे बाजरा पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजनाओं के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर बाजरा अनुसंधान का समन्वय और सुविधा प्रदान करेगा, और कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ संबंध बनाए रखेगा। आईआईएमआर उन्नत बाजरा की खेती, फसल उत्पादन और संरक्षण उपायों में अनुसंधान को बढ़ावा दे रहा है ताकि बाजरा उत्पादन और बाजरा उत्पादों की मांग को बढ़ाया जा सके, साथ ही बाजरा के अपने ईट्राइट ब्रांड के माध्यम से सामान्य आबादी को सस्ती कीमत पर पौष्टिक खाद्य पदार्थ वितरित किया जा सके।
मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज का मानना है कि भारत में एक स्थायी स्वास्थ्य वातावरण के लिए संयुक्त प्रयास विभिन्न विषयों में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं। यह कृषि क्षेत्र के साथ-साथ स्वास्थ्य और आहार में एक छोटी क्रांति हो सकती है। साझेदारी स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में रहती है और दृष्टि एक लंबा सफर तय करती है।
भोपानी लालपुर रोड पर स्थित विशाल परिसर ‘वसुन्धरा’ सतयुग दर्शन संगीत कला केन्द्र ने दिनांक २४ अप्रेल को “शास्त्रीय संगीत बैठक का आयोजन किया
फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )। भोपानी लालपुर रोड पर स्थित विशाल परिसर ‘वसुन्धरा’ सतयुग दर्शन संगीत कला केन्द्र ने दिनांक २४ अप्रेल को “शास्त्रीय संगीत बैठक का आयोजन किया।जिसमें बनारस घराने के विश्व विख्यात बांसुरी वादक पण्डित अजय प्रसन्ना जो कि 3 बार ग्रैमी अवार्ड के लिए नोमिनेट हो चुके हैं साथ ही तबले पर संगत के लिए रेडियो एवम दूरदर्शन कलाकार पन्डित प्रदीप सरकार ने सबका मन मोह लिया।कार्यक्रम का शुभारम्भ सतयुग दर्शन ट्रस्ट के मार्गदर्शक सजन , मैनेजिंग ट्रस्टी रेशमा गांधी एवम चेयरपर्सन
अनुपमा तलवार ने सभी अतिथियों के साथ दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
कार्यक्रम के शुभारम्भ में
सतयुग दर्शन संगीत कला केन्द्र के विद्यार्थियों द्वारा राग
वृन्दावनी सारंग पर आधारित स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। संगीत कला केन्द्र के अध्यापक व अध्यापिकाओं ने कत्थक, भरत नाट्यम व गायन में अपने अपने कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।इस अवसर पर सतयुग दर्शन संगीत कला केन्द्र की चेयरपर्सन अनुपमा तलवार, जो कि स्वयं भी एक उच्च कोटि की गायिका एवं नृत्यांगना हैं, ने बताया यह संगीत कला केन्द्र वसुन्धरा, फरीदाबाद के अतिरिक्त गुड़गाँव, जालन्धर शहर, अम्बाला कैन्ट, सहारनपुर, पानीपत, रोहतक, दिल्ली, लुधियाना इत्यादि में भी हैं ।साथ ही यह भी बताया कि संगीत कला केन्द्र प्रयाग संगीत समिति, इलाहाबाद, जो कि सन् 1926 से संगीत शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत देश की सबसे प्राचीन शिक्षण संस्था है, से मान्यता प्राप्त है। सतयुग दर्शन संगीत कला केन्द्र में प्रयाग संगीत समिति के प्रवेशिका कोर्स से लेकर संगीत प्रभाकर डिग्री कोर्स के लिए शिक्षण व्यवस्था का समुचित प्रबन्ध है।
यहाँ संगीत की तीनों विधाओं अर्थात् गायन, वादन व नृत्य में शिक्षा प्रदान की जाती है। शिक्षण के लिए प्रशिक्षित अध्यापक हैं।
कार्यक्रम में पधारे सतयुग दर्शन ट्रस्ट के मार्गदर्शक श्री सजन जी ने कहा कि सर्वप्रथम हम यह बताना चाहेंगें कि संगीत-विद्या का प्रयोग आदिकाल अर्थात् वैदिक काल से ही सुदृढ संस्कृति स्थापना हेतु किया जाता रहा है। यह पद्धति मानवता संविधान के अनुकूल हर सजन के मन, रूचि, आचार-विचार, कला-कौशल को युक्तिसंगत निपुणता प्रदान कर हर समयकाल में सभ्यता के क्षेत्र में बौद्धिक विकास की सूचक रही है क्योंकि तत्कालिन संगीत लय, ताल, नृत्य आदि सब में चेतना/मन को जाग्रत करने की अद्भुत क्षमता थी जो मनुष्य की मानसिक स्थिति को सम में सुदृढ रखती थी।
कहने का तात्पर्य यह है कि तब का संगीत दिव्य मार्ग प्रशस्त करने का अर्थात् परमानन्द तक पहुँचाने का सर्वश्रेष्ठ साधन था तथा शाश्वत ध्वनि से उत्पन्न हुआ माना
जाता था। वह अखण्ड और अटूट था तथा सभी संगीत को जीवन में स्पंदन रूप से चेतना का प्रतीक मानते थे। अर्थात् संगीत प्रणव-वाचक, ओ३म रूपी नाद ब्रह्म कहलाता था। तभी इस कला को उस काल में सब आत्म-मार्ग का सर्वोच्च निर्देशक मानते थे और यह हृदय को निर्मल बनाने व मानव स्वास्थ्य की रक्षा करने के साधन के रूप में जाना जाता था। संक्षेपतः हम कह सकते हैं कि वह संगीत धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति का प्रदायक भी था और स्वर समाधि द्वारा ब्रह्मलीन होने का माध्यम भी।
हम सबको व समस्त संगीतज्ञयों व विद्वानों को एक मूकदृष्टा की भांति मानवता को पतनता की तरफ जाते हुए नहीं देखना चाहिए अपितु अपनी
स्कूल बैग व लंच बॉक्स पाकर खिले बच्चों के चेहरे
फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )। रोटरी क्लब फरीदाबाद एनआईटी द्वारा आज सेक्टर-15 स्थित कम्युनिटी सेंटर में स्कूली बच्चों को स्कूल बैग और लंच बॉक्स वितरित किए गए। स्कूल बैग एवं लंचबॉक्स राघव मेहता की ओर से स्पॉन्सर किए गए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में फरीदाबाद के विधायक नरेंद्र गुप्ता एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी एवं शहर के अनेक गणमान्य जनों ने भाग लिया। बैग व लंच बॉक्स पाकर बच्चे खुशी से चहक उठे। कार्यक्रम का आयोजन भाजपा अजरौंदा मंडल अध्यक्ष कुलदीप सिंह साहनी की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर विधायक नरेंद्र गुप्ता व डीईओ रितु चौधरी का आयोजकों द्वारा कार्यक्रम में भाग लेने पर फूलमालाओं से स्वागत किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक नरेंद्र गुप्ता ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए रोटरी क्लब फरीदाबाद एनआईटी की इस पहल की सराहना की और बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे ही कल का भविष्य है, इसलिए हर बच्चे को बेहतर शिक्षा उपलब्ध करवाना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है तथा इस प्रकार के आयोजनों से मेधावी व गरीब छात्रों को आगे बढ़ाने में मदद मिलती है।
वहीं जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी ने कहा कि उनका विभाग बच्चों के शैक्षिक विकास को लेकर प्रतिबद्ध है और इनके सर्वांगीण विकास के लिए हम प्रयासरत रहेंगे। इस मौके पर मुख्य रूप से प्रेसिडेंट विपिन चंदा, सचिव वीरेंद्र मेहता, सुनील खंडूजा, दिनेश छाबड़ा, प्रेम पसरीचा, डी.पी. जैन, चुन्नीलाल चौपड़ा, रविन्द्र मंगला, राजेश भाटिया, नवीन पसरीचा, प्रतीक चंदा, केशव जुनेजा, टोनी पहलवान, सुनील कुमार, अमित आर्य, सर्वजीत चौहान, अनिल अरोड़ा व राजन गेरा आदि गणमान्य जन उपस्थित रहे। रोटरी क्लब के सचिव वीरेंद्र मेहता ने कार्यक्रम में भाग लेने पर सभी का आभार व्यक्त किया।
एमवीएन विश्वविद्यालय में दो दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का समापन
फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )। एमवीएन विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट के तत्वाधान में चलने वाले दो दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का समापन हो गया। यह फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम इंटरनेट ऑफ थिंग्स की अटूट कनेक्टिविटी और सुरक्षा के विषय पर केंद्रित था। इस फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में देश-विदेश के कई विषय विशेषज्ञ जुड़े । कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जे वी देसाई जी ने की। उन्होंने आई ओ टी के विश्व में बढ़ते प्रभाव और इस क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों के विषय में बताया । डॉ धनंजय वी गदरे ने विभिन्न आईसी उनके आई ओ टी में उपयोग पर प्रकाश डाला। विप्रो लिमिटेड कंपनी में जनरल मैनेजर और आई ओ टी के ग्लोबल हेड श्री आशीष खरे ने स्मार्ट सिटी में आई ओ टी के प्रभाव और कैसे इसका उपयोग करके स्मार्ट सिटी को बनाया जा रहा है, के बारे बताया। डॉ सचिन गुप्ता (डीन रिसर्च एम वी एन यूनिवर्सिटी) ने आई ओ टी के क्षेत्र में उपलब्ध वेब टूल्स के बारे में बताया। कोर्टेवा आई ओ टी डाटा साइंटिस्ट श्री हर्षित कुमार लोहनी ने खेती में आई ओ टी में इस्तेमाल और उसके प्रभाव पर प्रकाश डाला। श्री सचिन पाटिल जो की यश टेक्नोलॉजी के वाइस प्रेसीडेंट और ग्लोबल हेड है, ने विभिन्न क्षेत्रों में आई ओ टी के उपयोग पर प्रकाश डाला। दूसरे दिन की शुरुआत में डॉ आलोक श्रीवास्तव और श्री जोगिंदर ने अपने केन्द्रीयकृत वाटर रिसोर्स मैनेजमेंट
लिंग्याज विद्यापीठ के स्टूडेंट्स व टीचर्स ने मेट्रो स्टेशन व कांवरा गांव में पौधरोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए लिंग्याज विद्यापीठ (डीम्ड-टु-बी) यूनिवर्सिटी की टीम ने सोमवार को पौधरोपण अभियान का शुभारंभ किया। इसके तहत बाटा चौक मेट्रो स्टेशन व कांवरा गांव में स्टूडेंट्स व टीचर्स ने पौधे लगाए। इस दौरान लोगों को पौधे उपहार में भी दिए गए। पौधे सही जगह लगाए जाए, इसके लिए एसओएचएसएस की टीम ने पहले बाटा मेट्रो स्टेशन का दौरा किया। इसके बाद पौधे लगाए गए। इस दौरान स्टेशन प्रबंधक सुनील कुमार, स्टेशन नियंत्रक रिंकू चौधरी, प्रधान नियंत्रक ने संस्थान की इस पहल का स्वागत करते हुए कहाकि फरीदाबाद जैसे शहर के लिए इस तरह के अभियानों की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा पाल्यूशन के मामले में फरीदाबाद की स्थिति बहुत खराब है। ऐसे में शहर के लोगों को स्वच्छ हवा मिल सके, इसके लिए पौधरोपण बहुत जरूरी हैं। उन्होंने शहर के लोगों व सामाजिक, धामिक व शिक्षण संस्थानों से आह्वान किया कि वे इस तरह के अभियानों के लिए आगे आएं, जिससे शहर हरा-भरा होने के साथ ही पाल्यूशन से राहत मिल सके। एसोसिएट डीन व एसओएचएसएस प्रो. आनंद पाठकने संकाय छात्रों के साथ गेट नंबर दो पर पौधे लगाएं। प्रकृति प्रेमी सुनील कुमार अपने पड़ोस में करीब 200 पौधे लगाकर उनका संरक्षण कर रहे हैं। इसलिए लोगों को इनसे प्रेरणा लेकर पौधरोपण के लिए आगे आना चाहिए। प्रो. पाठक ने डीएमआरसी के सीनियर अधिकारी किशन दत्त का धन्यवाद करते हुए कहा कि इनके सहयोग से ही यहा अभियान सफल हो पाया है। इस दौरान छात्रों ने अपने दोस्तों व परिजनों के जन्मदिन पर एक पौधा उपहार में देने का फैसला लिया। कांवरा गांव के सरपंच केशव शर्मा ने कहाकि यह एक अच्छी पहल है। इससे पर्यावरण संरक्षण में निश्चित रूप से सुधार आएगा। इस दौरान गांव के राजकीय प्राथमिक स्कूल में पौधरोपण किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने एक अच्छी पहल करते हुए प्राथमिक स्कूल में फलदार पौधे लगाने का वादा किया। डॉ. रश्मि मनियार ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे एक-एक पौधे को गोद लेकर बड़े होने तक उनका संरक्षण करें। लिंग्याज विद्यापीठ के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे ने कहाकि पर्यावरण संरक्षण के लिए हम सभी को सामूहिक रूप से इस तरह के अभियान चलाने होंगे। तभी इसके सार्थक परिणाम आएंगे। बढ़ते पाल्यूशन को देखते हुए सभी को अधिक से अधिक पौधे लगाने का संकल्प लेना होगा, तभी हमें स्वच्छ हवा मिल सकेगी।