लिंग्यास विद्यापीठ, डीम्ड-टू-बी- यूनिवर्सिटी ने अब से अपने छात्रों का भविष्य उजवल करने का बीड़ा उठाया है। अब से यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को शिक्षा देने के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व को निखाने में भी अपना योगदान देगी। ताकि आगे चलकर छात्रों को अपनी नौकरी में कोई भी रूकावट का सामना न करना पड़े। एसएमएस (स्टूडेंट मोटिवेशन सेशन)प्रोग्रामस के जरियें छात्रों के व्यक्तित्व को निखाने का कार्य किया जाएगा। जिसके अंतर्गत सॉफ्ट स्किल सेशन की ट्रेनिंग दी जायेगी। यह ट्रेनिंग हफ्ते में 5 दिन छात्रों को दी जायेगी।
इतना ही नहीं इन ट्रेनिंगस के अंतर्गत सकारात्मक गुण, कोंफिडेंस बिलडप(विळ्वास बहाली), टाइम मैनजमेंट(समय प्रबंधन), लिसनिंग स्किल्स(सुनने का कौशल), लिडरशिप स्किल्स(नेतृत्व कौशल), गोल सैटिंग(लक्ष्य की स्थापना), पब्लिक स्पिकिंग स्किल्स(सार्वजनिक बोलने का कौशल), टीम वर्क इत्यादि 45 प्रोग्राम्स(कार्यक्रमों) पर कार्य किए जायेंगे। ये ट्रेनिंग दोपहर 2 बजे से लेकर 4 बजे तक दी जायेंगी। इतना ही नहीं इन के अलावा हफ्ते में 2 वर्कशॉप भी कराई जायेंगी। जिसके अंतर्गत ग्रुप डिसक्शन और इंटरव्यू स्किल्स(साक्षात्कार कौशल) पर कार्य किया जाएगा। सेशनस और वर्कशॉपस की ट्रनिंग प्रोफेसर आशुतोष दीक्षित द्वारा छात्रों को दी जायेंगी। प्रोफेसर दीक्षित ने बताया कि इन सेंशनस और वर्कशॉपस के जरिए छात्रों को एक अच्छी नौकरी मिल सकेगी। उनका कहना है कि अपने 30 सालों के अनुभव का पूरा लाभ छात्रों को दूंगा और मेरी पूरी कौशिश यही रहेंगी कि इन सेंशन के जरियें छात्रों को अच्छी कंपनियों में स्लेक्ट होने की योग्यता प्राप्त हो सके।
लिंग्याज ग्रुप के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे ने बताया कि इन सिकल्स की ट्रेनिंग लेने के बाद यूनिवर्सिटी के छात्र कही मात ना खाए। इसलिए इस तरह की ट्रेनिंग सेंशन यूनिवर्सिटी में शुरू की गई हैं।