बल्लभगढ़ (विनोद वैष्णव) : रावल पब्लिक स्कूल, बल्लभगढ़ ने पंद्रह दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर का सफलतापूर्वक समापन ‘वंदे मातरम: हमारी मातृभूमि को श्रद्धांजलि’ के साथ किया। रावल एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष सी.बी. रावल ने विशिष्ट अतिथियों के साथ पारंपरिक दीप प्रज्जवलन समारोह के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। प्रिंसिपल राखी वर्मा ने स्कूल प्रबंधन के सदस्यों, अभिभावकों और छात्रों का स्वागत किया और कैंपर्स को उनके समर कैंप के सफल समापन पर बधाई भी दी।
पिछले पंद्रह दिनों की अवधि में, कक्षा V से VIII तक के बच्चों को रोबोटिक्स, माइंड पावर, आर्ट / क्राफ्ट, सुलेख, प्रतियोगी और मानसिक गणित, तायक्वोंडो, आत्मरक्षा, नृत्य संगीत और नाटक जैसे क्षेत्रों में कौशल को आत्मसात करने के लिए उत्साहपूर्वक गतिविधियों में शामिल किया गया था। यह कार्यक्रम बहुत ही शानदार प्रदर्शनों से भरा हुआ था। ताइक्वांडो क्लस्टर के छात्रों ने भी अपने कोच आनंद त्यागी के कुशल मार्गदर्शन में एक अद्भुत प्रदर्शन किया। ड्रामैटिक्स क्लस्टर द्वारा सेना के योद्धाओं के डायस्पोरा पर उनकी विविध संस्कृति को दर्शाने वाली एक लघु संगीतमय स्किट को अच्छी तरह से प्रस्तुत किया गया था।
दर्शक कल के इन नवोदित कलाकारों के साथ निकटता से जुड़े हुए थे क्योंकि उन्होंने शिविर के दौरान अपनी प्रतिभा को निखारा। कार्यक्रम, वंदे मातरम, हमारी मातृभूमि, विविध संस्कृति और देशभक्तों की भूमि के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में आयोजित किया गया था। विद्यार्थियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश की सेवा करने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी। प्राथमिक प्रभारी शिखा भारद्वाज के नेतृत्व में विविध भारतीय संस्कृतियों और परंपराओं में मौजूद देशभक्ति, सद्भाव और भाईचारे की भावना को जगाने वाली शपथ लेकर समारोह का समापन किया गया।
कार्यक्रम का समापन करने के लिए हेड मिस्ट्रेस नीरजा जरयाल ने समर कैंपर्स के माता- पिता को बच्चों के समग्र विकास को प्राप्त करने के लिए उनके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। अध्यक्ष सी बी रावल ने प्रिंसिपल सुश्री राखी वर्मा को बधाई दी जिनके कुशल मार्गदर्शन में कार्यक्रम सुचारू रूप से और सफलतापूर्वक चला और माता-पिता को भी उनके बच्चों के शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी। प्रो- अध्यक्ष श्री अनिल रावल ने शिक्षकों और छात्रों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजन छात्रों के समग्र व्यक्तित्व विकास में मदद करते हैं। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।