फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | फरीदाबाद जेल में सविंधान दिवस को बड़े धूमधाम से मनाया गया। प्रातः जिला जेल फरीदाबाद व सीमा सुरक्षा बल के संयुक्त तत्वाधान में संविधान दिवस के अवसर पर जयकिशन छिल्लर अधीक्षक जेल की अगुवाई में जेल के अधिकारियों/ कर्मचारियों को सविंधान दिवस की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर जयकिशन छिल्लर ने जेल के सभी अधिकारियों/सीमा सुरक्षा बल के जवानों को सम्बोन्धित करते हुये कहा कि आज हम सभी यहां सविधान दिवस मनाने को एकत्रित हुये हैं। हर साल 26 नवबंर का दिन भारत में संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 26 नंवबर 1949 को देश की संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को अपनाया था। इसलिये इसी दिन की याद में हर साल देष में सविंधान दिवस मनाया जाता है। संविधान तैयार करने में 2 वर्ष, 11 माह 18 दिन लगे थे। यह 26 नवबंर 1949 को पूरा हुआ और इसे अपनाया गया। इसके बाद 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू हुआ।
इस दिन का मकसद देश के नागरिकों में संवैधानिक मूल्यों के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ाना है। हर भारतीय नागरिक के लिये 26 नवबंर संविधान दिवस बेहद गर्व का दिन है। कोई भी देष बिना संविधान के नहीं चल सकता। संविधान में ही देष के सिद्धान्त और उसको चलाने के तौर तरीके होते हैं। यह सविंधान ही है जो हमें एक आजाद देष का आजाद नागरिक की भावना का एहसास कराता है। जंहा सविंधान के दिए मौलिक अधिकार हमारा ढाल बनकर हमें हमारा हक दिलाते हेैं, वहीं इसमें दिए मोलिक कर्त्तव्य हमें हमारी जिम्मेदारियां भी याद दिलाते हैं।
इस संविधान दिवस पर हमें जीवन भर अपने मोलिक कर्त्तव्यें और देष का कानून का पालन करने का प्रण लेना चाहिये। देश का अच्छा और जिम्मेदार नागरिक बनने से न सिर्फ संविधान का मकसद पूरा होगा बल्कि संविधान निर्माताओं के सपनों के राष्ट्र का निर्माण होगा।
जिला जेल फरीदाबाद के बन्दियों द्वारा भी संविधान दिवस को पूरे उत्साह व उमंग से मनाया गया। । जेल में सभी बन्दियों ने अपनी अपनी बैरक के आंगन में खड़े करके जेल रेडियो के माध्यम से जयकिशन छिल्लर अधीक्षक जेल द्वारा संविधान दिवस की शपथ दिलवाई गई व जेल मंे जेल रेडियों के माध्यम से देषभक्ति से ओतप्रोत गीतों को सुनाया गया। जेल में देष भक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस अवसर पर जयकिषन छिल्लर अधीक्षक जेल, सुमित पंवार उप-अधीक्षक, नवीन छिल्लर उप-अधीक्षक व .जेल स्टाफ के अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।