फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डी०ए०वी० शताब्दी महाविद्यालय में एन.जी.ओ.- इको-सवेरा के सहयोग से इको क्लब, एन०एस०एस० और एन०सी०सी० यूनिट द्वारा “ई—वेस्ट मैनेजमेंट” जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 300 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में एन.जी.ओ. की फाउंडर श्रीमती पूजा बहल ने अपने वक्तव्य में बताया कि हमें गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग डिब्बों में डालना चाहिए ताकि उसे सही तरीके से रिसाइकिल किया जा सके।
ईको–सवेरा की सदस्य मीनाक्षी सक्सेना ने विभिन्न उपायों के बारे में बताया कि कैसे हम अपने शहर और आस-पास की जगह को प्लास्टिक मुक्त कर सकते हैं। ईको–सवेरा की सदस्य मीनू बहल ने विद्यार्थियों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उचित निपटान और पुनर्चक्रण के बारे में भी जागरूक किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्थानीय ई–वेस्ट पुनर्चक्रण केंद्रों के साथ सहयोग करना और महाविद्यालय परिसर में पुराने और अनाउपर्युक्त इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के संग्रह अभियान की सुविधा प्रदान कराना था। उन्होनें होडल में बन रहे प्लास्टिक रीसाइकल प्लांट व एन.एच.पी.सी. चौक स्थित NAMO के ई–वेस्ट पुनर्चक्रण प्लांट के बारे में भी विद्यार्थियों के साथ जानकारी साँझा की।
कार्यवाहक प्राचार्या डॉ० सविता भगत ने कहा कि हमें समस्याओं पर ही नहीं बल्कि उनके समाधानों पर बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के जागरुकता अभियान चलाकर हम अपनी युवा पीढ़ी को आने वाले कल को संवारने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे इस तरह की पर्यावरण सुरक्षा की मुहिम में बढ़–चढ़कर भाग लें। उन्होंने ये भी बताया कि महाविद्यालय के प्रांगण में ऐसी व्यवस्था की जाएगी जहां सभी प्लास्टिक वेस्ट को इकट्ठा करेंगे और फिर उसे ‘NAMO’ द्वारा रिसाइक किया जाएगा।कार्यक्रम का संचालन डॉ०प्रिया कपूर(डीन साइंस) द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ जितेंद्र ढुल (पी.ओ.- बॉयज यूनिट), डॉ० अंकिता मोहिंद्रा (एच.ओ.डी.–बी. बी. ए. ), डॉ० नीरज सिंह (इंचार्ज एनवायरनमेंट और ईको क्लब), डॉ० राजकुमारी (इंचार्ज-साइंस गैलेक्सी क्लब), मिस कविता शर्मा (पी.ओ.-गर्ल्स यूनिट) और विभिन्न विभागों के प्राध्यापकगण भी उपस्थित रहे।