फरीदाबाद, 26 मार्च। लिंग्याज विद्यापीठ, डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी ने अब से अपने छात्रों का भविष्य उजवल करने का बीड़ा उठाया है। अब से यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को शिक्षा देने के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व को निखाने में भी अपना योगदान देगी ताकि आगे चलकर छात्रों को अपनी नौकरी में कोई भी रुकावट का सामना न करना पड़े। एसएमएस (स्टूडेंट मोटिवेशन सेशन) प्रोग्रामस के जरिए छात्रों के व्यक्तित्व को निखारने का कार्य किया जाएगा, जिसके अंतर्गत सॉफ्ट स्किल सेशन की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह ट्रेनिंग हफ्ते में 5 दिन छात्रों को दी जाएगी। सेशनस और वर्कशॉपस की ट्रनिंग प्रोफेसर आशुतोष दीक्षित द्वारा छात्रों को दी जाएगी।
प्रोफेसर दीक्षित ने बताया कि इन ट्रेनिंगस के अंतर्गत सकारात्मक गुण, कॉन्फिडेंस बिलडप (विश्वास बहाली), टाइम मैनजमेंट (समय प्रबंधन), लिसनिंग स्किल्स (सुनने का कौशल), लिडरशिप स्किल्स (नेतृत्व कौशल), गोल सैटिंग (लक्ष्य की स्थापना), पब्लिक स्पिकिंग स्किल्स (सार्वजनिक बोलने का कौशल) तथा टीम वर्क इत्यादि 45 प्रोग्राम्स (कार्यक्रमों) पर कार्य किए जाएंगे। ये ट्रेनिंग दोपहर 2 बजे से लेकर 4 बजे तक दी जाएंगी। इतना ही नहीं इन के अलावा हफ्ते में 2 वर्कशॉप भी कराई जाएंगी, जिसके अंतर्गत ग्रुप डिसक्शन और इंटरव्यू स्किल्स (साक्षात्कार कौशल) पर कार्य किया जाएगा।
प्रोफेसर दीक्षित ने बताया कि इन सेंशनस और वर्कशॉपस के जरिए छात्रों को एक अच्छी नौकरी मिल सकेगी। उनका कहना है कि अपने 30 सालों के अनुभव का पूरा लाभ छात्रों को देंगे और उनकी पूरी कोशश यही रहेगी कि इन सेंशन के जरिए छात्रों को अच्छी कंपनियों में स्लेक्ट होने की योग्यता प्राप्त हो सके।
लिंग्याज ग्रुप के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे ने बताया कि इन सिकल्स की ट्रेनिंग लेने के बाद यूनिवर्सिटी के छात्र कहीं मात न खाएं, इसलिए इस तरह की ट्रेनिंग सेंशन यूनिवर्सिटी में शुरू की गई हैं।