फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) में 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में होने वाले ‘श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले हवन और पैनल चर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र हवन समारोह के साथ हुई जिसमें मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार मनोहर लाल सहित विद्युत और भारी उद्योग राज्य मंत्री, भारत सरकार कृष्ण पाल गुर्जर, परिवहन एवं उच्च शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा, राज्यसभा सदस्य कार्तिकेय शर्मा, विकास एवं पंचायत मंत्री हरियाणा देवेन्द्र बबली, विधायक फ़रीदाबाद नरेन्द्र गुप्ता, सीमा त्रिखा, राजेश नागर और नयनपाल रावत सहित श्री 1008 बाबा कालीदास, अध्यक्ष एमआरईआई डॉ. प्रशांत भल्ला, उपाध्यक्ष डॉ. अमित भल्ला, मानव रचना के वरिष्ठ प्रबंधन और संकाय सदस्य मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा, ‘सदियों से जिस क्षण का इंतजार किया है वो पल बस आने ही वाला है ये सोचकर ही मन अभिभूत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम एक व्यक्ति विशेष का नाम नहीं है। उन्होंने राजा के साथ ही बेटे, पति, भाई सभी का धर्म बखूबी निभाया इसलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम राम बने और ऐसे ही राम राज की हम कल्पना कर रहे हैं जहां सभी अपना कर्तव्य बखूबी निभाएं। उन्होंने सभी लोगों से 22 जनवरी को दिनभर अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम देखने और घरों में दिवाली मनाने की अपील भी की।’
कृष्ण पाल गुर्जर ने संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरा देश राममय हो चुका है। पहले प्रभु राम 14 साल बाद वनवास से लौटे थे तो सभी ने दिवाली मनाई थी, आज प्रभु राम सैकड़ों सालों बाद लौट रहे हैं तो मन बेहद हर्षित है।
देवेन्द्र बबली ने समानता और उत्थान की अवधारणा की नींव रखने वाली महिलाओं की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में आज युवा, शिक्षित व्यक्तियों और महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है जोकि सकारात्मक परिवर्तन है।”
डॉ. प्रशांत भल्ला ने ‘राम लला प्राण प्रतिष्ठा’ पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि, “यह पवित्र कार्यक्रम हमारी सांस्कृतिक जड़ों के साथ गहरा संबंध दर्शाता है और एकता व आध्यात्मिक सद्भाव को बढ़ावा देता है। मुझे खुशी है कि अयोध्या में आयोजित होने जा रहे इस शुभ कार्यक्रम के लिए आमंत्रण मिला है और मैं इस एतिहासिक पल का साक्षी बनूंगा।“
उप कुलपति एमआरआईआईआरएस डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा, ‘उत्तम चरित्र के साथ ही अच्छे व्यक्तित्व का निर्माण हो सकता है और प्रभु राम के चरित्र से युवाओं को सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे संस्थापक अध्यक्ष डॉ. ओपी भल्ला का सपना था ही हर छात्र को शिक्षा के साथ संस्कार भी मिले ताकि वो परिवार और समाज के लिए समर्पण का भाव रखें। राम राज्य की परिकल्पना यही है कि हम जो भी काम करें उसमें गर्व महसूस करें तभी हम बेहतर काम करेंगे और देश तरक्की करेगा।’