फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )। तिगांव विधानसभा चुनाव में विधायक राजेश नागर के सामने बड़ी परेशानी खड़ी हो चुकी है। उनकी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले पंडित गिर्राज शर्मा ने अपने जन्मदिन पर राजेश नागर का साथ छोड़ने का ऐलान कर दिया है।
बता दें कि गिर्राज शर्मा ने साल 2014 में बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और 30 हजार वोट अपने पक्ष में लेकर आए थे। तिगांव विधानसभा में ब्राह्मणों की भूमिका भी उतनी ही अहम मानी जाती है, जितनी किसी अन्य समुदाय की। यही कारण है की गिर्राज शर्मा के पास 30 हजार लोगों का वोट बैंक पड़ा हुआ है। राजेश नागर को 2019 के चुनाव में यह बात समझ आई और उन्होंने गिर्राज शर्मा को अपने साथ शामिल किया। जिसका फायदा राजेश नागर को मिला। गौरतलब है कि 2019 के चुनाव में राजेश नागर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी ललित नागर से 30 हजार वोट के अंतर से जीते थे। जिसका श्रेय गिर्राज शर्मा को देना गलत नहीं होगा।
दरअसल, 2019 के चुनाव के दौरान पंडित गिर्राज शर्मा मुख्यमंत्री मनोहर लाल की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए थे। जिसके बाद उन्होंने तिगांव विधानसभा क्षेत्र में तत्कालीन उम्मीदवार राजेश नागर के पक्ष में वोट की अपील की। परिणामस्वरूप राजेश नागर 30 हजार वोट के अंतर से जीत कर हरियाणा विधानसभा में पहुंचे। गिर्राज शर्मा को 2014 में 30 हजार वोट मिले थे। उन्होंने 2019 का चुनाव न लड़ राजेश नागर को अपना समर्थन दिया। ऐसे में गिर्राज शर्मा की वोट 2019 में राजेश नागर को ट्रांसफर हो गई। जिससे राजेश नागर का विधायक बनने का रास्ता आसान हुआ।