डीएवी शताब्दी महाविद्यालय में श्रीमद्भगवद्गीता पर 10 दिवसीय शिक्षक एवं छात्र विकास कार्यक्रम का समापन सत्र

Posted by: | Posted on: 7 months ago
श्रीमद्भगवद्गीता पर 10 दिवसीय शिक्षक एवं छात्र विकास कार्यक्रम का समापन सत्र

फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : एनआईटी -3 स्थित डीएवी शताब्दी महाविद्यालय के आध्यात्मिक क्लब द्वारा श्री कृष्ण परम धाम मंदिर, फरीदाबाद और इस्कॉन मंदिर, दिल्ली के सहयोग से आयोजित 10 दिवसीय शिक्षक एवं छात्र विकास कार्यक्रम का आज सफतापूवक समपन्न हुआ | इस्कॉन राष्ट्रीय संचार के निदेशक व मुख्य वक्ता वृजेंद्र नंदन दास जी ने श्रीमद्भगवद्गीता के 18वें अध्याय पर अपने प्रवचन से दर्शकों को बांधे रखा। उन्होंने इस बारे में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की कि कैसे गीता की शिक्षाएँ नेतृत्व और व्यक्तिगत विकास में युवा व्यक्तियों का मार्गदर्शन कर सकती हैं। मुख्य अतिथि डॉ. सरोज साहनी ने ‘दैनिक जीवन में भगवद्गीता के अनुप्रयोग’ पर एक ज्ञानवर्धक भाषण दिया। समापन सत्र आंतरिक शांति विकसित करने तथा समाज में श्रीमद्भगवद्गीता के आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों के बारे में जागरूकता फैलाने तथा मन को सशक्त बनाने और आत्मा को समृद्ध बनाने के उद्देश्य को प्राप्त करने में सफल रहा।

कार्यक्रम में प्रेरक वक्ता व मानव समाज प्रेरणा विशेषज्ञ शिवांशु सिंह के साथ जीवा आयुर्वेद और शिक्षा के अध्यक्ष ऋषिपाल चौहान, ज्योति संग और आपराधिक वकील सोनिया शर्मा, डेटा वैज्ञानिक पुष्कर श्रीवास्तव, सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता अनुज सक्सेना, रामजस कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर पवन कुमार, जेबीएस टेक्नोलॉजीज के सह-संस्थापक रॉबिन बत्रा, कंप्यूटर वैज्ञानिक सुरेश शर्मा और सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता अनुज रुहेला सहित कई अन्य दिग्गज वक्ताओं ने योगदान दिया।सभी वक्ताओं ने गीता के प्रत्येक अध्याय में वर्णित विभिन्न अवधारणाओं की बहुत व्यापक प्रस्तुति दी।

महाविद्यालय कार्यवाहक प्राचार्या डॉ. अर्चना भाटिया ने कार्यक्रम के सफल समापन के लिए संयोजिका डॉ सोनिया नरूला और आयोजक स्वयंसेवी छात्र टीम के साथ तकनीकी टीम इ.एच. अंसारी व एलुमुनी हरिओम को बधाई दी समापन सत्र एक विशेष सत्र में साठ से अधिक जिज्ञासु आध्यात्मिक साधकों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों को कार्यक्रम में उनकी भागीदारी के लिए प्रमाण पत्र और ट्रॉफी प्रदान की गईं।





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