डीएवी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद के कॉमर्स जीआईए विभाग द्वारा मंडला कला से संबंधित एक विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान की व्याख्याता डॉ शिप्रा भाटिया रहीं। उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि मंडला कला बहुत ही पुरानी कला है। यह कला मानसिक रूप से परेशान लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी है। अनेक चिकित्सालयों तथा घरों अक्सर यह चित्रकला लगी मिल जाती है। क्योंकि इस कलाचित्र को देखने से शांति मिलती है।
चिकित्सा में मंडलों के उपयोग से रचनात्मक ऊर्जा का संचार होता है व तनाव दूर होता है तथा नींद अच्छी आती है और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है। इस अवसर पर महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्या डॉ अर्चना भाटिया ने कहा कि आज के समय में मानसिक तनाव बहुत बड़ी समस्या है और मंडला कला द्वारा इस समस्या से मुक्ति मिल सकती है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को मंडला कला सीखने तथा करने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम की संयोजिका डॉ अंजू गुप्ता रहीं। आयोजिका मैडम मीनाक्षी आहूजा तथा मैडम सोनिया गुप्ता रहीं। इस कार्यक्रम में लगभग 65 विद्यार्थियों ने भाग लिया।