फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : जल जितना शांत होता है उतना ही गहरा होता है। इसका जीवंत उदाहरण है खेल जगत का एक अनमोल सितारा फरीदाबाद की मोनल कुकरेजा। पूरे भारतवर्ष में किक बॉक्सिंग खेल में मोनल की उपलब्धियां अतुलनीय है। 6 वर्ष की आयु से नन्हे नन्हे कदमों से निरंतर आगे बढ़ते बढ़ते आज मोनल ने रिंग में महारथ हासिल कर ली है।
खेल में आक्रामक दिखने वाली मोनल कुकरेजा वास्तविक जीवन में बहुत ही शांत सहज एवं सरल है उनका यही गुण उन्हें दूसरों से अलग करता है। मोनल कुकरेजा को अगर किक बॉक्सिंग क्वीन का खिताब दिया जाए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं। जहां बेटियां स्वयं भी एवं उनके परिवार वाले भी उनको इस तरह के खेल से दूर रखते हैं वही मोनल ने कुछ अलग करते हुए अनेकों बार भारत का झंडा दूसरे देशों में बुलंद किया है। यह बहुत ही गर्व का विषय है कि फरीदाबाद की बेटी आज देश की अन्य बेटियों के लिए एक मिसाल है। खेल के सफर में निरंतरता बनाए रखने में अनेकों कठिनाइयों का सामना करने पर भी मोनल अपने दृढ़ निश्चय एवं संकल्प से दूर नहीं हुई। जीवन के उतार-चढ़ाव में मोनल ने शिक्षा एवं खेल में जो सामंजस्य दिखाया वह सराहनीय है। 14 वर्ष की आयु में पूरे भारतवर्ष में मोनल कुकरेजा पहली बेटी है जिसने 6 बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एवं 9 बार राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक प्राप्त किया तथा विश्व स्तर पर कांस्य पदक प्राप्त किया।
2 नवंबर से 6 नवंबर 2022 तक दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित दिल्ली ओपन इंटरनेशनल किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में KI रिंग इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने पर मोनल कुकरेजा को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। अब मोनल अपनी आगे की तैयारियों में जुटी है।सभी के लिए वह एक संदेश देना चाहती है खेल को अपनी दिनचर्या का हिस्सा जरूर बनाएं। इससे शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता है तथा जीवन में एक अनुशासन आता है जो कि किसी भी लक्ष्य तक पहुंचने का महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता वाको इंडिया किक बॉक्सिंग अध्यक्ष संतोष कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। भारत खेल सरकार के निजी सचिव आईएएस जितेंद्र यादव, डॉक्टर सोनम गोयल आईएएस, वाको इंडिया तकनीकी निदेशक रोमियो देसा (क्रोशिया),यूरी लेकतिकोव अध्यक्ष रेफरी समिति वाको रिंग स्पोर्ट्स (इस्टोनिया), अंतरराष्ट्रीय कवि दिनेश रघुवंशी , डीसी मॉडल स्कूल डायरेक्टर पवन कुमार गुप्ता ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी।