पलवल(विनोद वैष्णव )। सैक्टर-2, पलवल स्थित टैगोर पब्लिक स्कूल के प्रांगण में 19 अक्तूबर, 2019 (शनिवार) को निष्काम सेवा भावना व मानवीय गुणों के विकास हेतु प्रतिबद्ध ‘जन कल्याण संस्था’ द्वारा श्रीमद्भगवद्गीता (श्लोक) एवं श्रीरामचरितमास (चैपाई) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न स्कूलों से आए प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।कार्यक्रम में एस. सी. गुप्ता, पी.के. त्रिपाठी, श्रीमती सुमन त्रिपाठी तथा पी.सी. गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। मुख्य अतिथियों के आगमन पर विद्यालय की प्रधानाचार्या कपिला इंदु ने उनका स्वागत किया व उपहारस्वरूप स्मृति-चिह्न भेंट किये।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि व प्रधानाचार्या द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर माँ सरस्वती का आह्वान करके किया गया। इस अवसर पर बाल कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति देकर अपनी विलक्षण प्रतिभा का प्रदर्शन किया। तत्पश्चात् विभिन्न आयु वर्ग के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने अपनी अद्भुत् गायन कला का परिचय देते हुए श्रोताओं को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। अभिभावक-शिक्षक मिलन समारोह में आए विभिन्न अभिभावकों ने प्रतिभा संपन्न प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके मनोबल को बढ़ाया।कार्यक्रम के दौरान निर्णायक मंडल के सम्मानित सदस्यों ने भी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं की भाव-विभोर कर देने वाली प्रस्तुतियों की खूब सराहना की एवं विजेता प्रतिभागियों को अगले चरण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की प्रेरणा दी। विजेताओं का विवरण इस प्रकार है -चैपाई प्रतियोगिता के प्रथम वर्ग में टैगोर पब्लिक स्कूल की भूमिका प्रथम व जिया और काव्या द्वितीय स्थान पर रहीं। द्वितीय वर्ग में टैगोर पब्लिक स्कूल की ही वेदांशी प्रथम तथा अंशिका द्वितीय स्थान पर रहीं। तृतीय वर्ग में टैगोर पब्लिक स्कूल की निहारिया व अमन प्रथम, डी.ए.वी. स्कूल के वंश प्रथम तथा टैगोर पब्लिक स्कूल के जोयना द्वितीय स्थान पर रहे। चतुर्थ वर्ग में धर्म पब्लिक स्कूल की पूर्वी एवं निशांत स्कूल की सपना प्रथम, निशांत स्कूल के ही गुरुदत्त तथा धर्म पब्लिक स्कूल की अंजलि और मुस्कान द्वितीय स्थान पर रहीं।श्लोक प्रतियोगिता में टैगोर पब्लिक स्कूल के प्रद्युम्न ने प्रथम व डी.ए.वी. स्कूल की काजल ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।कार्यक्रम की समाप्ति पर प्रधानाचार्या ने समस्त प्रतिभागियों के प्रदर्शन की मुक्त कंठ से प्रशंसा की तथा जीवन में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र जी के जीवन-आदर्शों पर चलने की प्रेरणा दी। उन्होंने स्वयं भी एक सुंदर प्रस्तुति देकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
विद्यालय की प्रशासिका नीलम गाँधी ने समस्त प्रतिभागियों, अभिभावकों व अतिथियों को उनके आगमन पर हृदय की असीम गहराइयों से धन्यवाद दिया। उन्होंने मानव-जीवन को सार्थक बनाने के लिए महापुरुषों द्वारा बताए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।विद्यालय की निदेशिका मनोरमा अरोड़ा ने विजेता छात्र-छात्राओं के कला-कौशल की सराहना की तथा विद्यार्थी जीवन में पाठ्य-पुस्तकों के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की पुस्तकों के पठन-पाठन व मानवीय संस्कारों को ग्रहण करने की सीख दी। इस अवसर पर समस्त प्रतिभागियों व अतिथियों के लिए जलपान की भी समुचित व्यवस्था की गई।