फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय के आध्यात्मिक क्लब ने विश्व शांति दिवस के अवसर पर ‘श्रीमद्भगवद्गीता: सुंदर भाग्य बनाने का सही मार्ग’ विषय पर एक समृद्ध विस्तार व्याख्यान आयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भगवद्गीता के शाश्वत ज्ञान को समझना और व्यक्तियों को सार्थक और समृद्ध जीवन की ओर मार्गदर्शन करने में इसकी प्रासंगिकता का पता लगाना रहा। इस व्याख्यान में ब्रह्माकुमारीज की सिस्टर पूनम ने भाग लिया, जो इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता रहीं। अपने गहन आध्यात्मिक ज्ञान के साथ सिस्टर पूनम ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे भगवद्गीता की शिक्षाएँ जीवन में सही दिशा प्रदान करती हैं जो व्यक्ति को सोच-समझकर निर्णय लेने और सद्गुण, शांति और उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने में मदद करती हैं। उन्होंने यह भी विस्तार से बताया कि कैसे ध्यान आंतरिक शांति और आध्यात्मिक विकास के लिए एक शक्तिशाली उपकरण हो सकता है, जो गीता की शिक्षाओं के साथ पूरी तरह से मेल खाता है।
कॉलेज की कार्यवाहक प्राचार्या डॉ. अर्चना भाटिया ने अपनी उपस्थिति और प्रेरक शब्दों से कार्यक्रम को धन्य बना दिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मैडम ज्योति मल्होत्रा द्वारा गीता सार का सुंदर पाठ रहा। आध्यात्मिक क्लब की संयोजक डॉ. सोनिया नरूला ने कार्यक्रम का समन्वयन पूरी लगन से किया। उन्हें टीम के सदस्यों डॉ. मीनाक्षी हुड्डा, संध्या, रचना कसाना, डॉ. अंकिता मोहिंद्रा, डॉ. निशा सिंह, दिनेश कुमार, प्रमोद कुमार , ई.एच. अंसारी और वीरेंद्र सिंह का सहयोग प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में कॉलेज के 40 से अधिक शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
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